Dehradun News: बिजली के लोड व तपती धूप की तपिश में ट्रांसफॉर्मर बने आग का गोला
देहरादून,(ब्यूरो): दून में अबकी बार जिस रफ्तार से तापमान में उछाल देखने को मिला। उसी स्पीड से आग की घटनाएं भी सामने आईं। अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि अबकी बार फायर सीजन में करीब 56 दिनों के दौरान करीब 278 आग की घटनाएं रिकॉर्ड की गई हैं। इस हिसाब से रोजाना दून में लगभग 4 आग की घटनाएं दर्ज की गई हैं, जिनको गत वर्ष की तुलना में दोगुना बताया जा रहा है। बावजूद इसके फायर डिपार्टमेंट ने इस घटनाओं पर नियंत्रण पाने की पूरी कोशिश की। लेकिन, इन आग की घटनाओं के लिए सबसे बड़ी वजह रहे हैं बिजली की ट्रांसफॉर्मर। विभाग की मानें तो 90 परसेंट तक आग की घटनाएं केवल बिजली के ट्रांसफॉर्मर के कारण दर्ज की गई हैं। इधर, फायर डिपार्टमेंट आग की घटनाओं से निपटने के लिए संशाधनों की कमी से भी जूझता हुआ दिखाई दिया। कई इक्विपमेंट के लिए विभाग को प्रपोजल भेजे गए। आज तक सामग्री उपलब्ध नहीं हो पाई।
40 डिग्री में तपते ट्रांसफॉर्मर
फायर डिपार्टमेंट के आंकड़ों इस बात की तस्दीक करते हैं कि अबकी बार दून में जितनी घटनाएं दर्ज की गई हैं। उनमें सबसे ज्यादा बिजली के ट्रांसफॉर्मर पर लगने वाली आग रही है। बताया जा रहा है कि शहर का तापमान मई महीने में अक्सर 40 डिग्री प्लस में रहा। जिस कारण ट्रांसफॉर्मर तपते रहे, ऊपर से बिजली सप्लाई होने के कारण ज्यादातर वक्त में ट्रांसफॉर्मर लोड झेलते हैं। इस वजह से शहर के तमाम इलाकों में आग की घटनाएं प्रकाश में आती रही हैं। इसके अलावा बिजली के पोल पर भी लगने वाली आग की घटनाएं भी शामिल रहीं। हालांकि, कुछ आग की घटनाएं आउटर इलाकों के जंगलों में भी सामने आएं। जिन पर फायर डिपार्टमेंट ने नियंत्रण पाया।
वर्ष 2023
-अप्रैल--44
-मई--68
-जून--34
-जुलाई--23
-अगस्त--17
-सितम्बर--15
-अक्टूबर--19
-नवम्बर--51
-दिसम्बर--33
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कुल--304
2023 में रोज 2, 2024 में रोजाना 4 आग की घटनाएं दर्ज
दून में आग लगने की घटनाओं पर गौर करें तो गत वर्ष अप्रैल से लेकर दिसंबर महीने तक दून सिटी में कुल 304 मामले फायर सर्विस डिपार्टमेंट ने दर्ज किए। इस लिहाज से रोजाना करीब दो आग की घटनाएं सामने आई। जबकि, इस वर्ष इन घटनाओं में दोगुना इजाफा देखने को मिला। मिड अप्रैल से लेकर 10 जून तक फायर डिपार्टमेंट ने 278 आग की घटनाओं को रिकॉर्ड किया है। इस लिहाज से रोजना शहर में करीब 4 आग की घटनाएं दर्ज की जा रही हैं। साफ है कि आग पर नियंत्रण पाने के लिए फायर सर्विस की गाडिय़ां सायरन भरते हुए दौड़ती रहीं।
-अप्रैल--113
-मई-- 132
-जून--33
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कुल--278
--- एसी व कूलर का लोड नहीं झेल पाए ट्रांसफॉर्मर व बिजली के पोल
फायर डिपार्टमेंट के मुताबिक रिकॉर्डतोड़ तापमान के बीच दून में लोगों ने इस बार जमकर एसी, कूलर व पंखे का यूज किया। बारिश नहीं हुई, गर्मी बढ़ती रही। इसका लोड ट्रांसफॉर्मर व बिजली के पोल पर पड़ते गया। जिससे ट्रांसफार्मर पर बिजली का ओवरलोड झेलने में नाकाम रहे और आग की घटनाएं सामने आती रहीं। इस प्रकार आईं आग की घटनाएं
-ट्रांसफॉर्मर
-इलेक्ट्रिक पोल
-गैस सिलेंडर
-कार
-इलेक्ट्रॉनिक मशीन
-शॉर्ट सर्किट से रेस्टोरेंट में आग
-शॉर्ट सर्किट से पटाखा की दुकान में आग
विभाग भी जरूरतों से जूझता रहा
फायर डिपार्टमेंट के सामने फायर सीजन के साथ ही अब मानसून सीजन की चुनौतियां भी हैं। लेकिन, इन सबसे निपटने के लिए विभाग इक्विपमेंट से भी जूझ रहा है। स्थिति ये है कि दून फायर स्टेशन ने फायर या फिर मानसून जैसे परिस्थितियों का सामना करने के लिए इक्विपमेंट दिए जाने की डिमांड की है, जिनकी अब तक मंजूरी नहीं मिल पाई है। जिससे विभाग को लगातार दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। सीमित संसाधनों में ही विभाग चुनौतियों को पार करने में जुटा हुआ है। बाकायदा, इक्विपमेंट के लिए बीती 13 मई को पत्राचार तक किया गया।
फायर बिटर-40
वुडेन कटर चैन शॉ-4
वुडेन कटर सर्कुलर शॉ- 2
फायर सेफ्टी सूट-91
हेलमेट-91
ग्लव्स-91
पोर्टेबल वाटर पम्प-2
पोर्टेबल फ्लोट पम्प-2 dehradun@inext.co.in