तो दून में बढ़ेगी पानी की प्रॉब्लम
- 43 स्रोतों में 70 से 100 परसेंट पानी हुआ कम
- जल संस्थान का दावा, हर साल सूख रहे हैं पानी के स्रोत
461 स्रोतों में 100 परसेंट तक पानी कम
हाल ऐसा ही पूरे स्टेट का भी है। जल संस्थान के आंकड़ों के अनुसार पूरे प्रदेश में 461 ऐसी स्रोत हैं। जिनसे पानी 70 से लेकर 100 परसेंट तक पानी कम हो गया है। मतलब, ये स्रोत सूख गए हैं और जिनके रिचॉर्ज होने की संभावनाएं कम लग रही हैं। इसका सीधा असर पानी की सप्लाई पर पड़ रहा है। राज्य में जिन 461 पानी के स्रोत में पानी के डिस्चॉर्ज की इतनी कमी आई है, उनमें 339 गधेरे और 122 स्प्रिंग शामिल हैं। इनसे ही आबादी वाले इलाकों में पानी की उपलब्धता हुआ करती थी।
दून--2
पौड़ी--2
चमोली--1
रुद्रप्रयाग--1
न्यू टिहरी--2
उत्तरकाशी---1
नैनीताल---3
अल्मोड़ा--2
पिथौरागढ़--2
चंपावत--1
बागेश्वर--1 पानी कम होने वाले स्रोतों की संख्या
देहरादून---43
पौड़ी---58
कोटद्वार--103
कर्णप्रयाग--36
रुद्रप्रयाग--5
नई टिहरी--74
देवप्रयाग--3
उत्तरकाशी--63
नैनीताल--10
हल्द्वानी--9
रामनगर--17
अल्मोड़ा--11
रानीखेत---2
पिथौरागढ़--23
डीडीहाट--2
चंपावत--1
बागेश्वर--1 फैक्ट फाइल
-विभाग के पास रोज एवरेज 155 पानी की शिकायतें हो रही दर्ज
-फिलहाल विभाग के पास मौजूद हैं 72 पानी के टैंकर।
-किराए पर लिए गए हैं 219 पानी के टैंकर
-दून में पानी के टैंकरों की संख्या 14 व किराए के टैंकर 81 तक
-दून व नैनीताल में सबसे ज्यादा पानी की दिक्कत
-2022 में दून में 194 कॉलोनियों में आई पानी की दिक्कत।
-2020 में आई 230 कॉलोनियों में पानी की प्रॉब्लम्स
ऊर्जा निगम ने नहीं दी शटडाउन की जानकारी
अधिशासी अभियंता की ओर से जिलाधिकारी को लिखे गए पत्र में कहा गया है कि दून के अधोईवाला जोन के अंतर्गत सहस्रधारा रोड पर पीडब्ल्यूडी की ओर सड़क चौड़ीकरण का काम चल रहा है। इसके लिए सड़क पर मौजूद पोलिंग शिफ्टिंग का भी काम जारी है। नतीजतन, इलाके में सुबह 9 से शाम पांच बजे तक बिजली सप्लाई के लिए शटडाउन भी किया जा रहा है। विभाग का कहना है कि इस बावत सूचना केवल विज्ञान के थ्रू समाचार पत्रों में प्रकाशित की गई। जबकि, ऊर्जा निगम की ओर से जल संस्थान को कोई पूर्व सूचना नहीं दी गई। ऐसे में न केवल आम लोगों तक पानी की सप्लाई नहीं हो पा रही है। बल्कि, विभाग को जनता के आक्रोश का भी सामना करना पड़ रहा है।
जल संस्थान झेल रहा जनाक्रोश
जल संस्थान की ओर से जिलाधिकारी को लिखे गए पत्र में कहा गया है कि बिजली की उपलब्धता न होने के कारण पिछले छह दिनों से इलाके में करीब दो हजार की आबदी प्रभावित हो रही है। जबकि, होली का त्योहार सामने है, लगातार लोगों के फोन कॉल्स आ रहे हैं। लोगों में आक्रोश बना हुआ है। जिसकी बड़ी वजह बिजली की सप्लाई न हो पाना है। बमुश्किल कुछ इलाकों में पानी के टैंकरों से पानी सप्लाई करने की कोशिश की जा रही है, जो अपर्याप्त मानी जा रही है। जल संस्थान के ईई मोनिका वर्मा ने डीएम को लिखे पत्र में अनुरोध किया है कि फेस्टिव सीजन को देखते हुए बिजली की आपूर्ति यथावत रखी जाए। जिससे लोगों को पानी मिल सके।
-शक्ति विहार नलकूप
-कानन कुंज
-चूना भट्टा
-एकता विहार इन इलाकों में हो रही पानी की दिक्कत
-ऋषिनगर
-केवल विहार
-सुमनपुरी
-विकास लोक लेन नंबर एक
-प्रगति विहार
-सरस्वती विहार
-आदर्श विहार
-रक्षा विहार
-विजय नगर
-कर्जन रोड
-शिवालिक अपार्टमेंट
-एमडीडीए कॉलोनी
-कोरोनेशन-
-रायपुर रोड
-चूना भट्टा
-करनपुर
-ओल्ड डालनवाला
-नालापानी
-सीमेंट रोड होली पर न हो पानी की कमी
केशर जन कल्याण समिति के प्रदेश संयोजक व बीजेपी नेता एनके गुसाईं ने उत्तराखंड जल संस्थान से आग्रह किया है कि होली के दिन होली के दूनाइट्स को पानी की किल्लत हो, इसके लिए विभाग को बाकी दिनों की अपेक्षा ज्यादा पानी दिए जाने पर विचार करना चाहिए। इसके लिए उत्तराखंड जल संस्थान अपनी व्यवस्थाओं को चुस्त-दुरुस्त करे। जिससे लोगों को पानी के लिए परेशानी न उठानी पड़े। कहा, वैकल्पिक व्यवस्था के लिए पानी के टैंकरों से भी सप्लाई करने के इंतजाम होने चाहिए।