बारिश व भूस्खलन का असर चारधाम यात्रा पर भी पड़ रहा है। यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग करीब 85 घंटे बाद ट्यूजडे की शाम को एक घंटे के लिए खुला। फिर से डाबरकोट के पास पहाड़ी से मलबा व पत्थर आने से हाईवे फिर अवरुद्ध हो गया है। हालांकि गंगोत्री व केदारनाथ हाईवे खुले रहे। लेकिन बदरीनाथ हाईवे गौचर के पास कमेड़ा में 100 मीटर बह गया है। जहां यात्रियों व आम लोगों को इसकी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। मार्ग को खोलने के प्रयास जारी हैं।

-पुलिस व एसडीआरएफ का चलाया रेस्क्यू अभियान, रिस्पना पुल से दूधली तक की तलाश, नहीं चल पाया पता
-पूरे राज्य में इस मानसून में 29 लोगों की गई जान, 32 हुए घायल, साढ़े चार सौ पशुधन व करीब साढ़े आठ सौ मकानों को नुकसान

देहरादून, 25 जुलाई (ब्यूरो)
राज्य में बारिश व प्राकृतिक आपदाओं का कहर जारी है। पहाड़ से लेकर मैदान तक आम जनजीवन प्रभावित है। ट्यूजडे को यमुनोत्री हाईवे के साथ बदरीनाथ हाईवे भी प्रभावित रहा। वहीं, अभी भी पूरे स्टेट में सैकड़ों ऐसे मार्ग हैं, जो बंद हैं, जिनसे कई गांवों, शहरों व कस्बों का संपर्क कटा हुआ है। इधर, दून में दोपहर में अचानक हुई तेजी बारिश के कारण रायपुर थाना क्षेत्र में एक व्यक्ति तेज बारिश के कारण नाले में बह गया। रायपुर पुलिस व एसडीआरएफ ने देर शाम तक रेस्क्यू अभियान जारी रखा।


मां से मिलने जा रहा था युवक
अपनी मां से मिलने दशमेश नगर डीएस कॉलोनी जा रहा एक युवक शांति विहार नाले में बह गया। सूचना पर रायपुर थाना पुलिस के साथ ही एसडीआरएफ की टीम ने युवक की तलाश की, लेकिन उसका कुछ पता नहीं चल सका। थानाध्यक्ष रायपुर कुंदन राम ने बताया कि मोहब्बेवाला स्थित ङ्क्षप्रङ्क्षटग प्रेस में रोहित गोयल उर्फ बंटी निवासी डीएस कॉलोनी काम करता है। वह पत्नी व बच्चों के साथ आईएसबीटी के पास किराये के घर में रहता है।


पुलिया पार करते वक्त हादसा
ट्यूजडे शाम वह करीब साढ़े तीन बजे अपनी मां से मिलने के लिए जा रहा था। तेज बारिश के कारण शांति विहार नाला उफान पर था। बताया गया है कि जिस वक्त तेज बारिश जारी थी, उसी दौरान वह नाले पर बनी पुलिया को पार करते हुए बह गया। इस पर तत्काल आपदा कंट्रोल रूम को सूचित किया गया। एसडीआरएफ को मौके पर बुलाकर युवक की तलाश शुरू की गई। पुलिस की कई टीमें गठित की गईं। टीमों ने शांति विहार से मोथरोवाला होते हुए दूधली तक नदी के तट खंगाले। लेकिन, उसका कुछ पता नहीं चल पाया। रिस्पना नदी में पानी अधिक होने के चलते रेस्क्यू टीम को दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। वहीं, स्थाीनय विधायक उमेश शर्मा काऊ, सीओ अनिल जोशी, एसडीएम दुर्गापाल भी घटनास्थल पर पहुंचे और रोहित के स्वजन को ढांढस बंधाया।


खौफ से पूरी रात नहीं सो पाए ग्रामीण
उत्तरकाशी के सरनौल गांव के निकट भूस्खलन फिर शुरू हो गया है। मंडे रात को ग्रामीण सो नहीं पाए। ग्रामीणों के पुश्तैनी घरों में दरारें भी आ गई हैं। ग्रामीणों ने प्रशासन से जल्द से जल्द विस्थापन की मांग की है। जिससे ग्रामीण सुरक्षित स्थानों पर अपने मकान बना सकें। भूस्खलन से प्रभावित प्रवीन राणा ने बताया कि गांव का विस्तृत सर्वे नहीं किया गया।
इस सीजन में आपदा से नुकसान
-कुल मौत---29
-घायल--32
-पशुधन--441
-घरों को नुकसान--835

जिलेवार मानव हानि का नुकसान
जिले--मौत---घायल
दून--3--3
उत्तरकाशी---4--10
रुद्रप्रयाग--2--3
बागेश्वर--1--0
चमोली--2--0
पौड़ी---1--3
हरिद्वार--5--1

सड़कों की स्थिति
-उत्तरकाशी में 29 मार्ग बंद
-उत्तरकाशी में ही 18 गांवों में पानी की दिक्कत
-टिहरी में 12 मार्ग बाधित
-पेयजल व बिजली आपूर्ति बाधित।-चमोली में जोशीमठ-मलारी बॉर्डर रोड जुम्मा के पास वासआउट
-जिले में ही 36 सड़क मार्ग पूरी तरह बंद।-अल्मोड़ा में भी 1 मोटर मार्ग बाधित।-हरिद्वार में 5 मार्ग बंद, 29 पुल क्षतिग्रस्त
-रुद्रप्रयाग में 35 मोटर मार्ग बाधित
-दून में 30 मार्ग बंद, खोलने का काम जारी।-बागेश्वर में 3 मार्ग अवरूद्ध
-पौड़ी में भी 30 मार्ग बंद
-चंपावत में 3 मोटर मार्ग अवरूद्ध
-पिथौरागढ़ में 15 मार्ग बारिश से बाधित

Posted By: Inextlive