2030 तक देश को एड्स मुक्त बनाने के लिए राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण संगठन नाको ने भारत को एड्स मुक्त बनाने के लिए 95-95-95 फार्मूले के तहत रणनीति बनाई. जिसके लिए भारत सरकार स्वास्थ्य विभाग की राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण संगठन नाको की टीम तीन दिवसीय उत्तराखंड दौरे पर हैं. इस दौरे में टीम ने हरिद्वार व देहरादून जनपद में ग्रांउड जीरो पर जाकर उत्तराखंड एड्स कंट्रोल सोसाइटी की ओर से किये जा रहे कार्यों का निरीक्षण और मूल्याकंन किया.

सेंन्ट्रल हेल्थ टीम तीन दिवसीय प्रदेश दौरे पर

राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण संगठन (नाको) की टीम ने किया देहरादून और हरिद्वार जनपद का निरीक्षण

देहरादून, 4 मई (ब्यूरो):

गुरूवार को नाको की टीम के सदस्यों ने स्वास्थ्य सचिव से मुलाकात की। उन्होंने राज्य में उत्तराखंड एड्स कंट्रोल सोसाइटी की ओर से किये जा रहे कार्यों पर संतुष्टि जाहिर की। भविष्य में इसको कैसे और बेहत्तर किया जा सकता है इस पर चर्चा की। साथ में युवाओं में बढ़ते नशे की प्रवृत्ति पर भी चिंता जाहिर करते हुए बढ़े स्तर पर जनजागरूकता कार्यक्रम चलाने की बात कही। सचिव स्वास्थ्य डॉ। आर राजेश कुमार ने टीम से कहा नशे में जागरूकता को लेकर व्यापक कार्यक्रम चलाने को लेकर संर्पूण कार्ययोजना तैयार है। राच्य को केन्द्र के सहयोग की जरूरत है। केन्द्र स्वास्थ्य विभाग की टीम ने इस पर सहमति जाहिर। इस दौरान केंद्र से आयी स्वास्थ्य विभाग की टीम में उप निदेशक डॉ। भवानी सिंह, अपर परियोजना निदेशक डॉ अजय नागरकर व डीडीटीआई के संजय सिंह मौजूद रहे।

नशीली दवाओं के दुरुपयोग पर लगेगी रोकथाम
राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण संगठन (नाको) की टीम ने स्वास्थ्य सचिव से नई गतिविधियों और नवीनीकरण पर चर्चा की। चारधाम यात्रा में उत्तराखंड एड्स कंट्रोल सोसाइटी की भूमिका पर विस्तार से बात की गई। टीम ने स्वास्थ्य सचिव को बताया कि केन्द्र की ओर से नशीली दवाओं के दुरुपयोग एवं रोकथाम जैसे सभी पहलूओं का समन्वय और देखरेख की जा रही है।

स्वास्थ्य सचिव ने कहा नशा मुक्ति को लेकर मद्द करे केन्द्र
स्वास्थ्य सचिव डॉ आर राजेश कुमार ने कहा कि नशा और एड्स मुक्त को लेकर युद्वस्तर पर जनजागरूकता कार्यक्रम चलाये जा रहे। जिसका परिणाम भी अच्छे आ रहे हैं। नशे के खिलाफ जागरूकता को लेकर योजना तैयार है। जिस पर केन्द्रीय स्वास्थ्य विभाग की टीम ने इस पर सहमति जाहिर की।

कोरोनेशन हॉस्पिटल में होगी सुरक्षा केन्द्र की स्थापना
दून जिला अस्पताल कोरोनेशन में जल्द ही सुरक्षा केंद्र की स्थापना तैयार की जाएगी। जिसमें सिंगल विंडो सिस्टम के तहत कार्य होगा। इसमें एचआईवी के साथ हैपोटाईटिस, टीबी समेत अन्य गंभीर बीमारियों का भी इलाज हो सकेगा। यहां पेशेंट की काउसंलिग होगी। इसके साथ ही पेशेंट के मेंटल, सोशल, व अन्य सामाजिक सुरक्षा के तहत चलाये जा रहे कार्य शीघ्र शुरू होंगे।

सभी जेलों में चलेंगे जागरूकता कार्यक्रम
सभी जेलों में जागरूकता कार्यक्रम चलाने के बारे में योजना तैयार की जाएगी। जिलों में एचआईवी सहित तमाम गंभीर बीमारियों को लेकर जागरूक किया जायेगा। साथ ही स्क्रीनिंग को लेकर कार्य करेंगे। ताकि, गंभीर बीमारियों की चपेट में आने वाले कैदियों का समय पर इलाज हो सके।

नशा लेने वाले व एड्स पेशेंट की होगी काउंसलिंग
स्वास्थ्य विभाग की टीम ने हरिद्वार में जिला कारागार व हॉस्पिटल कैंपस में ओएसटी सेंटर का निरीक्षण किया। टीम ने नशा लेने वाले लोगों व पेशेंट की काउंसलिंग अनिवार्य करने पर जोर दिया। इसके साथ ही एड्स मरीजों की भी नियमित काउंसलिंग के निर्देश दिए। नशे के दवाओं की मांग को कम करने के लिए सार्थक कदम उठाए।
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Posted By: Inextlive