कोहली ने बचाया 17 साल की उम्र में पहला ऑटोग्राफ देने वाले युवराज सिंह का करियर
17 साल की उम्र में दिया था पहला ऑटोग्राफ
17 साल की उम्र में पहला ऑटोग्राफ देने वाले क्रिकेटर युवराज सिंह ने कटक ओडीआई के बाद खुलासा करते हुए कहा कि वो अपने कप्तान की वजह से टीम में हैं। कटक में युवराज सिंह ने 150 रनो की धुआंधार पारी खेली। युवराज ने धोनी के साथ 256 रनों की साझेदारी की। इससे पहले युवराज ने आखिरी शतक 2011 विश्व कप में चेन्नई में लगाया था। जब युवराज फिर से मैदान में लौटे तो रणजी ट्रॉफी में शानदार प्रदर्शन के दम पर युवराज की वापसी हुई है जिन्होंने अक्तूबर में बड़ौदा के खिलाफ 260 रन बनाये थे।
कैंसर से जंग जीत कर मैदान में की वापसी
2011 के वर्ल्डकप में युवराज को प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट चुना गया था। उन्होंने 362 रन बनाकर और 15 विकेट चटकाकर चार मैच मैन ऑफ द मैच पुरस्कार हासिल किए थे। जिसके बाद युवराज सिंह को कैंसर की पुष्टि हुई और वो अपने इलाज के लिए अमेरिका चले गए। कैंसर से जंग जीतने के बाद युवराज ने फिर से मैदान में वापसी की। मुझे शतक बनाये लंबा समय हो गया था। युवी ने कहा कि मैं कैंसर से उबरकर खेल में लौटा हूं। पहले दो तीन साल काफी कठिन थे। मुझे फिटनेस पर मेहनत करनी पड़ी। मैं टीम से भीतर बाहर होता रहा। मेरी जगह टीम में पक्की नहीं रही।