ड्रग डिपार्टमेंट के अधिकारियों के अनुसार जारी निर्देशों के क्रम में समय-समय पर इन दवाईयों की जांच की जाती रही है। लेकिन इसके बाद भी मेडिकल स्टोर संचालक इन प्रतिबंधित दवाओं की बिक्री कर रहे हैं। लेकिन इसके बावजूद इनकी सेल हो रही है तो ये पूरी तरह गलत है।

जून 2023 में बंद हो चुकी दवाईयां 6 माह बाद भी मेडिकल स्टोर्स पर आसानी से उपलब्ध

-ड्रग डिपार्टमेंट इससे बेखबर, मामला प्रकाश में आने के बाद अब विभाग कर रहा कार्रवाई करने का दावा

देहरादून, 16 जनवरी (ब्यूरो)।

दवाई के नाम पर लोगों की जिंदगी के साथ शहर में बेखौफ खिलवाड़ किया जा रहा है। कई दवाईयों पर रोक लगाई गई है। लेकिन, कुछ मेडिकल स्टोर संचालक हैं कि उन्हें इससे कोई मतलब नहीं। उन्हें तो पर्दे के पीछे हो या फिर अंडर टेबल। प्रतिबंधित दवाईयों की सेल कर अपनी कमाई करनी है। मंडे को दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट की टीम ने दून सिटी के कई इलाकों में ऐसी प्रतिबंधित दवाईयों की पड़ताल की। पाया कि कई मेडिकल स्टोर्स की ओर से बेरोक-टोक दवाईयां आसानी से मुहैया कराई जा रही हैं। लेकिन, एकाध ऐसे मेडिकल स्टोर्स नजर आए, जिन्होंने पहले डॉक्टर्स का प्रेस्क्रिप्शन पूछा और उसके बाद दवाई लेने का कारण भी जाना। एक रिपोर्ट।।।

केमिस्ट -1
लोकेशन:-दून मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल के पास
वक्त- शाम 4:30 बजे।
रिपोर्टर-ये दवा मिलेगी। (फोन में दवाई का नाम दिखाते हुए)
मेडिकल स्टोर संचालक-जरा देखिए, कौन-सी दवा मांग रहे हैं।
रिपोर्टर-अमोनियम क्लोराइड, सोडियम सिट्रेट, क्लोरफेनिरामाइन मैलिएट, मेंथॉल सिरप। खांसी हो रही है इसलिए चाहिए।
मेडिकल स्टोर स्टाफ- मैं लाता हूं। कुछ देर बाद दवा दे दी।
रिपोर्टर-ठीक है, मैं पहले डॉक्टर से कंफर्म कर लंू। ये कितने की है।
मेडिकल स्टोर संचालक -85 रुपये की।
रिपोर्टर -लगता है डॉक्टर बिजी हंै, जवाब नहीं मिला। कुछ देर बाद आएंगे।

::केस स्टडी --2--
लोकेशन:-दून मेडिकल कॉलेज के सामने एमकेपी कॉलेज रोड
वक्त - शाम 4:50 बजे।
रिपोर्टर -क्लोरफेनिरामाइन, कोडीन फॉस्फेट, मेंथॉल सिरप, फिनाइटोइन, फेनोबार्बिटोन सोडियम मिलेगी।
मेडिकल स्टोर संचालक - पे्रस्क्रिप्शन है आपके पास।
रिपोर्टर-घर पर है। लेकिन, मुझे तो दवा का नाम भेजा है।
मेडिकल स्टोर संचालक-अभी है नहीं है तो पहले प्रेस्क्रिप्शन लेकर आओ। किसको जरूरत है इन दवाओं की। क्या आपको चक्कर आते हैं।
रिपोर्टर- नहीं ये मेरी दवा नहीं है। मुझे घर से मंगाई है।
मेडिकल स्टोर संचालक- फिलहाल नहीं है। लेकिन पहले प्रेस्क्रिप्शन लाओ, फिर दवाई मिलेगी आपको।

केमिस्ट-3
लोकेशन:--तिलक रोड पर मेडिकल स्टोर
वक्त- शाम 3:15 बजे।
रिपोर्टर:- फिऩाइटोइन, फेनोबार्बिटोन सोडियम, क्लोरफेनिरामाइन मैलेट, मेंथॉल सिरप चाहिए।
मेडिकल स्टोर संचालक:-जरा देखना। क्र(फोन में दिखाते हुए।)
रिपोर्टर - मिल जाएगी क्या?
मेडिकल स्टोर संचालक:- हां, जरूर मिल जाएगी। आप अंदर आकर देख लीजिए।
रिपोर्टर :- हां भैया, फिनाइटोइन, फेनोबार्बिटोन सोडियम। ठीक है।
मेडिकल स्टोर संचालक-आपको टेबलेट में चाहिए या सिरप में।
रिपोर्टर- आप दिखा दीजिए। पहले चैक करवा लेते हैं।
मेडिकल स्टोर संचालक- ये सिरप में है और टैबलेट में भी है। आपको किसमें चाहिए।
रिपोर्टर - अच्छा दिखा दीजिए। (मेडिकल स्टोर संचालक ने दवा दिखाई)

