आयोग की अध्यक्ष कुसुम कंडवाल ने हॉस्पिटल के निदेशक डॉ आशुतोष सयाना से मामले में फोन पर वार्ता भी की। पत्र लिख कर हॉस्पिटल की व्यवस्था व कार्यरत स्वास्थ्य कर्मियों के व्यवहार को ठीक करने लिए निर्देश दिया।

- हॉस्पिटल में लिफ्ट के बाहर हुई थी गर्भवती की डिलीवरी
- आयोग की अध्यक्ष पहुंची दून हॉस्पिटल

देहरादून, 31 जुलाई (ब्यूरो)।
दून हॉस्पिटल के प्रसूति विभाग में भर्ती गर्भवती महिला की लिफ्ट के बाहर अचानक हुई डिलीवरी के मामले ने महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कंडवाल ने सवाल उठाया। उन्होंने नाराजगी जाहिर कर कहा कि राजधानी के सबसे बड़े हॉस्पिटल में इस प्रकार की घटना होना संवेदनशील है। कहा कि हॉस्पिटल में सरकार की ओर से पूर्ण सहयोग दिया जा रहा है। नए भवन का निर्माण भी किया गया। फिर भी ऐसी लापरवाही होना गलत है।

कर्मचारियों का व्यवहार हो दुरुस्त
महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कण्डवाल ने बताया कि वो कल अस्पताल के प्रसूति गृह में गयी थी और इसके अतिरिक उन्होंने लेबर रूम आदि का निरीक्षण भी किया तथा वहाँ उपस्थित सभी गर्भवती महिलाओं व जच्चा - बच्चा और से मिलकर उनका हाल व अस्पताल के स्वास्थ्य कर्मियों के व्यवहार की जानकारी ली। इस मामले में डॉ आशुतोष सयाना ने बताया कि गर्भवती महिला को जब प्रसव हुआ उस समय वो अपने परिजनों के साथ बाहर बैठी थी। गर्भवती को अचानक प्रसव पीड़ा हुई। तब जब तक कोई वहां पहुँच पाते तब तक गर्भवती की डिलीवरी हो चुकी थी। तभी हॉस्पिटल में तैनात स्वास्थ्यकर्मी तत्काल महिला और बच्चे को अंदर ले गए और उन्हें तत्काल ही उपचार दिया गया तथा दोनों स्वस्थ है।
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Posted By: Inextlive