... तो इस बार राजधानी डूबेगी नहीं, थम जाएगी
- मानसून आने को 22 दिन शेष, इस अवधि में शहर में चल रहे निर्माण कार्य निपटाने चुनौतीपूर्ण
- सीवर-पेयजल को खोदी गई सड़कें मानसून के दौरान बनेगी पब्लिक के लिए बड़ी मुसीबत
स्मार्ट सिटी के चल रहे कई काम
पिछले तीन साल से स्मार्ट सिटी के काम स लोग परेशान हैं। स्मार्ट सिटी के तहत शहर में सीवर, पेयजल और स्मार्ट रोड्स का काम चल रहा है। जरा से बरसात में शहर अस्त-व्यस्त हो जाता है, लेकिन इस बार तो कई विभागों ने काम खोल रखा है। इस बार सर्दी में बारिश कम हुई, उसके बाद भी लोगों को फजीहत झेलनी पड़ी, लेकिन मानसून आने पर जगह-जगह खोदी गई सड़कें मुसीबत का सबब बनेंगी।
इंटीग्रेटेड सीवेज स्कीम
इंटीग्रटेेड सीवेज सिस्टम
स्मार्ट रोड प्रोजेक्ट््स
स्मार्ट पोल पीपीपी मोड
चाइल्ड फ्रेंडली सिटी
स्मार्ट वास्ट व्हीकल हर रोड पर चल रहा काम
शहर में तकरीबन हर रोड पर कंस्ट्रक्शन वर्क चल रहा है। कहीं सीवर के सड़कें खोदी गई है, तो कहीं पेयजल, तो कहीं ड्रेनेज के लिए। कई काम ऐसे हैं, जो साल भर से पहले से चल रहे हैं, लेकिन अभी तक खत्म नहीं हुए। राजपुर रोड पर बिजली लाइन अंडरग्राउंड करने के लिए सड़कें खोदी गई है। 5-6 फुट तक डक्ट के लिए सड़कें खोदी गई है। गांधी रोड पर प्रिंस चौक के पास फुटपाथ के ढक्कन खुले पड़े हैं। हरिद्वार राडे पर नाले के लिए लंबे समय से खोदाई की गई है।
जल भराव से जानलेवा बन सकते सीवर-ड्रेनेज के गड्ढ़े
शहर में मैन रोड से लेकर कालोनियों की रोड््स पर कुछ न कुछ काम चल रहा है। स्मार्ट सिटी के अलावा पेयजल निगम और सिंचाई विभाग ड्रेनेज का काम कर रहा है। एडीबी सीवर और पेयजल लाइनें बिछा रहा है। पीडब्ल्यूडी कई रोडों का विस्तारीकरण कर रहा है। इसके अलावा अन्य छोटे-बड़े कार्य भी चल रहे हैं। ऐसे में बरसात में जलभराव होने पर सड़क पर खोदे गए नाले-फुटपाथ जानलेवा बन सकते हैं। सड़क पर पानी भरने से ये गड््ढ़े दिखाई नहीं देंगे, जिनसे हादसे हो सकते हैं। हादसे केवल वाहनों से ही नहीं, पैदल चलने पर भी हो सकते हैं। बरसात से पहले इन कार्यों का पूरा होना चुनौतीपूर्ण बताया जा रहा है।
सीवरे लाइन डालने का काम
पेयजल लाइन बिछाने का काम
बिजली अंडरग्राउंड डालने को डक्ट वर्क
सड़कों का चौड़ीकरण
फुटपाथ-नालियों का निर्माण मानसून से पहले हर हाल में सड़कों पर वर्तमान में चले रहे सीवर-पेयजल आदि निर्माण कार्य पूरे करने के प्रयास किए जा रहे हैं। इसके लिए विभागों को कड़े निर्देश दिए गए हैं। ड्रेनेज सिस्टम को भी जल्द से जल्द पूरा किए जाने के निर्देश दिए गए हैं, ताक निर्माण कार्यो से पब्लिक को परेशानी का सामना न करना पड़े।
सोनिका, डीएम, देहरादून
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