नेहरूग्राम की सुध भी ले लीजिए, कई लोगों को डेंगू हो चुका, फॉगिंग नहीं हो रही
- सोशल मीडिया पर दूनाइट्स जमकर निकाल रहे हैं भड़ास
- लोगों की अपील, बेल रोड और वार्ड नंबर 90 में फॉगिंग करवा दीजिए
लोग परेशान, जता रहे आक्रोश
स्थिति ये है अब तो हताश व परेशान लोग बेखौफ होकर डीएम, नगर आयुक्त, स्वास्थ्य विभाग से लेकर तमाम सरकारी ट्विटर हैंडल्स पर भी अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। डेंगू के डरे हुए और परेशान लोग कहने से नहीं चूक रहे हैं कि कृपया बेल रोड पर फॉगिंग करवा दीजिए। ये तो महज एक इलाके का उदाहरण है, ऐसे ही सोशल मीडिया पर लोगों की नगर निगम, प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग से लगातार अपील आ रही हैं।
- नेहरूग्राम
- बालावाला
- इंदर विहार, गढ़ी
- दिव्य विहार, डांडा धर्मपुर
- मोहब्बेवाला
- महादेव एन्क्लेव
सरकारी ट्विटर हैंडल पर पब्लिक रिएक्शन
बहुत अच्छी कोशिश है ये। क्या हम बड़े फ्लैक्स लगाकर लोगों को अवेयर कर सकते हैं?
-संवेदना
-एमआर मैम, वार्ड नंबर 100 नथुवावाला रावत कॉलोनी महादेव मार्ग में अब तक फॉगिंग नहीं हुई। जबकि, यहां पर डेंगू के 10 से 12 पेशेंट्स मौजूद हैं।
-सच्चा भारतीय नागरिक
महादेव एन्क्लेव में फॉगिंग की सबसे ज्यादा जरूरत है। माजरा में हर घर में डेंगू के पेशेंट्स देखे जा सकते हैं।
-अंशुल गोयल मैडम, आपने ट्रोल फ्री नंबर चालू कर बहुत अच्छा किया। लेकिन, फजीहत करने में विभाग के अधिकारी ही नंबर वन हैं। लापवारही अधिकारियों पर कार्रवाई कब होगी।
-लव चौधरी नगर निगम की शिकायत कहां दर्ज की जाती है। जबकि, निगम की ओर से ऋषिकेश में डेयरीज की सफाई नहीं हो रही है। संचालक गार्बेज को प्लॉट में डंप कर दे रहे हैं।
-धीरज कभी नेहरूग्राम की तरफ भी देख लीजिए। नियर पीपल चौक। जहां कई डेंगू के मामले सामने आ चुके हैैं, लेकिन उसके बाद भी फॉगिंग नहीं हो रही रही है।
-कैप्टन वाई बी. हमारे इंदर विहार, गढ़ी में पता नहीं कब फॉगिंग होगी, याद भी नहीं अब तो
-बुद्धगिरी.
दिव्य विहार, डांडा धर्मपुर में पहले जब डेंगू नहीं था, तब फॉगिंग होती थी। लेकिन, जुलाई और अगस्त में तो कोई नहीं आया।
-दलीप
-जितेंद्र सिंह सोशल मीडिया पर लोगों की राय
डेंगू के मामले में सरकार के विभागों ने सब कुछ गुड़ गोबर कर दिया है। ये बेहद निंदनीय है। अगर पहले से ही मेहनत की होती तो आज इतने लोग परेशानी में न होते। इन गलतियों से सीख लेने की जरूरत है।
-अनूप नौटियाल वर्तमान में स्थिति बेहद गंभीर है। मेरे रिश्तेदार को डेंगू से जान देनी पड़ी। जबकि, दूसरे अस्पताल में भर्ती हैं और सीरियस हैं। हां, बिल्कुल प्रशासन डेंगू नियंत्रण में पूरी तरह फेल्योर है।
-गौरव तलवार. मंत्री जी का विधानसभा में कहना है कि अभी केवल 3 लोगों की डेथ हुई है और स्थिति सामान्य है। अब मंत्री जी को कैसे समझाएं कि स्थिति कितनी खराब है।
-आयुष भट्ट
यह बहुत दुखद है राज्य के लिए। हमने सोशल मीडिया पर कई बार ट्विट किया कि फॉगिंग की जाए, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। केवल मरीजों को सिरप व टेबलेट्स पकड़ा दिए जा रहे हैं।
-कोलामित पांड्या
-गणेश खंडूडी डेंगू का ऐसा प्रकोप कोई पहली बार नहीं हो रहा है। हर साल यही हाल हैं, फिर भी सरकार नहीं जाग रही है।
-बूट्स, बेल्ट्स एंड बेरेट्स ये यकीनन बेहद अलॉर्मिंग सिचुएशन है। स्टेट गवर्नमेंट का ये पैसा जा कहां रहा है। अस्पताल की जगहर दारू के ठेके खुल रहे हैं, कब जागोगे।
-विवेक ये स्थिति कैपिटल स्मार्ट सिटी की है। जबकि, सभी मंत्री, ब्यूरोक्रेट्स व अधिकारी यहीं पर दून में बैठते हेँ। जब यहां स्थिति सुध रही पहाड़ों के क्या हाल होंगे।
-प्रवीण शर्मा सीखना होता तो क्या हर घर नेता कैसे बनता।
-जगदीश चंद पांडे सिर्फ देहरादून ही नहीं, पंजाब में भी डेंगू का प्रकोप जारी है। हर सिंगल हाउस में 2 से 3 डेंगू के मरीज हैं।
-ऋतु
dehradun@inext.co.in