हर साल बरसात में शहर के कई इलाके पानी में डूब जाते हैं लेकिन विभाग तब जागता है जब पानी सिर से नीचे चला जाता है। इस बार भी बरसात से पूर्व प्री मानसून में ही जलमग्न हो गए।

- पहले सोए रहे, जब बरसात आई, तब शुरू की नगर निगम ने सफाई
- वाटर लॉगिंग से निपटने को अब बनाई जा रही कार्ययोजना, इक्विपमेंट को टेंडर

देहरादून, (ब्यूरो): हम पिछले लंबे समय से लगातार बरसात में वाटर लॉगिंग की समस्या को उठाते आ रहे हैं। नालियों की सफाई से लेकर सड़कों की मरम्मत के लिए खबरें प्रकाशित करके विभागों को सचेत करते रहे, लेकिन विभाग चैन की नींद सोए रहे। जैसे ही पहली बारिश में शहर में जगह-जगह सड़कों पर नदियां चलने लगी, तो विभाग नींद से जागे। कोई विभाग सड़क मरम्मत में जुट गया, तो इक्विपमेंट खरीदने की तैयारी करने लगा, तो कोई विभाग नदी-नालों की सफाई करने लगा। नगर निगम अब वाटर पंप खरीद रहा है। 15 वाटर पंप के लिए टेंडर जारी किया गया है। जबकि होना ये चाहिए कि ये तैयारी महीने-दो महीने पहले पूरी हो जानी चाहिए थी, ताकि शहर को डूबने से बचाया जा सके।

100 वार्ड में एक-एक टीम होंगी तैनात
नगर निगम ने इस बार शहर में वाटर लॉगिंग के 180 प्वाइंट चिन्हित किए हैं। इन स्थानों पर जलभराव होने पर 10 क्विक एक्शन टीमों का गठन किया गया है। प्रत्येक टीम के पास एक-एक पंप रहेगा। शहर के सभी 100 वार्डों में इमरजेंसी के लिए 10-10 कर्मचारियों की टीमें अलग से बनाई गई है। हर टीम के साथ एक रेस्क्यू वाहन भी तैनात रहेगा। इसके अलावा 300 लोगों का नाला गैंग का भी गठन किया गया है।

करोड़ों खर्च, फिर भी नहीं सुधरे हालात
नालों-नालियों की सफाई आदि पर नगर निगम हर साल 3 करोड़ रुपये से अधिक का बजट खर्च करता है। इतनी बड़ी रकम खर्च होने के बाद भी बरसात में शहर जलमग्न हो जाता है। नालियों की सफाई के लिए इस बार डीएम सोनिका ने कड़ी फटकार लगाई, जब जाकर कुछ काम हो पाया है।

यहां झेलनी पड़ी ज्यादा परेशानी
पलटन बाजार
रायपुर रोड
राजपुर रोड
चकराता रोड
कांवली रोड
प्रिंस चौक
अजबपुर
रेसकोर्स
सहारनपुर रोड
आईएसबीटी
शिमला बाईपास

तैयारी पर एक नजर
12 लाख के लगभग है दून की आबादी
280 के करीब है ड्रेनेज नालियां
55 छोटे-बड़े नाले हैं दून में
18 बड़े नाले रिस्पना, बिंदाल से जुड़े
300 लोग नाला गैंग में
180 वाटर लॉगिंग प्वाइंट आईडेंटीफाई
10 क्यूआरटी टीमें बनाई गई
100 वार्ड हैं दून नगर निगम में
15 हजार के लगभग रहते हैं हर वार्ड में लोग
03 करोड़ से अधिक का बजट नालियों की साफ-सफाई पर खर्च

इन नंबर्स पर करें कंप्लेन
कंट्रोल रूम का नंबर 7534826086
लैंडलाइन नंबर 0135-2726066, 2626066
टोल फ्री नंबर 1077
मोबाइल नंबर 9548301421

बिजली वाली खबर का जोड़


बिजली को उठाए ये कदम
25 लाख करीब है राज्य में बिजली कंज्यूमर्स
4300 किमी। बिछाई गई एचटी-एलटी लाइन
2835 किमी। घरेलू लाइन बिछाई
200 किमी। 33 केवी की लाइन बिछाई
1244 किमी। 11 केवी लाइन बिछाई
3916 लगाए नए ट्रांसफार्मर
5912 डिस्ट्रीब्यूशन कनवर्टर
24 नए सब स्टेशन किए गए निर्मित
2602 सब स्टेशनों हाइटेक सुविधाओं से लैस
16 लाख घरों में स्मार्ट मीटर लगाने की प्रक्रिया शुरू
50 एमयू है रोजाना बिजली की डिमांड
07 एमयू है डिमांड और उपलब्धता में अंतर
23 एमयू है यूजेवीएनएल का रोजाना उत्पादन
19 एमयू बिजली मिल रही केंद्र सरकार से
42 एमयू है केंद्रीय पूल से मिलाकर राज्य में बिजली
08 एमयू बिजली खरीद की जा रही निजी कंपनियों से

