मसूरी पहुंची यमुना की जलधारा
- बहुप्रतीक्षित मसूरी पंपिंग पेयजल योजना से वाटर सप्लाई शुरू
- 3 लाख पॉपुलेशन को मिलेगा पानी, 30 साल तक पानी की छुट्टी
हर घंटे अपडेट ले रहे एमडी
पानी की आपूर्ति शुरू करने के लिए पेयजल निगम के अफसर कई दिन से मसूरी में पेयजल निगम के अफसर डेरा जमाए हुए हैं। यमुना से लेकर मसूरी के टॉप राधा भवन टैंक तक पानी की मॉनिटरिंग की जा रही है। पंपों की कैपेसिटी को वॉच किया जा रहा है। पेयजल निगम के एमडी उदयराज सिंह योजना को लेकर आवश्यक दिशा निर्देश देकर पल-पल की अपडेट ले रहे हैं। नई तकनीक पर आधारित इस पंपिंग पेयजल योजना के पंप हाई वोल्टेज 11केवी पर चलाए जा रहे है। अवकाश के दिन भी पेयजल निगम यांत्रिक मंडल के एसई प्रवीण राय, ईई संदीप कश्यप अपनी ने टीम के साथ योजना के प्रत्येक स्टेट का निरीक्षण किया। खबर लिखे जाने तक वह मसूरी में ही डटे हुए थे।
2020 में शुरू हुआ योजना पर काम
2023 में बनकर हो गई तैयार
144 करोड़ हुए योजना पर खर्च
16.12 किमी। है लंबाई है योजन की
1.48 किमी। है हाइट पर पंप हो रहा पानी
3.00 लाख पॉपुलेशन की बुझेगी प्यास
2051 तक नहीं हो पानी की किल्लत
11 एमएलडी पानी की रोजाना
16 घंटे मिलेगा शहर को पानी
11000 केवी एचटी लाइन पर चल रहे वाटर पंप पूरी लाइन में 3000 ज्वाइंट्स
खास बात यह है कि पेयजल लाइन के पाइप में करीब 3000 ज्वाइंट्स हैं, लेकिन ट्रायल के दौरान कहीं कोई लीकेज सामने नहीं आया है। सेटरडे को टैंक को भरने के बाद संडे को पेयजल आपूर्ति शुरू की गई। अब मंडे से निर्बाध पेयजल आपूर्ति शुरू हो जाएगी। योजना से अगले 30 साल तक मसूरी की करीब 3 लाख की आबादी को पर्याप्त पानी मिलेगा।
जल संस्थान की लाइन में सप्लाई
योजना के लिए मसूरी शहर में नई लाइन बिछाई जा रही है। लाइन बिछाने का काम करीब 90 परसेंट से अधिक हो गया है। नई पाइपलाइन कंप्लीट न होने पर राधाभवन टैंक को सीधे जल संस्थान की पुरानी लाइन से जोड़ा गया है। पुरानी लाइन पर प्रेशर न पड़े इसके लिए कम पानी सप्लाई किया जा रहा है। पेयजल निगम के अधिकारियों का कहना है कि लाइन का काम पूरा होने पर पूरे प्रेशर से 16 घंटे पानी सप्लाई किया जाएगा।
प्रवीण राय, एसई, पेयजल निगम, देहराूदन