टूरिस्ट सिटी मसूरी की सड़कों पर अब पानी के बर्तन ले जाते लोग नहीं दिखेंगे और न ही पानी के टैंकर पानी डिस्ट्रीब्यूट करते हुए नजर आएंगे। पिछले करीब दो अर्से से पानी के लिए तरस रही मसूरी की प्यास आखिरकार बुझ गई। मसूरी पंपिंग पेयजल योजना से यह मुमकिन हो पाया है। लंबे जद्दोजहद के बाद पेयजल निगम द्वारा बनाई गई इस योजना से गर्मी में मसूरी को पर्याप्त पानी मिलना शुरू हो गया है। खास बात यह है कि अगले 30 तक मसूरी में पानी की किल्लत नहीं होगी।

देहरादून (ब्यूरो) मसूरी शहर को वर्तमान में 13 से 14 एमएलडी रोजाना पानी की आपूर्ति की जा रही है। जबकि जल संस्थान के पास वर्तमान में 18 एमएलडी तक पानी की उपलब्धता है। यानि पूरी डिमांड के बाद भी 5 एमएलडी पानी एक्स्ट्रा उपलब्ध है। नई पंपिंग स्कीम की 11.2 एमएलडी पानी की कैपेसिटी है। पूर्व में जल संस्थान के पास 7 एमएलडी पानी की उपलब्धता थी, जबकि 4-5 एमएलडी पानी टैंकरों के जरिए सप्लाई होता था। इसके लिए जल संस्थान ने दर्जनों प्राइवेट टैंकर हायर किए थे। जल संस्थान के अधिकारियों ने बताया कि अब ये सारे टैंकर बंद कर दिए गए हैं।

डिमांड से डेढ़ गुना पानी उपलब्ध
पेयजल निगम के अधीक्षण अभियंता (यांत्रिक) प्रवीण राय ने बताया कि इस योजना से 11.20 मिलियन लीटर डेली (एमएलडी) पानी मिलेगा। वर्तमान में जरूरत के हिसाब से जल संस्थान को 5 से 6 एमएलडी पानी उपलब्ध कराया जा रहा है। योजना से 1.20 एमएलडी पानी उपलब्ध है, लेकिन वर्तमान में 50 से 60 लाख लीटर पानी की ही जल संस्थान से डिमांड आ रही है। जितनी डिमांड आएगी उतना ही पानी उपलब्ध कराया जाएगा। 40 लाख लीटर दो अलग-अलग टैंकों में स्टोर किया जा रह है। अगले 30 तक के लिए मसूरी की पानी की छुट्टी हो गई है। यह योजना 2052 तक के लिए डिजाइन की गई है।

पहली एचटी लाइन संचालित योजना
यह राज्य की पहली ऐसी पंपिंग योजना है, जिसके पंप बिजली की हाईटेंशन लाइन से संचालित हो रहे हैं। 460 किलोवाट एचटी मोटर (11000 वोल्ट) से पंपिंग पानी अपलोड कर रही है। इसमें हाईहैड पंपों में एचटी मोटर 11 हजार वोल्ट का प्रयोग किया जा रहा है। इस हाईटेक्नोलॉजी की पंपिंग पेयजल योजना की हाईट 16 किमी। है। इसके लिए अलग से बिजली सब स्टेशन का निर्माण किया गया है।

3 लाख आबादी को मिलेगा लाभ
124 करोड़ की इस पंपिंग पेयजल योजना से बाहर से आने वाले पर्यटकों को मिलाकर करीब 3 लाख तक की आबादी को शुद्ध और पर्याप्त पानी देने की क्षमता है। योजना को बनाने में 3 साल से अधिक का समय लगा है। 2020 में निर्माण शुरू किया गया था। बताया जा रहा है कि इस बार गर्मी में मसूरी के लोगों के साथ यहां आने वाले देश-विदेश के टूरिस्टों को पर्याप्त पानी मिल रहा है।

16 घंटे पानी की उपलब्धता
पेयजल निगम के अधिकारियों ने बताया कि योजना से शहरवासियों को 8 घंटे सुबह और 8 घंटे शाम को कुल 16 घंटे पानी की आपूर्ति होगी। योजना के तहत 5 स्टोरेज टैंक हैं। 1000 केएल के तीन और 4000 केएल के 2 वाटर टैंक बनाए गए हैं। इन टैंकों के जरिए पानी लिफ्टिंग के जरिए मसूरी शहर में पहुंच रहा है। डिस्ट्रीब्यूशन लाइन बिछ चुकी है। कुछ समय बाद शहरवासियों को योजना के तहत प्रस्तावित पूरा पानी मिलेगा।

नई पंपिंग पेयजल योजना पर एक नजर
- 30 साल तक नहीं होगी पानी की कमी
- 124 करोड़ खर्च होंगे योजना पर
- 03 लाख पॉपुलेशन को मिलेगा लाभ
- 16 किमी। हाइट पर पंपिंग से चढ़ेगा पानी
- 94 किमी। बिछेगी नई पाइपलाइन
- 11000 वोल्ट एचटी लाइन से चलेंगे पंप
- 11.2 एमएलडी पानी की होगी आपूर्ति
- 16 घंटे मिलेगा शहर को पानी
- 5 स्टोरेज टैंक के जरिए पहुंचेगा पानी
- 2020 में शुरू हुआ था योजना का काम
- 1.20 करोड़ लीटर पानी रोजाना पंपिंग क्षमता
- 70 करोड़ लीटर के लगभग हो रहा वर्तमान में आपूर्ति

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Posted By: Inextlive