वही हुआ जिसका डर बना हुआ था. थर्सडे को गुच्चूपानी में घूमने के लिए गए पर्यटक अचानक तमसा नदी में जलस्तर बढऩे के कारण टापू में फंस गए. आसपास मॉजद दूसरे पर्यटकोंं ने उन्हें बचाने का प्रयास किया. लेकिन नदी का जलस्तर बढऩे के कारण कोई आगे जाने का प्रयास नहीं कर पाए.

देहरादून, (ब्यूरो): वही हुआ, जिसका डर बना हुआ था। थर्सडे को गुच्चूपानी में घूमने के लिए गए पर्यटक अचानक तमसा नदी में जलस्तर बढऩे के कारण टापू में फंस गए। आसपास मॉजद दूसरे पर्यटकोंं ने उन्हें बचाने का प्रयास किया। लेकिन, नदी का जलस्तर बढऩे के कारण कोई आगे जाने का प्रयास नहीं कर पाए। आखिर में एसडीआरएफ व फायर ब्रिगेड को सूचना दी गई और उन्हें सकुशल रेस्क्यू किया गया। लेकिन, सवाल ये है कि ऐसी घटना दून में कोई नई बात नहीं है। हर साल मानसून सीजन के दौरान ऐसे ही दून के तमाम इलाकों में ऐसे ही पर्यटक जल स्तर बढऩे के कारण फंस जाते हैं। बावजूद इसके प्रशासन, पुलिस व संबंधित विभाग पहले से तैयारियां नहीं कर पाता है। हालांकि, पर्यटन विभाग का कहना है कि गुच्चूपानी के लिए पहले ही संबंधित ठेकेदार को पर्यटकों की आवाजाही रोकने के लिए अवगत करा दिया गया है। थर्सडे को जो पर्यटक फंसे, वे गुच्चूपानी में न होकर दूसरे तरफ थे।

पिकनिक मनाने गए थे ये सभी पर्यटक
गुच्चूपानी इलाके में अचानक जल स्तर बढऩे से 10 पर्यटकों के फंसने की कोई नई बात नहीं है। इससे पहले भी पिछले कुछ वर्षों में ऐसी घटनाएं सामने आई हैं। जब मानसून के दौरान स्थानीय व बाहर के पर्यटक पिकनिक मनाए गए और अचानक बारिश आने के कारण वहीं फंस गए। कई बार तो पर्यटकों को जान भी गंवानी पड़ी है। लेकिन, इसके बावजूद पर्यटक हैं कि मानने को तैयार नहीं रहते हैं। खास बात ये है कि बाहर से आने वाले पर्यटकों को इस बारे में कम ही जानकारी होती है। जिससे वे ऐसे संवेदनशील पर्यटक स्थलों पर पहुंच कर अपनी जान खतरे में डाल देते हैं। थर्सडे को गुच्चूपानी में फंसे 10 पर्यटकों के बाद अब प्रशासन, पुलिस व पर्यटन विभाग भी सतर्क हो गया है।

शाम 5 बजे की घटना
थर्सडे को हुई घटना शाम करीब पांच बजे की बताई जा रही है। कुछ पर्यटक गुच्चूपानी पिकनिक स्पॉट इलाके में पिकनिक मनाने के लिए पहुंचे थे। भारी बारिश के बावजूद भी वह तमसा नदी में इंज्वॉय करते रहे। लेकिन, इसी दौरान अचानक नदी का जलस्तर बढ़ गया। जिसके कारण वह किनारे नहीं आ पाए। उन्होंने मदद की गुहार लगाई। लेकिन, बहने के डर से कोई भी व्यक्ति वहां फंसे पर्यटकों तक नहीं पहुंच पाया। इसके बाद सूचना पर करीब 15 मिनट बाद एसडीआरएफ व फायर ब्रिगेड की टीमें मौके पर पहुंची। जिन्होंने रस्सी के सहारे फंसे सभी 10 पर्यटकों को सुरक्षित बाहर निकाला।

