अपनी लंबित मांगों को लेकर राजकीय शिक्षकों ने दून की सड़कों पर हुंकार भरी। आक्रोशित शिक्षकों ने रविवार को दून में रैली निकालकर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर अपनी मांगें फिर दोहराईं। मांगों पर कार्रवाई न होने तक शिक्षकों ने आंदोलन जारी रखने का ऐलान किया। शिक्षक नेताओं ने बताया कि 16 अक्टूबर को सभी जिला मुख्यालयों में धरना-प्रदर्शन किया जाएगा।


देहरादून (ब्यूरो)


रविवार को राजकीय शिक्षक संघ के बैनर तले बड़ी संख्या में शिक्षक परेड मैदान में जुटे। यहां वे रैली के रूप में कनक चौक, सेंट जोजफ्स कट, राजपुर रोड होते हुए दिलाराम चौक पहुंचे और नारेबाजी की। संघ के प्रदेश अध्यक्ष राम सिंह चौहान ने बताया कि शिक्षकों का आंदोलन प्रमोशन, ट्रांसफर समेत विभिन्न मांगों को लेकर काफी समय से चल रहा है। चरणबद्ध आंदोलन के तहत ही रविवार को सरकार जागरण रैली निकाली गई। आगे भी विभिन्न चरणों में आंदोलन जारी रहेगा। सरकार की ओर से मांगों पर अमल न होने की स्थिति में अगली रणनीति पर विचार किया जाएगा। रैली में मुख्य रूप से संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष राजकुमार चौधरी, प्रदेश महामंत्री रमेश पैन्यूली, संयुक्त मंत्री जगदीश बिष्ट, गढ़वाल मंडल अध्यक्ष श्याम सिंह सरियाल, कुमाऊं मंडल अध्यक्ष गोकुल मार्तोलिया, मंत्री रविशंकर गुसाईं, उपाध्यक्ष महेंद्र सिंह पटवाल, उपाध्यक्ष कृष्णा बिष्ट समेत बड़ी संख्या में शिक्षक उपस्थित थे।

शिक्षक संघ की मांगें- एलटी से प्रवक्ता और प्रवक्ता से प्रधानाध्यापक पद पर प्रमोशन लिस्ट जारी की जाए। - अंतर मंडलीय ट्रांसफर लिस्ट भी जल्द से जल्द जारी हो।- मासिक परीक्षा साल में दो बार अर्द्धवार्षिक परीक्षा से पहले और दो बार अर्द्धवार्षिक परीक्षा के बाद कराई जाए।


- राजकीय शिक्षक संघ में सभी शिक्षकों को वोटिंग का अधिकार मिले।- 5400 ग्रेड-पे पाने वाले प्रवक्ता शिक्षकों को राजपत्रित घोषित किया जाए।- सातवें वेतनमान के तहत वेतन वृद्धि देना और वरिष्ठ व कनिष्ठ की वेतन विसंगति को दूर किया जाए।- उप प्रधानाचार्य के पदों का भी जल्द से जल्द सृजन किया जाए।

Posted By: Inextlive