नर्सिंग व पैरामेडिकल कॉलेजों का ढांचा होगा मजबूत
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, आईएनसी मानकों के अनुरूप जुटाये जायेंगे संसाधन
देहरादून, 13 जुलाई (ब्यूरो)। राज्य के राजकीय नर्सिंग कॉलेज, स्कूल, पैरामेडिकल कॉलेज व एएनएम ट्रेनिंग सेंटरों में ढांचागत सुविधाओं को बढ़ाने के साथ ही आवश्यक संसाधन भी जुटाये जायेंगे। जिससे ये सभी संस्थान आईएनसी मानकों पर खरा उतर सके। आईएनसी की मान्यता मिलने के उपरांत इन संस्थानों से निकलने वाले छात्र-छात्राओं को देश-विदेश के नामी मेडिकल संस्थानों में सेवा करने का समुचित अवसर मिल सकेगा। उन्होंने नर्सिंग संस्थानों को आईएनसी मान्यता न मिलने पर विभागीय अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई।मानकों के अनुरूप फैकल्टी नहीं
चिकित्सा स्वास्थ्य मंत्री डॉ। धन सिंह रावत ने संडे को दून अस्पताल के ओपीडी भवन सभागार में राजकीय नर्सिंग कॉलेज, स्कूल, पैरामेडिकल कॉलेज व एएनएम ट्रेनिंग सेंटरों की समीक्षा बैठक ली। जिसमें उन्होंने संबंधित संस्थानों में स्वीकृत पदों ंके सापेक्ष शिक्षक व शिक्षणेत्तर कर्मचारियों, उपलब्ध संसाधनों और अन्य मूलभूत सुविधाओं की विस्तृत समीक्षा की। अधिकारियों ने बताया गया कि अधिकतर संस्थानों में आईएनसी मानकों के अनुरूप टीचिंग फैकल्टी नियुक्त नहीं हो पाई है। जबकि, कई संस्थानों में पदों का सृजन भी मानकों के अनुरूप नहीं है। जिनके प्रस्ताव शासन स्तर पर लम्बित हैं। जिस कारण अधिकतर संस्थानों की आईएनसी मान्यता नहीं हो पायी है।
नर्सिंग कॉलेजों की स्थिति
-प्रदेश में 9 नर्सिंग कॉलेज
-3 नर्सिंग स्कूल
-3 पैरामेडिकल कॉलेज
-5 एएनएम ट्रेंनिग सेंटर
बताया गया कि नर्सिंग संस्थानों में नियमित नियुक्ति होने तक रिक्त पदों के सापेक्ष संविदा के माध्यम से ट्यूटर के 32 पद, असिस्टेंट प्रोफेसर के 4 पद व एसोसिएट प्रोफेसर के 6 पदों को भरा जायेगा, जिसके लिये इंटरव्यू की तिथि आगामी 20 जुलाई निर्धारित की गई है।