एसटीएफ ने आंध्र प्रदेश में दबोचा हत्यारोपी
देहरादून ब्यूरो। मुजफ्फरनगर के कुख्यात बदमाश वसीम ने 20 दिसंबर 2019 में हरिद्वार जिले के गंगनहर थाने के बाहर एक व्यक्ति की गोली मारकर हत्या कर दी थी और फरार हो गया था। पुलिस लगातार उसको तलाशती रही और वह ठिकाने बदलता रहा। दो वर्ष बाद 21 दिसंबर 2021 को पुलिस टीम उसे तलाशते हुए तेलंगाना में उसके ठिकाने तक पहुंच गई थी। जब पुलिस वसीम के ठिकाने पर पहुंची, उस समय उसके साथ एक महिला और अन्य व्यक्ति भी थे। पुलिस को सामने देख वसीम और उसके साथियों ने पुलिस टीम के साथ हाथापाई शुरू कर दी। इसी दौरान वसीम ने पुलिस टीम की आंखों में धूल झोंककर फरार हो गया। इसके बाद वसीम में पुलिस ने 50 हजार रुपये का ईनाम भी घोषित किया। वसीम के खिलाफ देशभर के कई थानों में एक दर्जन से ज्यादा मुकदमें दर्ज हैं।एसटीएफ ने किया गिरफ्तार
आखिरकार एसटीएफ ने वसीम को विजयवाड़ा, आंध्र प्रदेश से गिरफ्तार करने में सफलता हासिल कर ली। हालांकि इसके लिए एसटीएफ की टीम में 15 दिन में 5 हजार किमी से ज्यादा यात्रा करनी पड़ी। भीषण गर्मी और भाषा के दिक्कत के बावजूद बदमाश को तलाशने के लिए आंध्र प्रदेश और तेलंगाना राज्यों में कई जगहों की खाक छाननी पड़ी। दरअसल बदमाश इस दौरान लगातार अपने ठिकाने बदलता रहा। पुलिस सर्विलांस के मदद से उसके किसी ठिकाने के आसपास पहुंचती तो पता चलता कि उसने ठिकाना बदल लिया है। बदमाश को तलाशने के लिए पुलिस को वेष तक बदलना पड़ा। लुंगी और बुर्का पहनकर गलियों की खास छाननी पड़ी।रूबी और सलमान भी गिरफ्तार पुलिस टीम की आंखों में मिर्च पाउडर झोंकने कर वसीम को फरार होने में मदद करने वाले सलमान और रूबी को भी एसटीएफ ने आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में अलग-अलग जगहों से गिरफ्तार कर लिया।
डीजीपी ने थपथपाई पीठएसटीएफ की इस सफलता पर डीजीपी अशोक कुमार ने टीम को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि यह एक पेचीदा मामला था। बदमाश के लगातार ठिकाना बदलने के साथ ही कई जटिल कानूनी प्रक्रियाएं भी थी, जिन्हें पार करके एसटीएफ ने बदमाश को दबोचा है।