दून मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में मोबाइल के लिए एक युवक ने पुलिस व अस्पताल प्रशासन को जमकर परेशान किया। युवक इमरजेंसी व ओटी ब्लॉक के फोर्थ फ्लोर पर चढ़ गया और वहां से लगातार नीचे कूदने की धमकी देने लगा। इसके बाद वहां मौजूद लोगों की भीड़ जुट गई। नतीजतन वाहनों से भी लंबा जाम लग गया। काफी मशक्कत के बाद एक अधिवक्ता ने युवक को अपनी बातों में उलझाकर पैराफिट से अंदर खींचा। डॉक्टरों के मुताबिक युवक की मानसिक स्थिति ठीक नहीं है।

देहरादून (ब्यूरो) मिली जानकारी के मुताबिक लखीमपुर निवासी 27 वर्षीय युवक हर्ष को फ्राइडे को सुबह करीब साढ़े आठ बजे 108 एंबुलेंस के जरिए हॉस्पिटल की इमरजेंसी में लाया गया। जहां पर युवक ने डॉक्टरों को सांस में दिक्कत होने की बात कही। बदले में डॉक्टरों ने युवक का ईसीजी भी कराया। बताया जा रहा है कि युवक के साथ एक दूसरा शख्स भी अस्पताल आया था, जिसने उसका रेलवे स्टेशन से 108 पर कॉल किया था। युवक का कहना था कि वहीं व्यक्ति उसका सामान और मोबाइल ले गया है। युवक ने अस्पताल में उस व्यक्ति की तलाश की। लेकिन, वह नहीं मिला। इसके बाद उसने हंगामा शुरू कर दिया। यहां तक कि युवक ने इसकी सूचना हॉस्पिटल के स्टाफ व पुलिस तक को दी।

जमकर हंगामा काटा
पुलिस व सुरक्षाकर्मियों ने किसी तरह युवक को समझाने व बुझाने की कोशिश की। लेकिन, कुछ देर बाद ही वह इमरजेंसी बिङ्क्षल्डग के फोर्थ फ्लोर पर चढ़ गया और वहां भी हंगामा करने लगा। यहां तक फोन नहीं मिलने पर वो छत से कूदने की धमकी तक देने लगा। इस बीच हॉस्पिटल प्रशासन की सांसें फूल गईं। इसके बाद सिटी मजिस्ट्रेट समेत पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे। युवक को काफी समझाने का प्रयास किया। लेकिन, वो नहीं माना और बिना फोन नीचे उतरने को तैयार नहीं हुआ। इस बीच फोर्थ फ्लोर पर मौजूद एक अधिवक्ता अनुज शर्मा और दो युवतियों ने हर्ष को अपनी बातों में उलझाकर शांत कराने का प्रयास किया। अनुज ने मौका देखकर पीछे से अचानक उसे पकड़ लिया और तब कहीं जाकर युवक को नीचे उतारा जा सका। उसके बाद अस्पताल प्रशासन ने राहत की सांस ली।

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Posted By: Inextlive