केमिस्ट-4
लोकेशन:-सहारनपुर चौक स्थित मेडिकल स्टोर।
वक्त- 3:30 बजे।
रिपोर्टर- भैया, फिनाइटोइन, फेनोबार्बिटोन सोडियम दवा मिलेगी आपके पास।
मेडिकल स्टोर संचालक:- (फोन पर दवा का नाम देखते हुए) अभी चैक करता हूं।
रिपोर्टर - क्या मिल जाएगी ये दवा।
मेडिकल स्टोर संचालक:- फिऩाइटोइन सोडियम की टेबलेट दिखाते हुए। ये चल जाएगी क्या?।
रिपोर्टर:- दोनों सॉल्ट नहीं मिलेंगे क्या?
मेडिकल स्टोर संचालक:- करीब 15 मिनट खोजने के बाद। दूसरी दवा दिखाते हुए। क्या ये चल जाएगी क्या? क्या आपको चक्कर आते हैं?
रिपोर्टर:- पता नहीं, मुझे तो घर से मैसेज आया है।
मेडिकल स्टोर संचालक:- थोड़ा इंतजार करना पड़ेगा।

कई बार हुई जांच
यहां तक कि अक्टूबर महीने में सिटी में मेडिकल स्टोर की जांच भी की गई है। जिसमें नियमों का पालन न करने वाले मेडिकल स्टोर संचालकों के लाइसेंस भी कैंसिल किए गए।

इन इलाकों में पहुंची टीम
-दून हॉस्पिटल के पास
-हाथीबड़कला
-सहस्रधारा रोड
-कैनाल रोड
-कांवली रोड
-सहारनपुर चौक
-त्यागी रोड
-हरिद्वार बाईपास
-तिलक रोड
-पटेलनगर

एक नजर
-सिटी में करीब 4112 मेडिकल स्टोर्स।
-मेडिकल स्टोर के रोज एवरेज एक रजिस्ट्रेशन।
-रोक के आदेश के बाद दवा कंपनी को करनी थी वापस।
-कई बार जांच के बाद भी प्रतिबंधित दवा की सेल।

इन कॉम्बिनेशन पर प्रतिबंध
-निमेसुलाइड-पेरासिटामोल डिस्परसेबल टैबलेट
-एमोक्सिसिलिन-ब्रोमहेक्सिन
-फोल्कोडाइन-प्रोमेथाजनि
-क्लोरफेनिरामाइन मैलिएट, डेक्सट्रोमेथॉर्फन, गुईफेनेसिन, अमोनियम क्लोराइड, मेन्थॉल
-अमोनियम क्लोराइड, ब्रोमहेक्सिन, डेक्सट्रोमेथॉर्फन
-क्लोरफेनिरामाइन मैलेट, कोडीन सिरप
-ब्रोमहेक्सिन, डेक्सट्रोमेथॉर्फन, अमोनियम क्लोराइड, मेन्थॉल
-डेक्सट्रोमेथॉर्फन, क्लोरफेनिरामाइन मैलेट, गुइफेनेसिन, अमोनियम क्लोराइड
-पेरासिटामोल, ब्रोमहेक्सिन, फिनाइलफ्राइड, क्लोरफेनिरामाइन, गुइफेनेसिन
-सालबुटामोल, ब्रोमहेक्सिन
-क्लोरफेनिरामाइन, कोडीन फॉस्फेट, मेंथॉल सिरप
-फिनाइटोइन, फेनोबार्बिटोन सोडियम
-अमोनियम क्लोराइड, सोडियम सिट्रेट, क्लोरफेनिरामाइन मैलेट, मेंथॉल सिरप
-साल्बुटामोल, हाइड्रॉक्सी एथिल थियोफिलाइन, ब्रोमहेक्सिन
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हमारी ओर से समय-समय पर प्रतिबंधित दवाईयों को लेकर नोटिफिकेशन जारी कर मेडिकल स्टोर्स संचालकों को अवेयर किया जा रहा है। इसके बाद भी इसकी बिक्री हो रही है। तो इसकी जांच की जाएगी।
संजीव तनेजा, अध्यक्ष, होलसेल कैमिस्ट एसोसिएशन।

प्रतिबंध के बाद भी अगर ये दवाईयां बाजार में पहुंच रही है। तो इसको लेकर केमिस्ट के साथ दवा बनाने वाली कंपनी तक से बात करने के साथ ही जांच की जाएगी। रोक के बाद भी ये दवा बाजार में मिल रही है तो इनकी सेल करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
महेन्द्र सिंह राणा, ड्रग इंस्पेक्टर, देहरादून।
DEHRADUN@inet.co.in

Posted By: Inextlive