दून के ब्यूटिफिकेशन के लिए सिटी के तमाम इलाकों में मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण एमडीडीए की ओर से पुल और कुछ फ्लाईओवर के नीेचे वर्टिकल गार्डन तैयार किए हैं. जिन पर लाखों रुपए खर्च हुए.

देहरादून,(ब्यूरो): दून के ब्यूटिफिकेशन के लिए सिटी के तमाम इलाकों में मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण (एमडीडीए) की ओर से पुल और कुछ फ्लाईओवर के नीेचे वर्टिकल गार्डन तैयार किए हैं। जिन पर लाखों रुपए खर्च हुए। लेकिन, इन गार्डन की हालत ये है कि कई स्थानों पर फ्लावर पॉट में मौजूद प्लांट्स सूख गए हैं। पूर्व में भी प्लांट्स सूखने पर इन्हें बदल दिया गया। आखिर ऐसा कब तक चलेगा। यह स्थिति तब है जब बरसात का मौसम अभी-अभी गुजरा है। ऐसे में गर्मी के क्या हाल होगा, इसका सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है।

बारिश थमते ही हरियाली गायब
शहर में सड़क के दोनों और वर्टिकल गार्डन बनाए गए हैं। ये गार्डन पुल पर लगाए गए हैं, जिससे गंदे पड़े नालों व गंदगी को छिपाया जा सके। लेकिन, इन पौधों की देखभाल करने में एमडीडीए असफल साबित हो रहा हैं। जब तक बरसात का मौसम था। तब तक ये पौधे स्वस्थ व ग्रीन थे। लेकिन, जैसे ही बरसात थमी ये पौधे भी सूखते चले गए। वहीं एमडीडीए के अधिकारियों का कहना है कि पौधों की लगातार देखभाल की जा रही हैं। सूख जाने पर इन्हें बदला जा रहा है। जबकि, वास्तविकता में यहां वर्टिकल गार्डन में पौधे सूखे हुए मिले।

करीब 2 करोड़ का प्रोजेक्ट
एमडीडीए के अधिकारियों के अनुसार वर्टिकल गार्डन के लिए करीब 2 करोड़ रुपये का बजट रखा गया है। शहर में पांच जगहों पर अब तक वर्टिकल गार्डन तैयार किए गए हैं। जिसकी जिम्मेदारी अलग-अलग ठेकेदार को दी गई है।

इन इलाकों में वर्टिकल गार्डन
-रिस्पना पुल
-अपर राजीव नगर पुल
- चूना भट्टा रायपुर रोड
-लाल पुल
-बिंदाल पुल
-बल्लूपुर फ्लाईओवर के नीचे

ठेकेदारों को देखभाल की जिम्मेदारी
एमडीडीए के अधिकारियों के अनुसार वर्टिंकल गार्डन की देखभाल की जिम्मेदारी एमडीडीए खुद देख रहा हैं। इसके लिए स्पेशल टीम नियुक्त की गई है। अलग-अलग ठेकेदार को इसके लिए नियुक्त किया गया था। जो यहां प्लांटेशन के अलावा इसके रखरखाव की जिम्मेदारी भी संभाल रहे हैं।

फ्रेम लगाकर प्लांट्स को बचाने का प्रयास
एमडीडीए के अधिकारियों के अनुसार चोरों से प्लांट और गमले को चोरों से बचाने के लिए पहले यहां फ्रेम लगाया गया। इस पर पौधे लगाए गए। जाली लगाकर इन्हें फ्रेम किया गया। समय-समय पर इन्हें पानी दिया जाता है। इससे इनकी देखभाल भी हो जाती है और कोई प्लांट्स चोरी भी नहीं कर पाता है।

सौन्दर्यीकरण के लिए बनाए गार्डन
सड़क में ब्रिज के ऊपर दोनों ओर नदियों और नालों की गंदगी को छिपाने के लिए वर्टिकल गार्डन बनाए गए हैं। जिससे सड़क के दोनों ओर सुंदरता दिखे और ब्रिज के दोनों ओर गंदगी न दिखने पाए। एमडीडीए के अधिकारियों के अनुसार वर्टिकल गार्डन को अट्रेक्टिव बनाने के लिए इनके फ्रेम को सीएनसी कर्टिंग से शेप दी गई है। लोहे की फ्रेम में पैटर्न के लिए कर्टिंग की गई है।

डीएम से लगाई गुहार
बल्लूपुर फ्लाईओवर के नीचे लगाए पौधे पूरी तरह सूख गए हैं। यहां न तो एमडीडीए या नगर निगम की ओर से पौधों की सिंचाई की गई और न ही वर्षा का जल पौधों तक पहुंच सका। कुछ समाज सेवियों की ओर से सोमवार को डीएम को ज्ञापन देकर कार्रवाई की मांग की गई। भाजपा नेता गीता बिष्ट ने कहा कि पौधों के रखरखाव के लिए कोई व्यवस्था नहीं की गई। यहां तक कि पौधों को पानी देने की जिम्मेदारी नहीं उठाई गई और न ही यहां मानसून सीजन में बारिश का पानी ही पहुंच पाया। जिस कारण पौधे सूख गए हैं। उन्होंने डीएम से मांग की है कि इस लापरवाही सख्त कार्रवाई की जाए।

वर्टिकल गार्डन में थे ये प्लांट्स
गोल्डन पोथो
तलवार फर्न
फिलोडेंड्रोन
विस्टेरिया
रेबरेंट
गोलियत लिलीटर्फ
पीस लिली
जेरेनियम
सक्यूलेंट
रिबन ग्रास

वर्टिकल गार्डन की लगातार देखभाल की जा रही है। अगर कोई प्लांट खराब होता है तो उसे तत्काल रिप्लेस कर दिया जाता है। संबंधित ठेकेदारों को भी पौधों के रखरखाव के लिए कड़ी निगरानी के निर्देश दिए गए हैं। प्राधिकरण भी खुद इनकी मॉनिटरिंग कर रहा है।
भानु प्रिया, उद्यान निरीक्षक, एमडीडीए

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Posted By: Inextlive