पिछले तीन में मानसून ने राज्य में संपत्तियों को भारी नुकसान पहुंचाया है. बाढ़ भूस्खलन व अतिवृष्टि से कहीं मकान बह गए कहीं बिजली के पोल और पेयजल लाइनें क्षतिग्रस्त हो गई तो कहीं सड़कें वॉशआउट हो गई


देहरादून, (ब्यूरो): पिछले तीन में मानसून ने राज्य में संपत्तियों को भारी नुकसान पहुंचाया है। बाढ़, भूस्खलन व अतिवृष्टि से कहीं मकान बह गए, कहीं बिजली के पोल और पेयजल लाइनें क्षतिग्रस्त हो गई, तो कहीं सड़कें वॉशआउट हो गई। बिजली और पानी की योजनाओं के अलावा सबसे ज्यादा नुकसान सड़कों को हुआ है। राजधानी दून से लेकर पर्वतीय इलाकों में मानसून ने भारी तबाही मचाई है। सड़कें बुरी हालत में पहुंचा दिया है। कई जगहों पर सड़कों ने गड््ढों का रूप ले लिया है। पूरी तरह छलनी हुई सड़कोंं पर चलना दूभर हो गया है। इस मानसून में अब पीडब्ल्यूडी की 2383 सड़कें बुरी तरह क्षतिग्रस्त हुई हैं। इन सड़कों को पूर्व की स्थिति में लाने के लिए पीडब्ल्यूडी को करीब 249 करोड़ रुपए चाहिए। जबकि एनएच व पीएमजीएसवाई की सड़कों को मिला दिया जाए, तो मरम्मत पर 564 करोड़ खर्च होंगे।गड्ढ़ों पर चलना मुश्किल


राजधानी दून की कई सड़कों पर बड़े-बड़े गड्ढ़े बने हुए हैं। इन गड््ढ़ों पर चलना दूभर हो गया है। शिमला बाईपास रोड के तेलपुरा में सड़क पर बने गड््ढ़ों पर रोजाना एक्सीडेंट हो रहे हैं। मेन सड़कों से लेकर शहर की इंटरनल सड़कों की स्थिति भी काफी खराब है। तिलक रोड पर सांई मंदिर के पास रोड खतरनाक स्थिति में चले गई है। यह रोड मन्नूगंज नाले के ऊपर बना है। सड़क का एक हिस्सा डैमेज हो गया है। यहां पर जलभराव के दौरान कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। महाकाल सेवा समिति के अध्यक्ष रोशन राणा ने बताया कि इस रोड को टूटे दो महीने हो गया, लेकिन विभाग ने इसकी सुध नहीं ली। गड्ढ़ों को भरने का काम शुरूसड़कों को गड्ढ़ामुक्त करने के लिए सीएम पुष्कर सिंह धामी ने 15 अक्टूबर की डेटलाइन दी है। सीएम के निर्देश के बाद पीडब्ल्यूडी ने तैयारी शुरू कर दी है। शहर की कुछ सड़कों को बनाने का काम शुरू हो गया है। सबसे शराब हालत में पहुंच चुकी लाल पुल-कारगी के गड्ढ़ों को भरने का काम शुरू किया गया है। इसके अलावा दूसरी सड़कों पर भी काम शुरू किया जा रहा है। पीडब्ल्यूडी के एचओडी दीपक कुमार ने बताया कि अभी बारिश हो रही है, जिससे सड़कों की मरम्मत का काम तेजी नहीं पकड़ पाया है। बारिश थमते ही गड्ढ़ों के भरने के काम में तेजी आएगी। सभी डिविजनों को जरूरत के हिसाब से बजट रिलीज कर दिया गया है। सड़कों के गड्ढ़े 15 अक्टूबर तक भरने का हर संभव प्रयास किया जाएगा। 249 करोड़ से सुधरेंगी प्रदेश की सड़कें

बारिश व भूस्खलन से इस बार प्रदेश की 2387 सड़कें को नुकसान पहुंचा है। इन सड़कों को तत्काल अस्थाई रूप से यातायात के लिए खोलने के लिए पीडब्ल्यूडी को 38 करोड़ की जरूरत है। क्षतिग्रस्त सड़कों और पुलों को पूर्व की स्थिति में लाने के लिए 249 करोड़ चाहिए। मानसून लगभग विदाई ले चुका है, लेकिन 20 सड़कें ऐसी हैं, जो अत्यधिक डैमेज होने से बंद हैैं। अकेले दून की सड़कों के जख्म भरने के लिए पीडब्ल्यूडी को 28.48 करोड़ रुपए चाहिए। किसे कितना नुकसान विभाग क्षति (करोड़ रुपए में)पीडब्ल्यूडी 249.92एनएच 34.35पीएमजीएसवाई 240.69कुल 564.22 अब तक के नुकसान पर एक नजर -1000 करोड़ से अधिक की हो चुकी है राज्य में सरकारी संपत्ति को नुकसान -2387 सड़कें हुई हैं गढ़वाल-कुमाऊं में पीडब्ल्यूडी की डैमेज-249.99करोड़ रुपए चाहिए पीडब्ल्यूडी को सड़कों को पूर्व की स्थिति में लाने के लिए 564.22करोड़ से अधिक हो चुका है अब तक प्रदेश की सड़कों को नुकसान

- 28.48 करोड़ से अधिक पहुंच चुकी है देहरादून जिले की सड़कों की क्षति - 240.69 करोड़ की नुकसान पीएमजीएसवाई की सड़कों को हुआ है। 35.35करोड़ की क्षति नेशनल हाईवे को हुआ है। हर तरफ हुआ नुकसान बारिश ने हर तरफ कहर मचाया। शहर में अधूरी नालियां ने लोगों की मुश्किलें बढ़ाई। सड़कों के गड्ढ़े खतरनाक बने हुए हैं। बारिश से सड़कें उखडऩे से समस्या बढ़ गई। संजय जुयाल, डायरेक्टर, देवभूमि निधि लिमिटेडभूस्खलन और बाढ़ से सर्वाधिक नुकसान वास्तव में सड़कों को हुआ है। कई सड़कें पांच सौ से लेकर एक किमी। तक क्षतिग्रस्त है, जिन पर आवाजाही करना मुश्किल हो रहा है। अर्जुन रावत, सोशल एक्टिविस्ट मानसून में बारिश तो हर साल होती है, लेकिन इस साल मानसून पहले आया और गया भी बाद में। लगातार हुई बारिश से जहां जनजीवन प्रभावित रहा वहीं रोड कनेक्टिविटी को भी भारी क्षति पहुंची है। नवीन सडाना, सामाजिक कार्यकर्ता दून की सड़कों की हालत बारिश से बहुत खराब हो गई है। तिलक रोड पर सांई मंदिर के पास तो रोड के दो हिस्से होने वाले हैं, जल्द इस रोड की मरम्मत नहीं हुई तो बड़ा हादसा हो सकता है। रोशन राणा, अध्यक्ष, श्री महाकाल सेवा समिति
बारिश, भूस्खलन और अतिवृष्टि से सड़कों को भारी क्षति पहुंची है। सड़कों की अस्थाई मरम्मत का काम जारी है। सड़क के गड्ढ़ों को भरने के लिए शासन से मिले 30 करोड़ रुपए डिविजनों को भेज दिए दिए गए हैं। सीएम के निर्देशानुसार 15 अक्टूबर तक गड्ढ़ों को भरने का काम शुरू कर दिया गया है। दीपक कुमार यादव, प्रमुख अभियंता, पीडब्ल्यूडी

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Posted By: Inextlive