ऑर्किड फ्लावर्स ऑर्किडेसी परिवार से संबंध रखते हैं जो अपनी खूबसूरत रंगत और डिजाइन की वजह से लोगों को बेहद पसंद आते हैं। इस खूबसूरती को बचाने के लिए तीन साल पहले उत्तराखंड के चमोली जिले के मंडल में एक ऑर्किड कंजर्वेटरी सेंटर बनाया गया जहां 80 से ज्यादा ऑर्किड की प्रजाति मौजूद हैं। ऑर्किड सिर्फ अपनी खूबसूरती के लिए ही नहीं बल्कि मिट्टी और हवा की क्वालिटी के बारे में संकेत देने के लिए भी महत्वपूर्ण हैं।

देहरादून (ब्यूरो) इंडिया में 1256 तरह की ऑर्किड स्पीसीज पाई जाती हैं। इनमें से सबसे ज्यादा अरुणाचल प्रदेश (612 ) और सिक्किम (560 ) में दर्ज की गई हैं। इनमें से 388 स्पीसीज सिर्फ उत्तर भारत में ही पाई जाती हैं, और इनमें से एक तिहाई (128 ) पश्चिमी घाट में मिलती हैं। सिक्किम और उत्तर-पूर्वी राज्यों में ऑर्किड को पर्यटन और रोजगार के लिए बड़े पैमाने पर बढ़ावा दिया गया है। चीफ कंजर्वेटर ऑफ फॉरेस्ट संजीव चतुर्वेदी ने बताया कि उत्तराखंड के फॉरेस्ट डिपार्टमेंट द्वारा विकसित ऑर्किड केंद्र को चार हिस्सों में बांटा गया है। संरक्षण और प्रदर्शन क्षेत्र, 1.25 किमी लंबी ऑर्किड ट्रेल, इंटरप्रेटेशन केंद्र और ऑर्किड नर्सरी। इस दौरान मंडल में कुछ नई ऑर्किड स्पीसीज भी मिलीं, जिन्हें पहले कभी नहीं देखा गया था।

इंटरप्रेटेशन सेंटर में खास
चार धाम यात्रा रूट के पास होने की वजह से यहां काफी लोग आते हैं, खासकर स्कूल और कॉलेज के स्टूडेंट्स। यहां एक इंटरप्रेटेशन सेंटर भी है, जहां ऑर्किड्स की हिस्ट्री, तस्वीरें और जानकारी डिस्प्ले की गई है, ताकि आने वाले लोगों को ऑर्किड्स के बारे में ज्यादा से ज्यादा इन्फॉर्मेशन मिल सके। इसके अलावा, कुछ मशहूर राइटर और पोएट के थॉट्स भी यहां डिस्प्ले किए गए हैं, जिन्होंने ऑर्किड्स के बारे में लिखा है।

रोजगार का नया जरिया बना ऑर्किड
संजीव चतुर्वेदी बताते हैं कि नॉर्थ ईस्ट में ऑर्किड्स लोगों के लिए रोजगार का साधन बन चुके हैं। चमोली सेंटर की टीम सिक्किम के उन लोगों को ट्रेनिंग दे रही है, जो ऑर्किड्स को अपने रोजगार का जरिया बनाना चाहते हैं। इस ट्रेनिंग में उन्हें पौधों को उगाने से लेकर उन्हें बेचने तक की पूरी प्रॉसेस सिखाई जाती है। ऑर्किड्स की खासियत यह है कि दूसरे फूलों की तुलना में इनकी लाइफ शेल ज्यादा होती है, जिसके चलते इनकी मांग भी ज्यादा रहती है।

कुछ खास ऑर्किड्स
सिंबिडियम ऑर्किड
इसे बोट ऑर्किड भी कहा जाता है। ये ऑर्किड प्रजाति सदाबहार होती है और इसके फूल कई सालों तक टिकते हैं। इनके फूल और पत्तियां आमतौर पर दो पंक्तियों में व्यवस्थित होते हैं।

एरिया स्पैकेटा ऑर्किड
ये छोटे, सफेद और खुसबूदार फूलों वाला पौधा पेड़ों की शाखाओं और चट्टानों पर उगता है। यह नमी और छाया पसंद करता है, लेकिन इसके प्राकृतिक आवासों के खतरे में होने से इसकी आबादी घट रही है।

बटरफ्लाई ऑर्किड
इसे साइप्रिपेडियम कैल्सिओलस के नाम से भी जाना जाता है। इसके फूल तितली जैसे दिखते हैं और चमकीले रंगों के होते हैं। यह ऊंचाई वाले जंगलों और हरे-भरे इलाकों में पाया जाता है।

कैटासेटम ऑर्किड
यह सबसे अनोखी ऑर्किड स्पीसीज में से एक है। इसके फूल मोम जैसे चमकदार होते हैं और इस पौधे में नर और मादा दोनों प्रकार के फूल होते हैं। इसे अच्छी रोशनी पसंद है और पूर्व दिशा की खिड़कियां इसके लिए सबसे सही होती हैं।

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Posted By: Inextlive