सड़कों को गड्ढामुक्त करने की डेडलाइन 15 अक्टूबर को पूरी हो गई है. लेकिन इसके बाद भी कई सड़कें क्षतिग्रस्त पड़ी हैं. शहर की इंटरनल सड़कों का तो भी बुरा हाल है. नतीजतन लोगों को परेशानियां का सामना करना पड़ रहा है.

देहरादून, (ब्यूरो): सड़कों को गड्ढामुक्त करने की डेडलाइन 15 अक्टूबर को पूरी हो गई है। लेकिन, इसके बाद भी कई सड़कें क्षतिग्रस्त पड़ी हैं। शहर की इंटरनल सड़कों का तो भी बुरा हाल है। नतीजतन, लोगों को परेशानियां का सामना करना पड़ रहा है। पब्लिक गलियों की सड़कों को भी गड्ढामुक्त करने मांग कर रही है। उधर, पीडब्ल्यूडी के अफसरों ने दावा किया है कि सितंबर में बारिश के चलते सड़कों के गड्ढे भरने का काम देरी से शुरू हुआ था। जिससे कुछ सड़कों पर पैचवर्क का काम चल रहा है। अगले एक सप्ताह के भीतर सभी सड़कें गड्ढामुक्त हो जाएंगी।
कारगी-मोथरोवाला रोड के बुरे हाल
पिछले माह सीएम ने 15 अक्टूबर तक सभी सड़कों को गड्ढामुक्त करने का पीडब्ल्यूडी को अल्टीमेटम दिया था। सीएम के निर्देश पर बरसात से क्षतिग्रस्त शहर की अधिकांश सड़कों का डामरीकरण हो गया है। जिससे पब्लिक को थोड़ा राहत मिली है। लेकिन, अब भी कुछ सड़कों पर गड्ढे भरने बाकी रह गए हैं। गड्ढे न भरे जाने से इन सड़कों पर लोगों को हिचकोले खाने पड़ रहे हैं। कारगी से मोथरोवाला जा रही रोड बरसात से बुरी तरह क्षतिग्रस्त है। कई स्थानों पर बड़े-बड़े गड्ढे बने हुए हैं। यहां चलने में लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ है।
मिट्टी भरान वाले गड्ढे बने एक्सीडेंटल जोन
गड्डों को भरने के लिए कई जगहों पर मिट्टी डाल दी गई है। कई जगहों पर पानी के चलते मिट्टी भरान वाले जगहों पर कीचड़ फैल रहा है, तो कहीं इनसे दोपहिया वाहन फिसल रहे हैं, जिससे यहां पर हर समय एक्सीडेंट का खतरा बना हुआ है। स्थानीय लोगों का कहना है कि कई बार इसकी शिकायत की गई है, लेकिन इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
प्रेमनगर-मिट्ठीबेरी रोड भी खस्ताहाल
सीएम के निर्देश के बाद भी प्रेमनगर-मिट्ठीबेरी रोड की हालत नहीं सुधरी। रोड पर जगह-जगह पर डामर उखड़ा पड़ा है। कहीं-कहीं पर गड्ढे भी लोगों के लिए परेशानी का सबब बने हुए हैं। स्थानीय लोगों ने जल्द से जल्द इस रोड की मरम्मत की मांग की है।
मसूरी व विकासनगर की सड़कें भी खराब
मसूरी में बस अड्डे की रोड क्षतिग्रस्त है। बस अड्डे से लेकर किंग्रेग के बीच कई जगह सड़क पर गड्ढे हैं, जो दुर्घटना का कारण बने हैं। मोतीलाल मार्ग, लंढौर मार्ग व झड़ीपानी-कोल्ड़ूखेत मार्ग भी जगह-जगह क्षतिग्रस्त है। विकासनगर में कैनाल रोड के गड्ढे भी नहीं भरे गए हैं1 सड़क ठीक न होने से मसूरी में टूरिस्ट्स को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

मौत का चैंबर
कारगी ग्रांट में बड़ी मस्जिद के नजदीक सीवर चैंबर टूटा हुआ है, जो एक्सीडेंट प्वाइंट बना हुआ है। स्थानीय निवासी अरशद अली का कहना है कि पिछले एक सप्ताह से लोग मौत के इस चैंबर से गुजर रहे हैं। कई दोपहिया वाहन यहां पर चोटिल हो गए हैं। संबंधित विभाग व ठेकेदार से शिकायत के बाद भी चैंबर की मरम्मत नहीं की गई है। उन्होंने डीएम से गुहार लगाते हुए चैंबर को जल्द ठीक करने की मांग की है।
दर्द दे रही गड्ढेवाली सड़कें
सीएम के निर्देश के बाद अधिकांश सड़कों का डामरीकरण हो गया है, लेकिन अभी भी कुछ सड़कें ऐसी हैं, जिनका सुधारीकरण नहीं हुआ है। जल्द से जल्द क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मत की जाए।
-गगन ग्रोवर, व्यापारी
दून की इंटरनल सड़कों का भी बुरा हाल है। कई सड़कों पर सीवर व पेयजल के काम चल रहे हैं, जिससे इन गलियों की हालत खराब है। गलियों की सड़कों पर कहीं-कहीं पैदल चलना भी दूभर हो गया है।
-संजय भाटिया, व्यापारी नेता
बरसात से सड़कें बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई थी। बारिश का सीजन बीत गया है, लेकिन कई सड़कों की हालत अभी सुधरी नहीं है। जल्द से जल्द बरसात से सड़कों पर हुए जख्मों को भरा जाए।
-सतीश चंद्र, सोशल एक्टिविस्ट।
सड़कों का डामरीकरण तो कर लिया गया, लेकिन नालियां नहीं बनाई। नालियां न होने से कई जगहों पर सड़कों पर पानी बहता रहता है, जिससे डामर उखड़ जाता है। डामरीकण के साथ-साथ नालियां भी बनाई जाए।
-तीरथ सिंह रावत, सोशल एक्टिविस्ट

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Posted By: Inextlive