3.5 किग्रा बढ़े वजन के बाद भी विनेश फोगाट ने जब नहीं मानी हार, कड़ी मेहनत के दम पर जीता था गोल्ड मेडल
कानपुर (इंटरनेट डेस्क)। पेरिस में चल रहे ओलंपिक में बुधवार को रेसलिंग का फाइनल होना था। इस फाइनल में भारत की स्टार रेसलर विनेश फोगाट के मेडल जीतने की पूरी उम्मीद थी। लेकिन जब फाइनल से पहले खिलाड़ी का वजन चेक किया गया तो ये 50 किग्रा से 100 ग्राम ज्यादा निकला। विनेश ने वजन कम करने की पूरी कोशिश की लेकिन 100 ग्राम वजन विनेश की सारी मेहनत पर भारी पड़ गया। इसके बाद विनेश को फाइनल से डिस्क्वालिफाई कर दिया गया। इसी से जुड़ा एक पुराना किस्सा भी है। उस समय भी विनेश का फाइनल मुकाबले से पहले वजन बढ़ गया था। लेकिन उन्होंने इस बढ़े हुए वजन को मात देकर गोल्ड मेडल हासिल किया।
पहले भी वजन बना मुसीबतविनेश के लिए ये पहली बार नहीं है। जब उनका वजन उनके लिए परेशानी का सबब बन गया। इससे पहले साल 2018 में एशियन गेम्स के दौरान भी उन्हें इस मुसीबत का सामना करना पड़ा था। साल 2018 में एशियन गेम्स इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता में हो रहे थे। उस समय भी विनेश 50 किग्रा फ्रीस्टाइल रेसलिंग में भाग ले रहीं थी। लेकिन गेम्स की पहली बाउट से पहले विनेश का वजन करीब साढ़े तीन किलो बढ़ गया था।
ऐसे कम किया किया वजनएशियन गेम्स के दौरान भी विनेश का वजन बढ़ गया था। पहली बाउट से ठीक एक दिन पहले उनका वजन साढे तीन किलो तक बढ़ गया था। जब उनके कोच कुलदीप मलिक को ये बात पता चली तो उन्होंने जकार्ता एशियन गेम्स के आयोजकों से कहा कि कुश्ती हॉल की एसी बंद करवा दी जाए। कोच मलिक ने विनेश को बंद हॉल में कंबल ओढ़वाकर कई घंटे चक्कर लगवाए। इससे उनका वजन कंट्रोल में आया। जिसके बाद विनेश नें इस कैटेगरी में गोल्ड मेडल जीता था।
कुश्ती को कहा अलविदा पेरिस ओलंपिक में डिस्क्वालिफाई होने के बाद विनेश ने कुश्ती से रिटायरमेंट लेने का फैसला ले लिया है। विनेश ने पोस्ट करते हुए लिखा- मां कुश्ती मेरे से जीत गई मैं हार गई माफ करना आपका सपना मेरी हिम्मत सब टूट चुके, इससे ज्यादा ताकत नहीं रही अब।अलविदा कुश्ती 2001-2024। उन्होंने माफी मांगते हुए कहा कि मैं आप सबकी हमेशा ऋणी रहूंगी। 18 की उम्र में जीता पहला गोल्ड 29 साल की विनेश ने अपना पहला मेडल 18 साल की उम्र में जीता था। ये मेडल विनेश को 2013 में जूनियर लेवल पर मिला था। विनेश के नाम पर हैं कई खिताब विनेश ने रेसलिंग में अपने नाम पर कई खिताब किए हैं।वर्ल्ड चैम्पियनशिप
कांस्य पदक - 2022 बेलग्रेड-53 किग्रा
कांस्य पदक - 2019 नूर-सुल्तान 53 किग्रा
स्वर्ण पदक- 2018 जकार्ता-50 किग्रा
कांस्य पदक- 2014 इंचियोन- 48 किग्रा कॉमनवेल्थ गेम्स स्वर्ण पदक- 2014 ग्लासगो- 48 किग्रा
स्वर्ण पदक- 2018 गोल्ड कोस्ट- 50 किग्रा स्वर्ण पदक- 2022 बर्मिंघम-53 किग्रा इसके अलावा विनेश नें एशियन चैंपियनशिप में तो मेडल्स की झड़ी लगा दी थी। वजन कम करने की करीं तमाम कोशिशें पेरिस ओलंपिक में विनेश का वजन मंगलवार रात को 52 किग्रा था। उन्होंने साइक्लिंग,स्किपिंग करके वजन कम करने की कोशिश की। लेकिन तमाम कोशिशों के बाद भी विनेश सफल नहीं हो सकीं। क्या बोले डॉ पारदीवाला डॉ पारदीवाला का कहना है कि विनेश की जान को खतरे में नहीं डाला जा सकता है। हमनें हर संभव कोशिश की। विनेश ने तमाम कोशिशें की। जिसके बाद उसकी हालत बिगड़ गई। जिस पर उन्हें पेरिस में ही ओलंपिक विलेज पॉलीक्लीनिक में भर्ती कराया गया।