दिनभर बंदरों, सांप, चील व बिज्जू के रेस्क्यू को दौड़ रही टीमें
पिछले 4 दिनों 105 बंदर हुए अंदर, 16 सांप, 1 बिज्जू व 2 घायल चील रेस्क्यू
देहरादून, 7 सितम्बर (ब्यूरो)। राजधानी के तमाम इलाकों में न केवल आम लोग, बल्कि वन विभाग की टीमें भी परेशान हैं। अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि पिछले चार दिनों में चले रेस्क्यू अभियान के दौरान 105 उत्पाती बंदरों को पिंजरे में कैद किया गया। वहीं, करीब 16 सांप, एक बिज्जू और 2 घायल चीलों को भी रेस्क्यू किया गया। खास बात ये है कि घायल दो चील रक्षाबंधन के मौके पर पतंग के लिए प्रयोग होने वाले चाइनीज मांझा से हुए थे। जिन्हें रेस्क्यू सेंटर जू में रखा गया है। इन इलाकों से आ रही बंदरों की शिकायतें::-घंघोड़ा
-ओएनजीसी
-चांदमारी
-आईएमए
-पुरोहितवाला
-केवी अपर कैंप
-गजवाड़ी
-जीआरडी पटेलनगर
-द दून स्कूल ये सांप किए गए रेस्क्यू
-कोबरा
-कॉमन करेत
-ट्रिंग कैट
-धामन
दून स्कूल में हाथ नहीं लग रहे बंदर
जानकारी के मुताबिक दून में करीब एक दर्जन से अधिक इलाकों में बंदरों का आतंक जारी है। जिसके लिए वन विभाग की कई टीमें दौड़ रही हैं। गत चार दिनों के दौरान करीब 105 बंदर टीम ने रेस्क्यू कर जंगल में छोड़े हैं। जबकि, अभी भी कई इलाकों से लगातार शिकायतें मिलनी जारी हैं। द दून स्कूल में पिछले तीन दिन से टीम ने कैंप किया है, लेकिन, यहां कोई भी बंदर हाथ नहीं लग पा रहा है। अब टीम ने जीआरडी में भी कैंप करने की तैयारी शुरू कर दी है।
ऐसा ही हाल तमाम इलाकों में दिखाई दे रहे सांप का भी है। 4 दिनों में 16 से ज्यादा सांप रेस्क्यू कर जंगल में छोड़ दिए गए हैं। वहीं, बिज्जू भी दिखाई दे रहे हैं। ऐसे ही टीमों ने अब तक दो घायल चीलों को रेस्क्यू किया है। ये चील रक्षाबंधन के मौके पर उड़ाए जाने वाली पतंग के चाइनीज मांझा से घायल हो गए थे। रेस्क्यू अभियान के दौरान जीतेंद्र बिष्ट, सुदर्शन पंवार, अरशद, वन दरोगा अखिलेश, वन बीट अधिकारी शैलेंद्र रावत, आशीष चौहान मौजूद रहे।