देश की पहली योग पॉलिसी पर दून में जुटे देशभर के योग विशेषज्ञ
देहरादून(ब्यूरो) : फ्राइडे को देश की प्रथम योग पॉलिसी पर बैठक आयोजित की गई। जिसमें वक्ताओं ने कहा कि उत्तराखंड में योग का सांस्कृतिक महत्व अद्वितीय है। पूरे इतिहास में उत्तराखंड आध्यात्मिक यात्रा पर जाने वालों के लिए पसंदीदा स्थान भी रहा है। स्वामी विवेकानंद को कौसानी के शांत वातावरण में सांत्वना मिली। जबकि, श्रद्धेय महर्षि महेश योगी ने ऋषिकेश में भावातीत ध्यान तकनीक प्रदान की। प्रतिष्ठित चौरासी कुटिया ने द बीटल्स की परिवर्तनकारी यात्रा देखी। कैंची धाम के आध्यात्मिक निवास ने स्टीव जॉब्स और मार्क जुकरबर्ग के दिमाग पर एक अमिट छाप छोड़ी। पीएम नरेंद्र मोदी ने केदारनाथ की आध्यात्मिक आभा से प्रेरणा ली है।
एजुकेशन में किया जाए शामिल
बैठक में ये भी बताया गया कि उत्तराखंड में बहुत सारे योगाश्रम और आध्यात्मिक केंद्र हैं। जिनमें से हर योग परंपराओं के प्रचार और संरक्षण में योगदान दे रहे हैं। ये केंद्र योग को जीवन शैली के रूप में बढ़ावा देने और दुनियाभर से साधकों के साथ उत्साही लोगों को आकर्षित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। बताया, योग को समर्पित तमाम उत्सव व प्रोग्राम्स जैसे योग महोत्सव, इंटरनेशनल योग दिवस आयोजित किए जाते हैं, जो साधकों, विशेषज्ञों व उत्साही लोगों को एक साथ लाते हैं। योग को शिक्षा प्रणाली में शामिल करने का प्रयास किया जा रहा है। आयुर्वेद कार्यक्रम के माध्यम से इसे पाठ्यक्रम में शामिल करने को बढ़ावा दिया जा रहा है।
उत्तराखंड सरकार योग संस्थानों के साथ नीतियों, आयोजनों और सहयोग के माध्यम से एक्टिव रूप से योग का समर्थन और प्रचार करती है। योग को बढ़ावा देने के लिए कम्युनिटी में आयुष एचडब्ल्यूसी की ओर से नियमित कैंप आयोजित किए जा रहे हैं।
सचिवालय में आयुष स्वास्थ्य शिविर का शुभारंभ
सचिवालय में 15 दिवसीय आयुष स्वास्थ्य शिविर का शुभारंभ हुआ। बताया गया कि 15 दिनों में कैंप में प्रदेशभर के आयुष विशेषज्ञों की ओर से आयुष संबंधी चिकित्सा परामर्श प्रदान किया जाएगा। इस दौरान नियमित योग सत्र का आयोजन व योग ब्रेक प्रोटोकॉल की ट्रेनिंग भी दी जाएगी। इसके अलावा स्वास्थ्य उन्नयन के लिए तमाम सब्जेक्ट्स पर स्पेशलिस्ट की ओर से व्याख्यान दिए जाएंगे। जबकि, निजी क्षेत्र में कार्य कर रहे डॉक्टरों की ओर से भी कैंसर, डायबिटीज, हृदय रोग, गुर्दा रोग, क्षार सूत्र संबंधी परामर्श व निशुल्क जांच की सुविधा प्रदान की जाएगी। पहले दिन कैंप में योग गुरु चंद्र मोहन भंडारी की ओर से हॉलिस्टिक हेल्थ पर व्याख्यान दिया गया।
ये सुविधाएं उपलब्ध होंगी
-मर्म चिकित्सा
-लीच थैरेपी
-अग्निकर्म
-पंचकर्म
-आयुर्वेदिक न्यूरोथैरेपी