यूकेएसएससी पेपर लीक के तार लखनऊ तक
देहरादून ब्यूरो। एसटीएफ की जांच में इस कंपनी में काम करने वाले अभिषेक वर्मा नाम के कर्मचारी का नाम सामने आया। बताया गया कि वह अपने गांव शेरपुर जिला सीतापुर में मकान बना रहा है और लखनऊ में मकान का रिनोवेशन करवा रहा है। साथ ही अभिषेक द्वारा नई डिजायर कार खरीदे जाने की बात भी सामने आई। जबकि कंपनी अभिषेक वर्मा को मात्र 21000 रुपये वेतन देती है। इससे एसटीएफ का शक बढ़ गया और अभिषेक के बारे में जानकारी जुटानी शुरू कर दी।
पूछताछ में हुआ खुलासा
जांच में पता चला कि अभिषेक वर्मा किसी कार्य से देहरादून आया है। एसटीएफ ने अभिषेक वर्मा को पूछताछ के लिए ऑफिस में बुला लिया। पूछताछ उसने बताया कि वह आरएमएस टेक्नो सॉल्यूशन कम्पनी में पेपर का सेट बनाकर उसे सील करने का काम करता है। यूकेएसएससवी परीक्षा कीतीनों ईनिंग के लिए तैयार किये गये थे। उसने हरईनिंग का एक-एक सेट निकाल लिया। इसके बाद अपने टेलीग्राम ऐप के माध्यम से आगे भेजे।
36 लाख मिले आरोपी को
इस काम के लिए अभिषेक वर्मा को 36 लाख रुपये मिले थे। उसने 95 हजार में अपने गांव में दो कमरे बनवाये। 90 हजार रुपये में डिजायर खरीदी, 30 हजार रुपये अपने मां के खाते में, 15 हजार रुपये अपने भाई के खाते में, 20 हजार रुपये अपने पिताजी के खाते में और कुछ रुपये अपनी पत्नी और अन्य परिचितों के खातों में डाले हैं।