उत्तराखंड के कृषि मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा कि उत्तराखंड के मसाले सब्जियां और अन्य उत्पाद विश्व के अच्छे से अच्छे उत्पादों से कमतर नहीं है। इन्हें सही पहचान दिलाने की जरूरत है। वर्तमान में भी उत्तराखंड के तमाम उत्पादों की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खासी मांग है।

देहरादून (ब्यूरो)। उत्तराखंड के पहले अंतरराष्ट्रीय मसाला एवं सब्जी महोत्सव का मुनिकीरेती में मंगलवार को आगाज हुआ। महोत्सव में उत्तराखंड के परंपरागत मसालों की खुशबू और सब्जियों की महक हर किसी को अपनी ओर आकर्षित कर रही है। पहले दिन देश-विदेश के कृषि व उद्यान विशेषज्ञों ने अलग-अलग तकनीकी सत्रों में कृषिकों का मार्गदर्शन किया।

कृषि मंत्री ने किया उद्घाटन

पूर्णानंद खेल स्टेडियम में तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय मसाला एवं सब्जी महोत्सव का उद्घाटन मुख्य अतिथि कृषि मंत्री सुबोध उनियाल ने किया। उन्होंने कहा कि इस महोत्सव के माध्यम से हम उत्तराखंड के मसालों और सब्जियों को बढ़ावा देने के साथ किसानों को खेती के प्रति प्रोत्साहित कर उनमें एक विश्वास जगाने का कोशिश कर रहे है।

स्टाल पर किसानों के उत्पाद

मसाला एवं सब्जी महोत्सव में चालीस से अधिक स्टाल पर कृषि विभाग व उद्यान विभाग की ओर से प्रत्येक जनपद के उत्पादों की प्रदर्शनी लगाई गई है। इसके अलावा कृषकों ने भी स्टाल पर अपने उत्पादों को प्रदर्शित किया है। प्रदर्शनी में किसानों की असामान्य प्रकृति से उगाई सब्जियों को भी प्रदर्शित किया गया है, जिनमें 18 किलो वजनी कद्दू, दो मीटर से लंबी लौकी और अन्य आकार की सब्जियां आकर्षक का केंद्र बने हुए हैं। मंगलवार को पहले दिन बड़ी संख्या में लोग अंतरराष्ट्रीय मसाला व सब्जी महोत्सव को देखने पहुंचे। इस दौरान पारंपरागत बीजों, अनाज और मसालों को देखकर नागरिकों ने इनके फायदों को भी जाना।

किसानों को दी तकनीकी जानकारी

मसाला एवं सब्जी महोत्सव के तहत किसानों के लिए तकनीकी सत्र भी आयोजित किए गए। जिसमें कृषि वैज्ञानिकों तथा विशेषज्ञों ने किसानों को नई तकनीकी के बारे में अवगत कराया। जिससे किसानों को आधुनिक तकनीकी अपनाकर खेती कर अपनी आय को बढ़ाने के गुर सिखाए गए। पहले दिन डा। अनिल हांडा, डा। बीएस दिलता, डा। केपी सिंह, डा। एसके गुप्ता, डा। संदीप कंसल आदि ने किसानों का मार्गदर्शन किया।

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Posted By: Inextlive