बेड में मिला दो महीने पुराना शव
देहरादून ब्यूरो। राजपुर रोड जाखन निवासी जिस मकान में शव मिला, उसके मकान मालिक शालीन सिंह ने पुलिस का बताया कि वे खुद इस मकान में नहीं रहते। सभी कमरे किराये पर हैं। 16 फरवरी को एक युवक और एक युवती ने 2000 रुपये महीने किराये पर कमरा लिया था। युवती ने अपना नाम रैफीन बीवी बताया था। वह मातपाड़ा कटुवा, जिला वर्धमान, पं। बंगाल की रहने वाली थे। उसके साथ के युवक का नाम अजरूल लश्कर था उसने अपना पता भगवान खाली साउथ, पं। बंगाल बताया था। शालीन सिंह के अनुसार 18 फरवरी को अजरुल ने फोन करके उन्हें बताया कि रीफैन वापस अपने घर चली गई है और अब वह भी कुछ दिन के लिए वापस जा रहा है। इसके बाद अजरुल कमरे पर ताला लगाकर चला गया। तब से वह लौटा ही नहीं। शालीन सिंह के अनुसार उसने मार्च में किराये के लिए रीफैन बीवी को फोन किया तो उसका मोबाइल बंद था। वे इस मकान में देखने आये तो उनके कमरे पर ताला लगा हुआ था। वे
कंबल में लिपटा था शव
शालीन सिंह के अनुसार वेडनसडे रात को मकान में रह रहे किरायेदारों ने उन्हें फोन कर बताया कि रीफैन वाले कमरे से बदबू आ रही है। उन्होंने केयर टेकर राम सिंह को कमरा खोलने को कहा। राम सिंह ने ताला तोडक़र कमरा खोला तो बेड से बदबू आ रही थी। बेड खोलकर देखा कि कंबल में लपेटकर रैफीन की लाश रखी थी, जतो बुरी तरह सड़ी हुई हालत में थी। इसके बाद पुलिस को सूचना देकर मौके पर बुलाया गया।
एसपी सिटी सरिता डोभाल ने बताया कि पुलिस की अब तक की जांच में पता चला है कि रीफैन बीवी और अजरूल लश्कर प। बंगाल के रहने वाले थे। दोनों 6 महीने पहले देहरादून आए थे। रीफैन मसूरी में एक स्पा सेंटर में काम करती थी। अजरुल कभी-कभी रीफैन बीवी से मिलने के लिए मसूरी जाता था। स्पा सेंटर के कर्मचारियों से पूछताछ से पता चला कि रैफीन 5 जनवरी को गांव जाने की बात कहकर स्पा सेंटर से चली गई थी। इसके बाद कर्मचारियों का उससे संपर्क नहीं हुआ। समझा जाता है कि वह स्पा सेंटर से लौटकर वह अजरुल के साथ ही रह रही थी और 16 फरवरी को उन्होंने जाखन में किराये पर कमरा लिया था।
पुलिस का अजरुल की तलाश
थाना राजपुर पुलिस के अजरूल लश्कर की गिरफ्तारी के प्रयास किये जा रहे हैं। उसका मोबाइल बंद है। जल्द ही उसकी गिरफ्तारी के लिए एक टीम प। बंगाल भेजी जाएगी। फिलहाल थर्सडे को शव का पोस्टमार्टम करवाया गया्र लेकिन शव सड़ा गला होने के कारण मौत के कारणों का पता नहीं चल पाया। बिसरा जांच से ही अब मौत के कारणों का पता चल पाएगा।
शालीन सिंह के जिस मकान में रैफीन बीवी का शव मिला उसमें कुल 19 कमरे बताये जाते हैं। ये कमरे बहुत छोटे हैं। इनमें ज्यादातर मजदूर किराये पर रहते हैं। फिलहाल मकान के 7 कमरे किराये पर चढ़े हुए हैं। इनमें एक कमरा रैफीन और अजरुल ने किराये पर लिया था। दोनों ने अपने आधार कार्ड भी शालीन सिंह को दिये थे। आमतौर पर मजदूर सुबह काम पर चले जाते हैं और रात को लौटते हैं। ऐसे में किसी ने रैफीन के कमरे की तरफ ध्यान नहीं दिया। बदबू आने पर वेडनसडे को मजदूरों को किसी अनहोनी का शक हुआ।