एक लाजवाब महिला और शानदार अभिनेत्री जिन्‍होंने डॉक्‍टर बनने का सपना देखा था। डॉक्‍टर के सपने से कब वो एक्टिंग के करियर में उतर गईं उन्‍हें पता ही नहीं चला। बॉलीवुड में उनकी अदाकारी के सभी दिवाने हैं। अपने अनोखे अंदाज और उम्‍दा अदाकारी से उन्‍होंने सालों तक दर्शकों के दिलों पर राज किया। जनाब हम आज आप को बताने जा रहे हैं करिश्‍माई अभिनेत्री वहीदा रहमान से जिन्‍होंने अपनी खूबसूरती से सभी का मन मोह लिया।


1955 में तेलगु फिल्मों से शुरु हुआ करियरमाता-पिता की देखरेख में वहीदा भरतनाट्यम नृत्य में निपुण हो गईं। इसके बाद वह मंचों पर प्रस्तुतियां देने लगीं। जिसके बाद उन्हें नृत्य के कई प्रस्ताव मिले। वहीदा की कम उम्र के चलते उनके अभिभावकों ने सभी प्रस्तावों को ठुकरा दिया। पिता के निधन के बाद घर में आर्थिक संकट के चलते वहीदा ने मनोरंजनकी दुनिया का रुख किया। वर्ष 1955 में उन्होंने दो तेलुगू फिल्मों में काम किया। जिसके बाद हिंदी सिनेमा के अभिनेता, निर्देशक व निर्माता गुरुदत्त ने उनका स्क्रीन टेस्ट लिया। बॉलीवुड में उन्हें पहली फिल्म सीआईडी में खलनायिका का किरदार मिला। अपने अभिनय के हुनर से उन्होंने इस किरदार में जान डाल दी। जिसके बाद उन्हें कई फिल्में मिलनी शुरू हो गईं। सीआईडी की कामयाबी के बाद फिल्म प्यासा में वहीदा रहमान को नायिका के रूप में लिया गया।


नीलकमल ने दिलाई अनोखी पहचान

फिल्म ‘तीसरी कसम’ में राज कपूर के साथ उन्होंने नाचने वाली हीराबाई का किरदार निभाया था। बिहार के फारबिसगंज की पृष्ठभूमि पर बनी इस फिल्म को राष्ट्रीय पुरस्कार मिला था। वर्ष 1965 में ‘गाइड’ के लिए वहीदा को फिल्मफेयर अवार्ड मिला। 1968 में आई ‘नीलकमल’ के बाद एक बार फिर से वहीदा रहमान सभी का आकर्षण रहीं। इस फिल्म में वह अभिनेता मनोज कुमार और राजकुमार के साथ नजर आई। यह फिल्म उनके करियर को बुलंदियों तक पहुंचाने में सफल साबित हुई। अभिनेता कंवलजीत ने शादी का प्रस्ताव रखा और दोनो शादी के बंधन में बंध गये। साल 2002 में उनके पति का आकस्मिक निधन हो गया। वहीदा ने 2006 ‘रंग दे बसंती’ के बाद ‘पार्क एवेन्यू’, ‘मैंने गांधी को नहीं मारा’, ‘ओम जय जगदीश’ जैसी फिल्मों में अपनी अदाकारी का जलवा बिखेरा। सुपरहिट थी वहीदा-देव आनंद की जोड़ी

वहीदा और देव आनंद की जोड़ी को भी दर्शकों ने खूब सराहा। ‘सीआईडी’, ‘काला बाजार’, ‘गाइड’ और ‘प्रेम पुजारी’ जैसी सफल फिल्मों में दोनो ने साथ काम किया। फिल्म ‘गाइड’ में वहीदा और देवानंद की जोड़ी सुपरहिट साबित हुई। वहीदा को इस फिल्म के लिए बेस्ट एक्ट्रेस का फिल्मफेयर पुरस्कार मिला था। वहीदा ने अपने फिल्मी करियर के दौरान दो बार फिल्मफेयर अवार्ड जीता। पहला सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का पुरस्कार फिल्म नीलकमल के लिये उन्होंने 1969 में जीता। 1967 में फिल्म गाइड के लिए उन्होंने दूसरी बार फिल्मफेयर अवार्ड जीता। वहीदा को उनके शानदार अभिनय के लिए 1972 में पद्मश्री और 2011 में पद्मभूषण अवार्ड से सम्मानित किया गया।Bollywood News inextlive from Bollywood News Desk

Posted By: Prabha Punj Mishra