दून में सड़क किनारे नालियों की स्थिति बेहद खराब है. कई जगहों पर खुली नालियों के पास नाक-भोहें सिकोडऩे के बाद भी खड़ा रहना मुश्किल हो गया है.

- चोक नालियां मार रही बदबू, खुली नालियों के पास से गुजरना भी हुआ दूभर

देहरादून, ब्यूरो: गांधी ग्राम की मैन रोड की नाली में व्याप्त दुर्गंध से लोग लंबे समय से परेशान है। पूरी नाली कचरे से भरी पड़ी है, इस नाली की बदबू से लोग परेशान हैं। कई बार शिकायत के बाद भी नगर निगम ने इसका संज्ञान नहीं लिया। बरसात में तो इस चोक नाली का पानी सड़क पर फैल जाता है, जिससे आवाजाही में राहगीरों को सड़क आर-पार करने में कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है।

नगर निगम की खुली पोल
सफाई व्यवस्था का जिम्मा संभाले नगर निगम का कहना है कि बरसात से पहले और बाद में नालियां की सफाई की जाती है, लेकिन गांधी ग्राम की मैन रोड की इस नाली को देखकर कहीं नही लग रहा है कि इसकी कई वर्षों से सफाई हुई होगी। आजकल बारिश नहीं हुई है, फिर भी नालियां गंदगी से भरी पड़ी है।

गाडिय़ों से गिरता है कूड़ा
कालोनियों में कूृड़ा लेने जाने वाली गाडिय़ों से भी कई बार कूड़ा नालियों में गिर जाता है, जिसे उठाने के बाद निगम कर्मी सीधा फर्राटा बनते हैं, सड़क के कूड़े को भी कई बार सफाई कर्मी नाली किनारे ढेर लगा देते हैं, जो गिरकर नाली में ही चला जाता है। इस वजह से कई बार नालियां चोक हो जाती हैं। नालियों की नियमित सफाई न होने से चोक नालियां इस तरह लोगों के लिए परेशानी का सबब बनी हुई हैं।

नगर निगम पब्लिक से सफाई के नाम पर पैसे ले रहा है, लेकिन नालियों की सफाई नहीं रहा है। जब नगर निगम पैसे लिए जा रहे हैं, तो कौन करेगा। सड़कों से कूड़ा उठाया जा रहा है, तो नालियों की गंदगी को भी समय-समय पर साफ किया जाना चाहिए।
राजू बिष्ट

नालियों की सफाई को निगम को लगातार कंपलेन की जाती है, लेकिन शिकायतों का कभी संज्ञान नहीं लिया गया। त्योहार के सीजन में क्षेत्र के लोग पैसे जुटाकर नालियों की सफाई कराते हैं। कई बार कूड़े की गाडिय़ों से नालियों में कबाड़ गिर जाता है, जिसे उठाया नहीं जाता।
सरिता देवी

सिटी में नालियों का रखरखाव ठीक ढंग से नहीं हो रहा है। नालियां वर्षों से चोक हैं तो कोई सुध लेने को तैयार नहीं है। नालियों के नाम पर खर्च किया जा रहा बजट किसकी जेब में जा रहा है। स्मार्ट सिटी की नालियां गंदगी और दुर्गंध भरी हैं, जो लोगों के मुसीबत बनी हैं।
माहेश्वरी

बरसात हो बरसात के बाद कभी भी नगर निगम नालियों की सफाई नहीं करता। कहने को स्मार्ट सिटी है, लेकिन नालियां देखकर कहीं नहीं लगता कि हम स्मार्ट सिटी में रहते हैं। इस दिशा में ठोस कदम उठाने की जरूरत है, जिसमें पब्लिक को भी जोड़ा जाना चाहिए।
सुरेश असवाल

नालियों की सफाई व्यवस्था सुधारने के लिए काम किया जा रहा है। कर्मचारयिों की कमी के चलते सफाई में विलंब हो रहा है। गांधीग्राम की नालियों की सफाई के लिए संबंधित सुपरवाइजर्स को निर्देश किया जाएगा।
डा। अविनाश खन्ना, स्वास्थ्य अधिकारी, नगर निगम

Posted By: Inextlive