फंसने वाले ये पर्यटक थे शामिल
-राजपाल ङ्क्षसह निवासी तीखोल टिहरी
-नवीन सेमवाल निवासी सेवलाकला दून
-आशीष कुमार निवासी राजपुर रोड जाखन
-मनोज ङ्क्षसह निवासी तीखोल ग्राम टिहरी
-मुकेश कुमार निवासी सिकंदराबाद जिला बुलंदशहर
-साबिर निवासी आजाद कॉलोनी आईएसबीटी
-ङ्क्षप्रस सैनी, शशांक सैनी, अंकित सैनी व अमन सैनी निवासी सिकंदराबाद।

ये इलाके हैं सबसे ज्यादा संवेदनशील
-गुच्चूपानी
-सहस्रधारा
-मालदेवता
-बिष्ट गांव
-टपकेश्वर
-भट्टाफॉल
-शिखर फॉल

मसूरी में पर्यटकों की आमद
वर्ष - अप्रैल - मई
2023 - 145536 - 215904
2024 - 119625 - 227451

दून में पहुंची पर्यटकों की संख्या
वर्ष - अप्रैल - मई
2023 - 412439 - 592661
2024 - 433119 - 622464

सहस्त्रधारा में हो चुकी हैं कुछ घटनाएं
-14 अगस्त 2018-दोस्तों के साथ घूमने आए युवक की डूबने से मौत
-16 अगस्त 2020-हरियाणा के युवक की डूबने से मौत
-21 जुलाई 2021-दिल्ली के पर्यटक की मौत
-6 अगस्त 2023-विकासनगर से सहस्त्रधारा घूमने आई युवती की मौत
-31 अगस्त 2023-17 वर्ष के किशोर की नहाते समय डूबने से मौत

गुच्चूपानी में पहले भी फंसे हैं पर्यटक
-3 सितंबर 2021 को नदी का जल स्तर बढऩे से फंस गए थे 25 लोग।
-3 जुलाई 2022 को नदी का जलस्तर पर बढऩे से फंस गए 11 लोग।

दिक्कत आने पर जारी किए गए हैं ये नंबर
जिला पर्यटन विभाग के अनुसार ऐसी दिक्कत आने पर जिला आपदा प्रबंधन केंद्र के इन नंबर पर फोन किया जा सकता है। इनमें 0135-2726066, 2626066 व 7534826066 के अलावा टोल फ्री नंबर 1077 शामिल किए गए हैं।

पर्यटन की ओर से गुच्चूपानी के लिए पत्र जारी
जिला पर्यटन की ओर से गुच्चू पानी को पत्र कुछ दिन पहले वहां के ठेकेदार को पत्र भेजा गया है। जिसमें कहा गया है कि बारिश को देखते हुए गुच्चूपानी में पर्यटकों के आवागमन पर नियंत्रण किया जाए। इसमें किसी भी प्रकार की कोई कोताही न बरती जाए।

हमारी ओर से सभी पर्यटक स्थल पर नजर रखी जा रही है। बरसात के दौरान पर्यटन विभाग से संबंधित पर्यटक स्थल पर पर्यटकों को रोके जाने के लिए कहा गया है। जिससे किसी भी पर्यटक को कोई परेशानी न हो। खासकर गुच्चूपानी ज्यादा फोकस किया जा रहा है।
-सुशील नौटियाल, जिला पर्यटन अधिकारी

ऐसे संवेदनशील पिकनिक स्पॉट में पर्यटकों की आवाजाही न होने के लिए प्रशासन की ओर से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म की मदद ली जा रही है। वहीं, संबंधित विभागों की ओर से अनाउंसमेंट भी कराया जाता है। लेकिन, इसके बाद भी पर्यटक या फिर स्थानीय लोग वहां चले जाते हैं। जिससे ये परेशानी आ जाती है।
-सोनिका, डीएम, दून.

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Posted By: Inextlive