मुंबई पुलिस ने विवेक ओबरॉय को बनाया तंबाकू के खिलाफ अपने अभियान का ब्रांड एंबेसेडर
कुछ ऐसी है जानकारी
इस अभियान को शुरू करने के बारे में उस समय सोचा गया जब बीते साल 14 पुलिसकर्मियों की तंबाकू से होने वाले कैंसर के कारण मौत होने की खबर सामने आई. उस समय से तंबाकू को शरीर के लिए सबसे ज्यादा हानिकारक तत्व माना जाने लगा. इस अभियान के तहत पुलिस स्टेशनंस को 'तंबाकू फ्री पुलिस स्टेशन' का दर्जा देकर पुलिसकर्मियों को इसके प्रति प्रोत्साहित किया जाएगा. इसके अलावा तंबाकू को छोड़ने वाले पुलिस अफसर के ग्रेड में भी बदलाव किया जाएगा. इस अभियान को लेकर जब पुलिस से यह पूछा गया कि वो कैसे पहचानेंगे अगर कोई पुलिसकर्मी वाकई तंबाकू का लती होगा तो. इसके जवाब में उन्होंने कहा कि ये उस पुलिसकर्मी के काम करने की क्षमता से समझ में आ जाता है.
रवीना टंडन संग मिलकर किया उद्घाटन
बीते दिन एक्टर विवेक ओबरॉय ने एक्ट्रेस रवीना टंडन के साथ मिलकर कैंसर पेशेंट एड एसोसिएशन (CPAA) के सहयोग से इस अभियान का शुभारंभ किया. बताते चलें कि विवेक जो पहले से ही WHO (वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन) की ओर से एंटी स्मोकिंग इनिशिएटिव के ब्रांड एंबेसेडर हैं, उनको 2012 में मुंबई के विले पार्ले स्थित एक फाइव स्टार होटल के सहारा स्टार के रेस्तरां मैबरूक में 'शीशा' की स्मोकिंग करते हुए पकड़ा गया था. शीशा गुड़, फल और तंबाकू से मिलकर बनने वाला एक नशा है. असिस्टेंट कमिश्नर ऑफ पुलिस वसंत ढोबले कहते हैं कि सोशल सर्विस ब्रांच की ओर से जब बार और रेस्तरां में चुपके से छापा मारा गया था, उस समय धारावाहिक 'साथिया' की एक कलाकार को सिगरेट में नशा लेते पकड़ा गया था. उन्हें 2003 में तंबाकू प्रोडक्ट एक्ट के तहत पकड़ा गया था.
अधिकारी ने दी जानकारी
ढोबले ने बताया की इन दोनों को छापा मारकर इन्होंने ही पकड़ा था. फिलहाल अब इनका ट्रांसफर खोए हुए व्यक्तियों से संबंधित विभाग में हो गया है. विवेक ओबरॉय के साथ घटना को लेकर ढोबले बताते हैं कि जिस समय वह पकड़े गए थे, उन्होंने उनसे उनको छोड़ने को कहा. विवेक उनसे बोले कि अगर उनको बंद रखा गया तो इससे उनकी इमेज खराब होगी. उस समय ढोबले ने उनसे कहा कि वह उन्हें एक ही शर्त पर छोड़ेगे अगर वह इसको पूरी तरह से छोड़ देंगे तो. विवेक ने वादा कर लिया, लेकिन उसके बाद वह एक बार फिर स्मोकिंग करते पकड़े गए. इस बार वह पब्लिक प्लेस में स्मोकिंग करते पकड़े गए थे. दो बार स्मोकिंग करते पकड़े जाने के बावजूद उन्हें इस बार मुंबई पुलिस की ओर से इस बड़े अभियान का ब्रांड एंबेसेडर बनाया गया है. इस सवाल का जवाब लेने के लिए बार-बार मुंबई पुलिस के ज्वाइंट कमिश्नर अतुल कुलकर्णी से बात करने की कोशिश्ा की गई, लेकिन नहीं हो सकी.