मानसून की पहली फुहार में ही नगर निगम की पोल खुल गई है। शहर में कई जगहों पर नालियों की अभी तक सफाई नहीं हुई है। कहीं नालियों की सफाई की भी गई वहां मेहनत बेकार चले गई। कई जगह नालियों का निर्माण कार्य अधूरा छोड़ा गया है।

- बरसात की पहली फुहार में ही जगह-जगह जल भराव
- कहीं सफाई नहीं गई, कहीं सफाई बाद भी नालियां फिर चोक

देहरादून (ब्यूरो): बीते रोज हुई हल्की बारिश में प्रिंस चौक और त्यागी रोड में कई दुकानों में पानी घुस गया। जबकि इस जगह नालियों की सफाई कर दी गई है। नालियों की पूरी सफाई न होने से नालियां फिर चोक हो गई। पटेलनगर में भी जगह-जगह से नालियों की सफाई के लिए स्लैब खोले गए हैं, लेकिन लंबे समय बाद भी नाली नहीं ढकी गई, खुली नालियां बरसात में एक्सीडेंट का कारण बन सकती है।

शिवालिक एनक्लेव में गंदगी का ढेर
शहर के गई इलाकों में नालियों की हालत बदहाल है। संजय कुमार आर्य ने बताया कि वार्ड 84 के अंतर्गत कारगी ग्राउंट, बंजारावाला रोड, शिवालिक एनक्लेव लेन नंबर 2, सैंडलवुड स्कूल के आगे आवासीय कालोनी में नालियां खस्ताहाल है। नालियां गंदगी से पटी पड़ी है। कचरे और कीचड़ के ढेर से इस बार भी लोगों को जल भराव की समस्या से जूझना पड़ेगा। गर्मी में नालियों से उठने वाली दुर्गंध से बीमारी का भी खतरा बना हुआ है।

इंजीनियर्स एनक्लेव शांति कुंज में नालियां जर्जर
कई जगहों पर नालियों के स्लैब नहीं है। इनसे बरसात में दुर्घटनाओं को खतरा बना हुआ है। सोशल एक्टिविस्ट अतुल गोयल का कहना है कि जीएमएस रोड में इंजीनियर्स एनक्लेव शांति कुंंज क्षेत्र में नालियां की सफाई कई महीनों से नहीं हुई। दो माह पूर्व क्षेत्र में गैस पाइप लाइन बिछाने को नालियों के स्लैब खोले गए, जिन्हें खुला छोड़ दिया गया। कई जगहों पर नालियों पर स्लैब नहीं है, जबकि कई जगहों पर बीच-बीच में स्लैब नहीं है, जो बरसात में जानलेवा साबित हो सकते हैं।

नाली निर्माण के नाम पर करोड़ों की बर्बादी
स्मार्ट रोड कही जाने वाली सहारनपुर रोड पर नाली निर्माण के नाम पर करोड़ों रुपये की बर्बादी की जा रही है। पटेलनगर से प्रिंस चौक तक जगह-जगह पर चैंबर खुले पड़े हुए हैं। पटेलनगर में नाली की सफाई के लिए फुटपाथ की टाइल्स उखाड़ी गई। इसके बाद चैंबर खोले गए। काफी समय हो गया है कई जगहों पर चैंबर बंद भी नहीं किए गए। टाइल्स का भी नाली किनारे ढेर लगा दी गई है। यही हाल प्रिंस चौक का भी है। डबल-डबल काम किया जाना धन की बर्बादी नहीं तो और क्या है।

जगह-जगह खुले स्लैब
क्षेत्र में नालियों की सफाई नहीं हुई है। नालियों में कूड़ा-कचरा भरा है। शांति कुंज में तारा एकेडमी के पास गेल ने गैस पाइप लाइन बिछाई, जिसके बाद स्लैब खुले पड़े हैं।
अतुल गोयल, शांति कुंज, जीएमएस रोड

शिवालिक एनक्लेव में नालियां खस्ताहाल हैं। लंबे समय से नालियों की सफाई नहीं हो पाई, जिससे बरसात में फिर लोगों को जल भराव का सामना करना पड़ेगा।
संजय कुमार आर्य, शिवालिक एनक्लेव, कारगी ग्रांट

सफाई के नाम पर पब्लिक का पैसा बर्बाद किया जा रहा है। कहीं नालियों की सफाई नहीं कई। कहीं नालियों का निर्माण अधूरा छोड़ा गया है। कहीं सफाई को फुटपाथ तोड़ नालियों के स्लैब खुले छोड़ दिए।
सचिन जैन, व्यापारी

बरसात में नालियां पब्लिक के लिए सिरदर्द बन जाती है। हल्की बारिश में ही नालियों का पानी सड़क पर भरने से प्रिंस चौक और त्यागी रोड आदि क्षेत्रों में कई दुकानों में पानी भर गया।
प्रदीप तोपवाल, पटेलनगर

इन इलाकों में होता है जलभराव
प्रिंस चौक
आराघर
धर्मपुर
नेहरू कॉलोनी
अजबपुर
रेसकोर्स
सहारनपुर रोड
पटेलनगर
आईएसबीटी
शिमला बाईपास
रायपुर रोड
चकराता रोड
चंद्रबनी

शहर पर एक नजर
12 लाख के लगभग है दून की आबादी
280 के करीब है ड्रेनेज नालियां
55 छोटे-बड़े नाले हैं दून में
18 बड़े नाले रिस्पना, बिंदाल से जुड़े
40 लोग नाला गैंग में
100 वार्ड हैं दून नगर निगम में
15 हजार के लगभग रहते हैं हर वार्ड में लोग
500 मीटर के दायरे में कर्मचारी व्यवस्था फेल
03 करोड़ से अधिक नालियों की सफाई पर खर्च

बरसात से पहले सभी नालियों की सफाई पूरा करने का प्रयास किया जा रहा है। वर्षा जल निकासी को ड्रेनेज सिस्टम को ठीक किया जा रहा है। ज्यादा से ज्यादा पानी की नालियों से निकासी हो, इसके लिए ड्रेनेज कार्य को शीघ्र पूरे करने के संबंधित कार्यदायी संस्थाओं को निर्देश दिए गए हैं।
मनुज गोयल, नगर आयुक्त
dehradun@inext.co.in

Posted By: Inextlive