वहीदा रहमान को बनना था डॉक्टर लेकिन बन गईं एक्टर
फिल्म ‘तीसरी कसम’ में राज कपूर के साथ उन्होंने नाचने वाली हीराबाई का किरदार निभाया था। बिहार के फारबिसगंज की पृष्ठभूमि पर बनी इस फिल्म को राष्ट्रीय पुरस्कार मिला था। वर्ष 1965 में ‘गाइड’ के लिए वहीदा को फिल्मफेयर अवार्ड मिला। 1968 में आई ‘नीलकमल’ के बाद एक बार फिर से वहीदा रहमान सभी का आकर्षण रहीं। इस फिल्म में वह अभिनेता मनोज कुमार और राजकुमार के साथ नजर आई। यह फिल्म उनके करियर को बुलंदियों तक पहुंचाने में सफल साबित हुई। अभिनेता कंवलजीत ने शादी का प्रस्ताव रखा और दोनो शादी के बंधन में बंध गये। साल 2002 में उनके पति का आकस्मिक निधन हो गया। वहीदा ने 2006 ‘रंग दे बसंती’ के बाद ‘पार्क एवेन्यू’, ‘मैंने गांधी को नहीं मारा’, ‘ओम जय जगदीश’ जैसी फिल्मों में अपनी अदाकारी का जलवा बिखेरा।
वहीदा और देव आनंद की जोड़ी को भी दर्शकों ने खूब सराहा। ‘सीआईडी’, ‘काला बाजार’, ‘गाइड’ और ‘प्रेम पुजारी’ जैसी सफल फिल्मों में दोनो ने साथ काम किया। फिल्म ‘गाइड’ में वहीदा और देवानंद की जोड़ी सुपरहिट साबित हुई। वहीदा को इस फिल्म के लिए बेस्ट एक्ट्रेस का फिल्मफेयर पुरस्कार मिला था। वहीदा ने अपने फिल्मी करियर के दौरान दो बार फिल्मफेयर अवार्ड जीता। पहला सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का पुरस्कार फिल्म नीलकमल के लिये उन्होंने 1969 में जीता। 1967 में फिल्म गाइड के लिए उन्होंने दूसरी बार फिल्मफेयर अवार्ड जीता। वहीदा को उनके शानदार अभिनय के लिए 1972 में पद्मश्री और 2011 में पद्मभूषण अवार्ड से सम्मानित किया गया।Bollywood News inextlive from Bollywood News Desk