जब डेंगू के केस बढ़े तब आई निगम को चालान की याद
तीन महीने में करीब 23 लाख का चालान
सितम्बर में रिकॉर्ड तोड़ किए गए चालान
दून डेंगू संक्रमण के मामले जुलाई माह के पहले सप्ताह से ही आने लगेे थे। लेकिन, नगर निगम को सितम्बर माह में जब डेंगू संक्रमण के मामले बढऩे लगे तब चालानी कार्रवाई की याद आई। जिसके नतीजतन केवल एक माह में ही नगर निगम ने घरों, दफ्तरों और कॉम्प्लेक्स का करीब 22 लाख रुपये से ज्यादा का चालान काटा। इससे पूर्व अगर नगर निगम पहले एक्टिव हो जाता तो शायद संक्रमण पर कुछ लगाम लगाया जा सकता था। आलम ये है कि कई सरकारी ऑफिस में डेंगू को लेकर लापरवाही बरतने पर चालान किया गया।
तीन माह में तीन गुना चालान
माह - कुल चालान - चालान शुल्क
जुलाई - 72 - 17500
अगस्त - 138 - 43550
सितम्बर - 369 - 22,32,000
कुल चालान - 579 - 2293050
अगस्त में कुछ बढ़े चालान
नगर निगम ने जुलाई माह में केवल अवेयरनेस के नाम पर केवल खानापूर्ति की। इसके नतीजतन एक माह में 72 लोगों के कुल 17500 रुपये के चालान किए गए। जिसमें 27 अगस्त को 6100 रुपये का चालान किया गया। जबकि 25 जुलाई को 3550 रुपये का चालान हुआ। जिसके कुल चालान की कीमत 17500 रुपये आंकी गई। इसके साथ ही जब अगस्त माह में चालान की संख्या बढ़ी तो चालानी कार्रवाई भी बढ़ गई। लगातार घरों वे दफ्तरों में पानी जमा मिलने पर कार्रवाई की गई। जिसके बाद कुल 43550 लोगों के चालान किए गए।
इसके अलावा 15 सितम्बर को 1 लाख 11 हजार रुपये का, 16 सितम्बर को 1 लाख 38 हजार 500 रुपये का चालान किया गया। इसके अलावा 18 सितम्बर को 1 लाख रुपये का, 22 सितम्बर को 201800 रुपये का, 23 सितम्बर को 20200 रुपये का, 25 सितम्बर को 62500 रुपये का चालान किया गया। इसके अलावा एक दिन में अलग-अलग चालान किए गए। जिसका कुल 22 लाख 32 हजार रुपये का चालान किया गया।
गांधी शताब्दी हॉस्पिटल का चालान
दून में डेंगू के बढ़ते मामलों को लेकर प्राइवेट ही नहीं सरकारी डिपार्टमेंट भी लापरवाही बरत रहे है। इसका खुलासा तब हुआ जब नगर निगम की टीम ने आंचल डेरी का निरीक्षण किया तो लार्वा पनपता मिला। जिसके बाद नगर निगम ने चालान काटा। इसके बाद नगर निगम ने गांधी शताब्दी हॉस्पिटल का डेंगू का लार्वा मिलने पर चालान किया। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार गांधी शताब्दी हॉस्पिटल के बेसमेंट में पानी जमा मिला। जिसके बाद जब टीम ने जांच की तो यहां डेंगू का लार्वा पनपता पाया गया। जिसके बाद नगर निगम ने हॉस्पिटल का 50 हजार रुपये का चालान किया।
सिटी के तमाम एरियाज में लगातार जांच की जा रही है। नगर निगम लगातार सरकारी व गैर सरकारी विभागों की जांच कर रहा है। कहीं भी डेंगू का लार्वा पनपता पाया जाता है तो वहां किसी भी तरह से बक्शा नहीं जा रहा है। सभी को जिम्मेदारी समझनी होगी व कहीं भी लार्वा नहीं पनपने दिया जाना चाहिए।
डॉ। अविनाश खन्ना, नगर स्वास्थ्य अधिकारी इन दिनों हॉस्पिटल में रिपेयरिंग का काम चल रहा है। जिसके कारण अक्सर यहां पानी भरा रहता है। इसके साथ ही लगातार टीम को व्यवस्था दुरूस्त करने के लिए निर्देशित किया गया है। चालान की जानकारी मुझे नहीं हैं।
डॉ। शिखा जंगपागी, सीएमएस कोरोनेशन हॉस्पिटल
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