... फिर खोद डाली सड़क
देहरादून ब्यूरो। चकराता रोड के क्लॉक टावर से लेकर किशनपुर चौक तक के हिस्से को देहरादून स्मार्ट सिटी के तहत मॉडल रोड के रूप में डेवलप किया जाना है। स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट शुरू होने के बाद अब जाकर इस रोड पर काम शुरू हो पाया है और शुरुआत में ही लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। फिलहाल कैपरी से लेकर बिंदाल पुल तक रोड के एक तरफ गहरी खुदाई की गई है। बताया गया है कि यहां मल्टी यूटिलिटी डक्ट डाले जाने हैं। बिजली, पानी सहित सभी तरह की लाइन इसी डक्ट से होकर गुजारी जानी हैं। लेकिन इसके लिए यहां बड़े हिस्से में लोगों के घर पानी बंद हो गया है।
एक हफ्ते से परेशानी
सड़क के जिस हिस्से को मल्टी यूटिलिटी डक्ट डालने के लिए खोदा गया है, वह चकराता रोड को व्यस्ततम हिस्सा है। सड़क के दोनों तरफ कई तरह के व्यवसाय हैं। एक हफ्ते पहले यहां खुदाई की गई थी। खुदाई के दौरान पेयजल लाइन टूट गई हैं और कई घरों में पिछले एक हफ्ते से पानी नहीं मिल पा रहा है। स्थानीय लोगों को कहना है कि व्यावसायिक प्रतिष्ठानों के अलावा आसपास के रिहायशी इलाकों में भी कई घरों में पानी नहीं आ रहा है।
पार्किंग की जगह नहीं
चकराता रोड में कुछ कॉम्पलेक्स को छोड़कर बाकी जगह गाड़ी पार्क करने की जगह नहीं है। ऐसे में लोग फुटपाथ पर गाड़ी करते हैं। फिलहाल फुटपाथ खोद दिये गये हैं और गाडिय़ां पार्क करने के लिए कोई जगह नहीं है। रोड पर गाड़ी पार्क करने पर ट्रैफिक पुलिस क्रेन से गाड़ी टो कर रही है। रोड से दुकानों तक पहुंचने के लिए रास्ता भी नहीं है। कुछ व्यापारियों ने फट्टे डालकर अपनी दुकानों तक पहुंचने का इंतजाम किया है। इस बदइंतजामी के बीच पिछले एक हफ़्ते से दुकानदारों का व्यवसाय भी लगभग ठप हो गया है।
पूरा फुटपाथ और कुछ जगहों पर रोड का कुछ हिस्सा खोद दिये जाने के कारण यहां एक्सीडेंट का भी खतरा बना हुआ है। व्यापारियों का कहना है कि खुदाई के कारण जाम की भी स्थिति लगभग पूरे दिन बनी रहती है। लोग जल्द से जल्द काम पूरा करने की मांग कर रहे हैं, लेकिन हफ्तेभर से काम कछुआ चाल से चल रहा है।
क्या कहते हैं व्यवसायी
पूरा फुटपाथ खोद दिया गया है। रोड से दुकानों में पहुंचना संभव नहीं हो पा रहा है। एक हफ्ते से यही स्थिति बनी हुई है। कोई पूछने वाला नहीं है।
- सीएम चौबे, व्यवसायी
एक हफ्ते पहले रोड का साइड में गहरी खुदाई कर दी गई थी। तब से कई जगह पानी नहीं पहुंच रहा है। एक्सीडेंट का भी खतरा बना हुआ है। लोग अपने घरों और दुकानों तक नहीं पहुंच पा रहे हैं।
राहुल कुमार
- उत्तम अग्रवाल राजपुर रोड पिछले चार साल से ठीक नहीं हो पाई है। अब चकराता रोड की बारी आ गई है। गांधी रोड पर भी कई महीनों तक स्थिति खराब रही। स्मार्ट सिटी कभी बनेगी या नहीं कोई नहीं जानता।
- अमित पुंडीर