वैक्सीनेशन को लेकर ठंडा पड़ा टीनेजर्स का उत्साह
देहरादून, ब्यूरो:
दून में 15 से 17 वर्ष की आयु के टीनेजर्स का वैक्सीनेशन 3 जनवरी से शुरू हो गया था। जिसके 7 माह बाद भी वैक्सीन को लेकर किशोर रुचि नहीं दिखा रहे। जबकि स्वास्थ्य विभाग की ओर से उन्हें दूसरी वैक्सीन का भी ऑप्शन दिया गया। लेकिन, इसके बाद भी उनमें रुचि नहीं दिख रही है। नतीजतन अब तक 85.25 परसेंट किशोरों का वैक्सीनेशन ही पूरा हो सका है। जबकि स्कूलों व अन्य जगह पर कैंप लगाकर लोगों को अवेयर भी किया जा रहा है।
जुलाई से बढ़े बूस्टर डोज
कोरोना से बचाव के लिए दी जाने वाले बूस्टर डोज की डिमांड फ्री होते ही कई गुना बढ़ गई। संडे को मिले आंकड़ों के अनुसार 15 दिन में अब तक बूस्टर डोज लगाने का आंकड़ा 1 लाख को भी पार कर लिया है। विभाग के अनुसार जिस रफ्तार से लोग बूस्टर डोज लगवाने के लिए सेंटर्स में पहुंच रहे हैं। उससे जल्द ही जल्द ही बूस्टर डोज का टारगेट पूरा हो जाएगा।
वैक्सीनेशन में हेल्थ वर्कर पीछे
वैक्सीनेशन के लिए अवेयर करने वाला विभाग ही सुस्त नजर आ रहा है। इसी का नतीजा है कि हेल्थकेयर वर्कर्स का वैक्सीनेशन का टारगेट 53 परसेंट पर अटका है। यही हाल हेल्थकेयर वर्कर्स का फस्र्ट व सेकेंड डोज में भी रहा। वैसे ही बूस्टर डोज के लिए रुचि नहीं दिख रही है। नतीजतन दून में अब तक हेल्थ केयर वर्कर्स की बूस्टर डोज का टारगेट 53 परसेंट ही अचीव हो पाया है।
गांधी शताब्दी आई हॉस्पिटल, पीएचसी नयागांव, मोबाइल टीम दुधली, नगर निगम, एमएच दून, पुलिस लाइन, एससी माजरी माफी, सीएचसी रायपुर, कोरोनेशन, पीएचसी के वैक्सीन सेंटर में रोजाना ज्यादा लोग पहुंच रहे हैं। ऐसे चल रहा वैक्सीनेशन
-3 जनवरी से शुरू हुई थी 15-17 वर्ष की वैक्सीनेशन
-कई बार अवेयर करने के लिए लगाए गए कैंप।
-कोवैक्सीन के अलावा 12 से 17 वर्ष के लिए कोर्वोवैक्स की भी सुविधा शुरू।
-कभी एग्जाम तो कभी स्कूल की छुट्टी बन रही रोड़ा।
-हेल्थ केयर वर्कर्स का टारगेट 53 परसेंट पर अटका। संडे को वैक्सीनेशन की स्थिति
उम्र - टारगेट- कुल - कवरेज
12-14 - 72421 - 67545 - 93. 27
15-17 - 116030 - 99071 - 85.25
हेल्थ केयर वर्कर - 36722 - 19681 - 53.59
18 प्लस - 1270431 - 120513- 10.5
60 प्लस- 217657- 99866 - 45.88
वर्जन
स्कूलों में बार-बार वैक्सीनेशन को लेकर बार पत्र भेजे जा रहे है। उनके पेरेंट्स को भी फोन किया जा रहा। अब किशोरों के लिए कोवैक्सीन के साथ कोर्वोवैक्स का भी ऑप्शन दिया। इसके बाद भी वे वैक्सीन सेंटर में नहीं पहुंच रहे है। हालांकि, बूस्टर डोज को लेकर लोगों में उत्साह है।
डॉ। मनोज उप्रेती, सीएमओ देहरादून