भीषण गर्मी के कारण जंगली जानवर भी तपिश का शिकार हो रहे हैं और शहर की ओर रुख कर रहे हैैं। शहर के तमाम इलाकों से रोजाना 8 से 10 फोन कॉल्स रिसीव हो रही हैैं जिनमें जंगली जानवरों के आबादी में दिखाई देने की कंप्लेंन्स की जा रही हैैं। फॉरेस्ट डिपार्टमेंट की टीम सुबह से शाम तक इधर-उधर दौड़ रही है। सबसे ज्यादा कंप्लेन बिज्जू और सांप दिखाई देने की आ रही हैैं। इन्हें रेस्क्यू कर जंगल में छोड़ा जा रहा है।

देहरादून (ब्यूरो) लगातार बढ़ते पारे के चलते जमीन आग उगल रही है। इसका असर इंसान क्या जंगली जानवरों पर भी पड़ रहा है। जल स्रोत सूख रहे हैैं ऐसे में प्यास बुझाने के लिए जंगली जानवर शहर की ओर रुख कर रहे हैैं। रिहायशी इलाकों में जंगल जानवरों के मूवमेंट से लोग दहशत में हैैं और लगातार उनसे बचाव के लिए फॉरेस्ट डिपार्टमेंट की रेस्क्यू टीम को कॉल कर रहे हैैं। फॉरेस्ट की रेस्क्यू टीम के मुताबिक इस तरह की रोजाना 8 से 10 कंप्लेन मिल रही हैैं। ये मामले सिर्फ सिटी एरिया के हैैं, इसके अलावा बाकी रेंज और तहसील एरिया में भी जंगली जानवरों का मूवमेंट देखा जा रहा है।

वीआईपी एरियाज से भी कंप्लेन
बताया गया है कि दून शहर में सबसे ज्यादा जानवरों के दिखाई देने के मामले रायपुर, बडोवाला, शिमला बाईपास, आईटी पार्क और प्रेमनगर से सामने आए हैैं। इन एरियाज से लगातार फॉरेस्ट की रेस्क्यू टीम को फोन कॉल्स आ रही हैैं। रिहायशी इलाकों में जिन जानवरों का मूवमेंट ज्यादा दिखाई दे रहा है उनमें बंदर, चील, बार्किंग डियर, बिज्जू और सांप शामिल हैं। अब तो वीआईपी इलाकों से भी वन विभाग को फोन कॉल्स आ रही हैं। कुछ दिनों पहले सीएम आवास, सचिव आवासीय कॉलोनी टिहरी हाउस तक से फोन कॉल्स रिसीव किए गए।

ये एनिमल किए रेस्क्यू
-सीवेट कैट
-काइट बेबी
-बंदर
-बार्किंग डियर

ये सांप किए रेस्क्यू
-रेट स्नेक
-किल बैक
-ट्रिंक कैट
-स्पैक्ट्रल कोबरा
-रसैल बाइपर
-कॉमन क्रैट

इन इलाकों से किए गए रेस्क्यू
-रायपुर
-पटेलनगर
-कैनाल रोड
-आईटी पार्क
-बडोवाला
-शिमला बाईपास

जंगलों में आग भी वजह
वन विभाग की मानें तो शहर के आसपास वाले इलाकों खासकर किमाड़ी क्षेत्र में पिछले दिनों जंगलों में आग नजर आई। जिस कारण यहां मौजूद कुछ जंगली जानवरों ने शहर की तरफ रुख किया। इनमें सांप, बिज्जू, बंदर व चील के बच्चे शामिल रहे हैं, जिन्होंने शहर की ओर अपना मूवमेंट किया। इनमें कई घायल भी मिल रहे हैं। सीरियस जानवरों को दून जू में शिफ्ट किया जा रहा है, जबकि बाकी जानवरों को रेस्क्यू के बाद जंगल में छोड़ दिया जा रहा है।

8 दिन में 8 बिज्जू रेस्क्यू
जंगली जानवरों का शहर की ओर रुख करने का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि नेशविला रोड पर मौजूद एक स्कूल से वन विभाग की रेस्क्यू टीम ने 8 दिनों में 8 बिज्जू रेस्क्यू किए। ये बिज्जू घरों में मौजूद फाल्स सीलिंग में ठिकाना बना रहे हैं।

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Posted By: Inextlive