एक्शन हीरो ही बनना चाहते थे विद्युत जामवाल
नई दिल्ली (आईएएनएस)। बॉलीवुड एक्टर विद्युत जामवाल का कहना है कि उन्होंने अपने करियर में अब तक जो कुछ भी हासिल किया है, उससे खुश हैं । वे एक्सेप्ट करते हैं कि उनका शुरू से ही एक एक्शन हीरो बनने का इरादा था।
हर पल को जीते हैं बेफिक्रविद्युत ने 2011 में अपने बॉलीवुड करियर की शुरुआत ही एक्शन पैक्ड फिल्म "फोर्स" से की थी। बाद में उन्हें "कमांडो" फ्रेंचाइजी और "जंगल" जैसी हाई-ऑक्टेन एक्शन मूवीज ऑफर हुईं और उन्होंने अपने आप को प्रूव भी किया। ऐसे में ये पूछने पर कि वह हिंदी सिनेमा की दुनिया में अपनी जर्नी को कैसे देखते हैं, है?विद्युत ने कहा पहली फिल्म से लेकर प्रेजेंट मोमेंट तक वे केवल उस पल के बारे में सोचते हैं जो मौजूद है। ना वे पास्ट को देखते हैं और न ही फ्यूचर को लेकर परेशान होते हैं। वे जहां वहां खुश रहते हैं।उनका कहना है वे हर इस क्षण के जीते हैं और हमेशा से ऐसे ही रहे हैं।
अपने क्लोज लोगों की खुशी में खुशविद्युत कहते हैं कि वे हमेशा याद रखते हैं कि वे कहां से बिलांग करते हैं। उनके फादर एक आर्मी ऑफिसर हैं और वे खुद को एक मिडल-क्लास लड़का मानते हैं। जब लोग सोचते हैं कि उन्होंने बहुत कुछ हासिल किया है, तो इससे उन्हें गर्व महसूस होता है। विद्युत को सबसे ज्यादा खुशी तब मिलती है जब उनका परिवार, दोस्त और बचपन के बेस्ट फ्रेंड्स उनके स्टारडम को इंज्वॉय करते हैं। जल्दी ही वे फिल्म "खुदा हाफिज" में नजर आयेंगे। वे मानते हैं कि इन नौ सालों में उन्होंने खुद के लिए अच्छा किया है। वे ईश्वर के शुक्रगुजार हैं कि उसने उन्हें वो बनने का मौका दिया जो बनना चाहते थे। ।