554 गुना ज्यादा बोली लगाकर वीवो फिर बना आईपीएल का टाइटल स्पांसर
चाइनीज मोबाइल फोन कंपनी वीवो ने एकबार फिर आईपीएल (इंडियन प्रीमियर लीग) टी-20 टूर्नामेंट की टाइटल स्पॉन्सशिप हासिल कर ली है। ये डील अगले पांच सालों (साल 2018 से 2022 तक) के लिए हुई है और इसके लिए उसे बीसीसीआई को 2199 करोड़ रुपए चुकाने होंगे। ये रकम इसी स्पॉन्सरशिप के लिए हुई पिछली डील के मुकाबले 554 गुना ज्यादा है।
554 परसेंट ज्यादा की डील
बीसीसीआई ने इस डील के बारे में अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर ट्वीट करते हुए इसकी जानकारी दी। बोर्ड ने बताया कि वीवो मोबाइल कंपनी अगले पांच सालों तक आईपीएल टी-20 क्रिकेट टूर्नामेंट की स्पॉन्सर बनी रहेगी। कंपनी ने इस स्पॉन्सरशिप अधिकार को हासिल करने के लिए 2199 करोड़ रूपए की बोली लगाई, जो कि पिछली बार के मुकाबले 554 परसेंट ज्यादा है। इससे पहले उसने आईपीएल के 2016-17 सीजन के लिए भी दो साल के लिए टाइटल स्पॉन्सरशिप हासिल की थी। डील के बाद कंपनी को आईपीएल के अगले पांच सीजन यानी आईपीएल-11 से लेकर आईपीएल-15 तक के लिए टाइटल स्पॉन्सरशिप मिल गई है। इस दौरान इस टूर्नामेंट को वीवो आईपीएल के नाम से ही जाना जाएगा।
क्या कहा आईपीएल चेयरमैन ने
इस मौके पर आईपीएल के चेयरमैन राजीव शुक्ला ने कहा कि हम वीवो के साथ एक बार फिर जुड़कर खुश हैं जो अगले पांच सालों तक हमारा टाइटल स्पॉन्सर होगा। वीवो के साथ हमारा पिछले दो सीजन में साथ रहा है और हमें यकीन है कि आगे ये साथ और बढ़ा और बेहतर होगा। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के कार्यवाहक अध्यक्ष सीके खन्ना ने कहा कि वीवो ने बाजार में एक बड़े ब्रांड के रूप में पहचान बनाई है। हम वीवो को अपना टाइटल स्पॉन्सर बनाकर खुश हैं। कार्यवाहक सचिव अमिताभ चौधरी ने भी इस एसोसिएशन पर खुशी जताते हुए कहा कि हमें टाइटल स्पॉन्सरशिप पाने वाले उम्मीदवारों में कमाल की होड़ देखने को मिली और वीवो को दोबारा आईपीएल से जोडऩे पर हम खुश हैं। इस ब्रांड के साथ अब हमारा रिश्ता अगले पांच सालों के लिए होगा। टाइटल स्पॉन्सरशिप हासिल करने की होड़ में एक और चाइनीज मोबाइल कंपनी ओप्पो भी शामिल थी। बीसीसीआई ने टाइटल स्पॉन्सर के लिए इस साल टेंडर निकाले थे।