विराट कोहली ही नहीं ये 6 भारतीय खिलाड़ी भी बन चुके हैं टेस्ट में नंबर 1 बल्लेबाज
कानपुर। इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट में भले ही टीम इंडिया को हार मिली हो, मगर कप्तान विराट कोहली ने अपनी शानदार बल्लेबाजी के चलते एक बड़ा मुकाम हासिल कर लिया है। आइसीसी की ताजा रैंकिंग में विराट कोहली ने ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान स्टीव स्मिथ को पछाड़ टेस्ट में नंबर वन बल्लेबाज का स्थान हासिल कर लिया। कोहली अपने टेस्ट करियर में पहली बार रैंकिंग में शीर्ष स्थान पर काबिज हुए हैं। ताजा रैंकिंग के अनुसार विराट के अब 934 अंक हो गए हैं। वहीं स्मिथ 929 अंक लेकर दूसरे स्थान पर पिछड़ गए हैं। इंग्लैंड के कप्तान जो रूट को इस लिस्ट में तीसरा स्थान मिला है। खैर विराट टेस्ट में नंबर 1 बल्लेबाज की कुर्सी हासिल करने वाले इकलौते भारतीय खिलाड़ी नहीं हैं। उनसे पहले ये 6 बल्लेबाज भी बन चुके हैं टेस्ट में नंबर 1...
क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर के नाम ज्यादातर सभी रिकॉर्ड दर्ज हैं। टेस्ट में नंबर वन बल्लेबाज की बात आती है तो यहां भी सचिन किसी से पीछे नहीं रहे। ईएसपीएन क्रिकइन्फो के डेटा के मुताबिक, अपने रिटायरमेंट से तीन साल पहले 2011 में सचिन ने टेस्ट में नंबर वन बल्लेबाज की कुर्सी हासिल कर ली थी। 200 टेस्ट खेलने वाले दिग्गज बल्लेबाज सचिन ने 53.78 की औसत से रन बनाए हैं। इस दौरान उनके बल्ले से 51 शतक और 68 अर्धशतक सहित कुल 15921 रन निकले।
भारत के बाएं हाथ के ओपनर बल्लेबाज गौतम गंभीर को भारतीय क्रिकेट टीम में भले ही सालों से जगह न मिली हो मगर उनका टेस्ट और वनडे रिकॉर्ड वाकई शानदार है। गंभीर साल 2009 में टेस्ट में नंबर वन बल्लेबाज बने थे। गंभीर के नाम 58 टेस्ट मैचों में 4154 रन दर्ज हैं, जिसमें 9 शतक और 22 अर्धशतक शामिल हैं। टेस्ट में उनका बल्लेबाजी औसत 41.95 का रहा।
80 के दशक में जब पूरी दुनिया में वेस्टइंडीज और इंग्लैंड के खिलाड़ियों का खौफ रहता था। उस जमाने में भारत के एक खिलाड़ी ने अपनी पहचान बनाई, नाम है दिलीप वेंगसरकर। दिलीप ने जितने दिन क्रिकेट खेला, शान के साथ मैदान पर उतरते थे। साथी खिलाड़ी उन्हें कर्नल भी बुलाते थे। टेस्ट क्रिकेट में 6868 रन बनाने वाले वेंगसरकर के नाम 17 शतक और 35 अर्धशतक भी दर्ज हैं। क्रिकेट के इस लंबे प्रारूप में शानदार बैटिंग का इनाम उन्हें तब मिला, जब 1988 में वह दुनिया के नंबर वन टेस्ट बल्लेबाज बने।