वास्तु टिप्स: घर में इन 8 जगहों पर लगाएं तांबे की सूर्य मूर्ति, होगी हर इच्छा की पूर्ति
वास्तु शास्त्र में माना गया है कि पंचतत्व (पृथ्वी,अग्नि, वायु, आकाश और सूर्य) का सही तालमेल घर में होना चाहिए। छत ऊंची हो, ताजी हवा और रोशनी आने की पूरी जगह हो, लेकिन महानगरों में कई बार इस तालमेल वाला घर मिल नहीं पाता है। ऐसे में घर में वास्तु दोष होने की आशंका ज्यादा होती है, साथ ही बीमारियों का डर भी बना रहता है। जिन घरों में सूर्य की रोशनी ठीक से नहीं पहुंच पाती है या कुंडली में सूर्य की स्थिति ठीक नहीं होती है तो वास्तु और ज्योतिष दोनों में ये माना गया है कि घर में सूर्य की तांबे की प्रतिमा लगानी चाहिए।
घर में 8 जगहों पर लगाएं सूर्य की मूर्तिइससे आत्मविश्वास में वृद्धि से लेकर एजुकेशन और करियर में सफलता तक सारे लाभ मिलते हैं। आमतौर पर ये मूर्ति रविवार को ऊँ भास्कराय नमः या ऊँ आदित्याय नमः मंत्र का जाप करते हुए रखनी चाहिए। अगर वास्तु के अनुसार, घर के इन 8 जगहों पर तांबे के सूर्य को दीवार पर लगाया जाए तो हर इच्छा पूरी की जा सकती है।
घर में कहां, कैसे और कब लगाएं1. ज्योतिष के अनुसार, रात 12 बजे से 3 बजे तक सूर्य पृथ्वी के उत्तरी भाग में होता है। उत्तर दिशा धन के लिए शुभ होती है। अगर धन की कमी हो तो घर में जहां कीमती वस्तुओं या जेवरात आदि रखे हों, वहां तांबे की सूर्य प्रतिमा लगाने से घर में कभी पैसों की कमी नहीं होती।
2. सूर्योदय से पहले रात 3 से सुबह 6 बजे का समय ब्रह्म मुहूर्त होता है। इस समय सूर्य पृथ्वी के उत्तर-पूर्वी भाग में होता है। यह समय चिंतन-मनन व अध्ययन के लिए बेहतर होता है। बच्चे पढ़ाई में कमजोर हों तो स्टडी रूम या बच्चों के कमरे में सूर्य प्रतिमा लगाने से पढ़ाई में सफलता मिलती है।4. सुबह 9 से दोपहर 12 बजे तक सूर्य पृथ्वी के दक्षिण-पूर्व में होता है। यह समय भोजन पकाने के लिए उत्तम होता है। इसलिए घर के किचन में तांबे की सूर्य प्रतिमा लगाने से घर में कभी अन्न की कमी नहीं होती।
5. दोपहर 12 से 3 बजे के दौरान सूर्य दक्षिण में होता है, इस समय को विश्रांति काल (आराम का समय) माना जाता है। अगर घर में अशांति या झगड़े का माहौल रहता है तो घर के मुखिया के बेडरूम में सूर्य प्रतिमा लगाने से किसी तरह की परेशानी नहीं आती।वास्तु के आसान 10 टिप्स, जो आपको दिलाएंगे सफलता और समृद्धि
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