बिजली की क्वालिटी में सुधार
राज्य में कई गांवों का अंधेरापन दूर हो गया। ऊर्जा निगम ने हर गांव को बिजली से रोशन कर दिया है। इसके लिए निगम ने करीब 4300 किमी। एचटी और एलटी लाइनों का जाल बिछाया है। बिजली लाइन बिछाने के बाद लोगों ने भी कनेक्शन लेने में समय नहीं लगाया। बीते एक साल के भीतर एक लाख से अधिक नए बिजली कनेक्शन जारी किए गए। तेजी से बढ़ रही आबादी और शहरों के विस्तार के साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में भी ऊर्जा निगम विद्युत वितरण प्रणाली का विस्तार कर रहा है। एक वर्ष के दौरान प्रदेश में 3916 नए ट्रांसफार्मर लगाए गए हैं, जबकि 2835 किलोमीटर लंबी एलटी लाइनों का जाल बिछाया गया है। साथ ही 1200 से अधिक एचटी लाइन खींची गई है।

क्या कहते हैं जिम्मेदार विभाग
नालियों की सफाई का काम 70 परसेंट कर लिया गया है। अभी भी नालियों का सफाई का काम जारी है। वाटर लॉगिंग की समस्या से निपटने के लिए कर्मचारियों की टीमों को गठन किया जा रहा है। कुछ वाटर पंप निगम के पास हैं। एक दर्जन से अधिक वाटर पंप की खरीद के लिए टेंडर अपलोड किया गया है। सभी वार्डों में क्विक एक्शन टीम का गठन किया जा रहा है। कंट्रोल रूम बनाया गया है। सूचना मिलते ही संबंधित क्षेत्र में रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया जाएगा।
सुनील उनियाल गामा, मेयर, नगर निगम, देहरादून

शहर में आउट ऑफ फॉल ड्रेनेज की दो स्कीम पूरी कर ली गई है। पहली लैंसडौन चौक से बुद्धा चौक, दर्शन लाल चौक तक और दूसरी रेसकोर्स से चंदरनगर नाला तक का काम कंप्लीट कर इससे बरसात का पानी थ्रो आउट कर दिया गया है, जिससे अब इन स्थानों पर वाटर लॉगिंग नहीं होगा। सहारनपुर रोड के ड्रेनेज वर्क का डिजाइन बदलने से अब इसका काम बरसात बाद शुरू होगा। नहरों की सफाई का काम चल रहा है।
राजेश लांबा, एक्सईएन, अवस्थापना एवं नियोजन खंड, सिंचाई विभाग, देहरादून

सड़कों पर जहां पर नालियां टूट-फूट रखी है, उन्हें दुरुस्त किया जा रहा है। नालों में सिल्ट आने पर कुछ इलाके चिन्हित किए गए हैं। इन जगहों पर जेसीबी के साथ कर्मचारी तैनात रहेंगे। कर्मचारियों को जिला आपदा कंट्रोल रूम से जोड़ा जाएगा। फील्ड और ऑफिस स्टाफ को अलर्ट मोड पर रहने के निर्देश दिए गए हैं। बारिश के दौरान सड़क पर गड्ढे होने पर उसकी त्वरित मरम्मत की जाएगी, ताकि दुर्घटना की गुंजाइश न रहे। इसके लिए कर्मचारियों को जिम्मेदारियां बांटी जा रही है।
प्रवीण कर्णवाल, एक्सईएन, निर्माण खंड, पीडब्ल्यूडी, देहरादून

स्मार्ट सिटी को अधूरे कार्यों को पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं। नालियों के काम को बरसात तक पूरा करने को कहा गया है। नालियों की सफाई का काम पूरा करने के नगर निगम को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए हैं। सिंचाई विभाग को भी नालों की सफाई के निर्देश दिए गए हैं। वॉटर लॉगिंग की समस्या के लिए नगर निगम को आवश्यक इंतजाम करने को कहा गया है। पब्लिक को कोई परेशानी न हो इसके लिए हालात पर मैं स्वयं नजर रखूंगी।
सोनिका, सीईओ स्मार्ट सिटी एवं डीएम, देहरादून

Posted By: Inextlive