शासन ने मानसून के दौरान डेंगू रोग की रोकथाम एवं नियंत्रण के लिए वर्कप्लान जारी कर दिया है। इसमें सभी डीएम व सीएमओ को डेंगू की रोकथाम के लिए ब्लाक वार माइक्रो प्लान बनाकर कार्रवाई करने को कहा गया है। जिलों में फाङ्क्षगग करने अस्पतालों में सेपरेट डेंगू आइसोलेशन वार्ड तैयार करने के साथ ही इनके लिए नोडल अफसर नामित करने के निर्देश दिए गए हैं।

- ब्लॉक लेवल पर एक्शन के लिए माइक्रो प्लान बनाने के दिए निर्देश

देहरादून, 14 जून (ब्यूरो)। शासन ने गंभीर रोगियों के लिए प्लेटलेट््स की व्यवस्था करने और सभी डेंगू जांच केंद्रों में एलाइजा किट व अन्य जांच सामग्री की उपलब्धता सुनिश्चित करने को कहा है। दरअसल, स्टेट में डेंगू पिछले कुछ वर्षों से एक प्रमुख बीमारी के रूप में सामने आया है। डेंगू का अक्सर जुलाई से लेकर नवंबर तक प्रकोप रहता है। इसको देखते हुए शासन अभी से इसकी रोकथाम की तैयारियों में जुट गया है। सचिव स्वास्थ्य डा आर राजेश कुमार द्वारा इस संबंध में सभी विभागों को आदेश जारी किए गए हैं। इनमें स्पष्ट किया गया है कि राज्य में उत्तराखंड को महामारी घोषित किया गया है।

विभागों का समन्वय जरूरी
कहा गया है कि डेंगू रोग के मच्छरों को पनपने से रोकने के लिए नगर निगमों में लगातार स्वच्छता अभियान चलाया जाए। डेंगू रोकथाम के लिए नगर निगम, शिक्षा, ग्राम्य एवं शहरी विकास, सूचना एवं जनसंपर्क विभाग, लोक निर्माण, जल संस्थान, जल निगम आदि के सहयोग के अंतर विभागीय समन्वय बनाने को बैठकों का आयोजन किया जाए।

दिए गए हैं निर्देश
-डेंगू के उपचार को केंद्र की गाइडलाइन का अनुपालन हो।
-डेंगू पेशेंट्स की शुरुआती चरण में पहचान के लिए फीवर सर्वे हो।
-लक्षणों के आधार पर डेंगू रोग की जांच की जाए।
-डेंगू रोगी पाए जाने पर पेशेंट्स के घर के आसपास छिड़काव जरूरी।
-डेंगू की रोकथाम के लिए पब्लिक अवेयरनेस भी अनिवार्य
-डिस्ट्रिक्ट लेवल पर कंट्रोल रूम स्थापित किया जाए।
-इन सभी कार्यवाही की सूचना शासन को भी उपलब्ध कराई जाए।

Posted By: Inextlive