बीते 17 दिन में गुलदार के हमलों की दो घटनाएं दून में सामने आ चुकी हैैं. वन विभाग की कई टीमें इन गुलदारों की तलाश कर रही हैैं ताकि उन्हें पिंजरों में कैद कर पब्लिक के खौफ को खत्म किया जा सके. रिहायशी इलाकों में गुलदार दिखाई देने के कई वीडियो भी इन दिनों वायरल हो रहे हैैं. ऐसे में वन विभाग मुश्किल में हैैं.

देहरादून (ब्यूरो) : शहर में गुलदार की तलाश के लिए करीब 40 सीसीटीवी कैमरों के साथ लगभग एक दर्जन पिंजरे लगाए गए हैं। लेकिन, गुलदार इन पिंजरों तक नहीं पहुंच पा रहे। गुलदार का खौफ अभी शहर से मिटा नहीं है, सवाल यह भी है कि आखिरकार हमलावर गुलदार गए कहां। पिछले 27 दिसंबर को दून के सिंगली गांव में एक चार वर्षीय बच्चे को गुलदार उठा कर ले गया। इसके करीब 17 दिन बाद यानि 14 जनवरी को संडे के दिन फिर दूसरी घटना सामने आई। कैनाल रोड सुंधोवाली से 12 वर्षीय बच्चे पर गुलदार ने हमला कर दिया। इसके बाद दून शहर में गुलदार को लेकर दहशत बढ़ गई। सीएम ने भी लापरवाह अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए। उसके बाद तो मानो पूरा महकमा गुलदार की खोजबीन में जुट गया है। कई डिवीजनों की टीमें हमलावर गुलदार की पड़ताल में जुटी हैं। जहां-जहां लोगों ने गुलदार होने की शिकायतें की, वहां सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। जबकि, घटनास्थल के आसपास पिंजरे भी लगाए गए हैं। बावजूद इसके एक महीने के बाद भी वन विभाग के हाथ खाली हैं। हां, अब तक विभाग के पास लगातार गुलदार दिखने की शिकायतें सामने आ रही हैं। जैसे ही विभाग की टीम इन शिकायत वाले इलाकों में कांबिंग के लिए पहुंच रही है, कोई सुराग हाथ नहीं लग रहा है।

टोल फ्री नंबर पर लगातार कंप्लेन
वन विभाग ने मुख्यालय पर वाइल्ड लाइफ नाम से कंट्रोल रूम संचालित किया है। जिसका नंबर 180080715 जारी किया गया है। इस कंट्रेाल रूम से मिली जानकारी के अनुसार दून में पिछले कुछ दिनों तक रोजाना 8 से 10 गुलदार संबंधी फोन कॉल्स रिसीव होते थे। ऐसे पूरे राज्यभर से गुलदार की 18 से 20 सूचनाएं मिल रही हैैं।

इन इलाकों में खाक छान मारी
-सिंगली
-सुंधोवाली
-कैनाल रोड
-एफआरआई
-प्रेमनगर
-नेशविला रोड
-खलंगा
-खिरसाली।
-ममगाई मोहल्ला
-रायपुर
-कालागांव
-घंघोड़ा
-जैतनवाला
-आईटी पार्क

3 इलाकों में मूवमेंट ट्रैक


वन विभाग की मानें तो दून के केवल करीब तीन ऐसे इलाके हैं, जहां गुलदार का सीसीटीवी में मूवमेंट देखा गया है। उसमें ममगाईं मोहल्ला, कालागांव व डांडा लखौंड हैं। बाकी अन्य इलाकों में कहीं भी असल में गुलदार का मूवमेंट ट्रैक नहीं हो पाया। केवल स्थानीय लोग अन्य जानवरों की चहलकदमी को ही गुलदार दिखाई देना बता रहे हैं।

वीडियो वायरल पर केस दर्ज
दून में ये दो घटनाएं सामने आने के बाद मानों सोशल मीडिया पर गुलदार से संबंधित वायरल वीडियो की बाढ़ आ गई है। जिससे लोगों में और भी दहशत बनी हुई है। जबकि, वन विभाग का कहना है कि इसको लेकर पहले ही राजपुर थाने में अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज किया जा चुका है। लेकिन, इसके बावजूद लोगों पर इसका कोई असर नहीं पड़ रहा है। लगातार वीडियो वायरल हो रहे हैं।

3 गुलदार वाले वीडियो का सच
ये घटनाएं सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है। जिसमें 3 गुलदार रात के वक्त किसी इलाके की गली में घूमते हुए दिख रहे हैं। इसको कोई दून का बता रहा है, कोई श्रीनगर गढ़वाल तो कोई कहीं और का। जब हमने इस वीडियो की सच्चाई जानने की कोशिश की, फॉरेस्ट डिविजन पौड़ी के अधिकारियों से संपर्क किया तो उन्होंने भी इससे अनभिज्ञता जताई। असल में वीडियो कहां का है, विभाग भी कुछ बताने में सक्षम नहीं है।
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Posted By: Inextlive