कोहली जिस कंगारु खिलाड़ी के लिए पैसे जुटा रहे उसकी दर्दभरी कहानी सुन निकल आएंगे आंसू
कानपुर। भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया के बीच तीन जनवरी से खेला जा रहा सिडनी टेस्ट काफी अलग है। पूरा मैदान गुलाबी रंग में नजर आ रहा। भारतीय कप्तान विराट कोहली तो पैड से लेकर ग्लव्स तक सभी पिंक रंग का पहने हैं। बताते चलें ऑस्ट्रेलिया में पिछले 10 सालों से जनवरी में पहला टेस्ट कुछ ऐसे ही खेला जाता है। स्टेडियम को गुलाबी रंग में रंगने का मकसद कैंसर के प्रति जागरुकता को बढ़ाना हो। दरअसल इस कैंपेन की शुरुअात मैक्ग्रा फाउंडेशन ने की। ऑस्ट्रेलिया के सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजों में शुमार रहे ग्लेन मैक्ग्रा 2008 से इस कैंपेन को चला रहे और शनिवार को टीम इंडिया के सभी खिलाड़ियों ने फाउंडेशन को आर्थिक मदद देने के लिए साइन की हुई टोपी मैैक्ग्रा को सौंपी।
It is #PinkDay here at the SCG and #TeamIndia did their bit before the start of play in support of the McGrath Foundation #PinkTest 👌👏👏 pic.twitter.com/2K9uY8lDGt
— BCCI (@BCCI)मैक्ग्रा की पत्नी की कैंसर से हुई थी मौत
पूर्व् ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज ग्लेन मैक्ग्रा द्वारा इस फाउंडेशन की नींव रखने की कहानी काफी दर्दभरी है। 10 साल पहले मैक्ग्रा की पत्नी जेन की कैंसर के चलते मौत हो गई थी। पत्नी की मौत ने मैक्ग्रा को अंदर तक झकझोर दिया। दरअसल उन्होंने जेन को बचाने की बहुत कोशिश की थी। टेलिग्राॅफ की एक खबर के मुताबिक, जेन को कैंसर के बारे में पहली बार 1997 में पता चला था। उस वक्त उन्हें ब्रेस्ट कैंसर हुआ था। इसके ठीक छह साल बाद उन्हें बोन कैंसर हो गया, हालांकि जेन ने तब दोनों बीमारियों से कड़ी जंग लड़कर निजात पा ली थी। मगर किस्मत को कुछ और मंजूर था साल 2006 में जेन को तीसरी बार कैंसर हुआ, अबकी बार उन्हें दिमाग का कैंसर था।
कैंसर के खिलाफ मैक्ग्रा लड़ रहे जंग
पत्नी जेन को इतना परेशान देख मैक्ग्रा ने खेलना छोड़ दिया और वह पत्नी और बच्चों की देखभाल के लिए 8 महीने क्रिकेट से दूर रहे। इसके बाद उन्हें कंगारु टीम में फिर वापसी की और ऑस्ट्रेलिया को न सिर्फ एशेज जितवाया बल्कि वर्ल्ड चैंपियन भी बनाया। इसके कुछ समय बाद मैक्ग्रा ने क्रिकेट को हमेशा के लिए अलविदा कह दिया। अब मैक्ग्रा का पूरा समय जेन की देख रेख में गुजरता गया, हालांकि इन दोनों का साथ अगले एक साल तक और रहा। 2008 में जेन ने दुनिया को अलविदा कह दिया। जेन की मृत्यु के बाद मैक्ग्रा ने कैंसर जागरुकता का अभियान चलाया और पिछले 10 सालों से वह इसी कैंपेन से जुड़े हैं। मैक्ग्रा ने 2010 में सारा नाम की लड़की के साथ दूसरी शादी कर ली।
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