अक्टूबर तक कंप्लीट हो जाएंगे स्मार्ट सिटी वर्क
- स्मार्ट सिटी के तहत शहर में चल रहे अधिकांश कार्य हो गए हैं पूरे
- वाटर सप्लाई के काम ट्रायल पर, स्मार्ट रोड के काम भी 50 परसेंट
बदल गई परेड ग्राउंड की सूरत
सबसे ज्यादा चर्चाओं में रहे परेड ग्राउंड की तस्वीर पूरी तरह बदल गई है। परेड ग्राउंड का नजारा देखते ही बन रहा है। इस ग्राउंड पर ग्रीन ग्रास, रेन वाटर हार्वेस्टिंग, साइकिल ट्रेकिंग, वीआईपी कार पार्किंग और वीआईपी स्टेज का काम पूरा हो गया है, जबकि वाटर स्प्रिंक्लर सिस्टम लगाने का काम प्रोसेसिंग में है।
परेड ग्राउंड में ये काम हुए पूरे
- 2200 केएल का रेन वाटर हार्वेस्टिंग टैंक
- 545 मीटर साइकिल ट्रैक
- 80 प्लस कैपेसिटी की वीआईपीसी कार पार्किंग
- 40 प्लस सिटिंग कैपेसिटी का वीआईपी स्टेज
घंटाघर से2 किमी। रेडियस में चार रोड स्मार्ट होंगी। पहले यह काम रूफ एंड ब्रिज कंपनी के पास था, जिसने दो साल तक काम शुरू ही नहीं किया। कंपनी को ब्लैक लिस्ट करने के बाद यह काम पीडब्ल्यूडी की पीआईयू यूनिट को सौंपा गया। पीआईयू पीडब्ल्यूडी स्मार्ट सिटी के अधिशासी अभियंता प्रवीन कुश ने बताया कि स्मार्ट सड़कों से बिजली की तारें अंडर ग्राउंड होनी है। ईसी रोड से बिजली अंडर ग्राउंड हो चुकी है। बाकी रोड पर डक्ट बनाने काम लगभग पूरा हो गया है। नालियों का निर्माण भी आखिरी दौर में है, केवल स्लैब डालने बाकी रह गए हैं। ड्रेनेज-सीवर 65 परसेंट
शहर में ड्रेनेज-सीवरेज की सबसे बड़ी समस्या है। यह काम सिंचाई विभाग और पेयजल निगम को सौंपा गया है। दोनों विभागों ने ड्रेनेज-सीवरेज का काम 65 परसेंट तक कर दिया है। राजपुर रोड पर दिलाराम चौक के पास ड्रेन का काम लगभग कंप्लीट है, जबकि प्रिंस चौक से भंडारी बाग के लिए ड्रेनेज-सीवरेज वर्क बाकी रह गया है।
फुलवारी से आकर्षक दिखेंगी स्मार्ट रोड
पीआईयू स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के अधिशासी अभियंता प्रवीन कुश ने बताया कि चकराता रोड, राजपुर रोड, हरिद्वार रोड और ईसी रोड को स्र्माट रोड के रूप में डेवलप करने का काम तेजी से चल रहा है। स्मार्ट रोड कम से कम 7 मीटर चौड़ी होंगी, जबकि 1.8 मीटर के सड़क के दानों ओर फुटपाथ बनाए जाएंगे। सड़कें फुलवारी और प्लांटेशन से सजाई जाएंगी। सड़कों पर बिजली पोल अंडर ग्राउंड होंगे। तारों का कहीं भी जाल नहीं दिखेगा।
- राजपुर रोड
- चकराता रोड
- गांधी रोड
- ईसी रोड स्मार्ट रोड में होंगे ये काम
- सड़कों का चौड़ीकरण
- सड़कों का सौंदर्यीकरण
- चाइल्ड फ्रेंडली सिटी
- मल्टी यूटिलिटी डक्ट
- फुटपाथ
- टेबिल टॉप
- चिल्ड्रन पार्क
- स्मार्ट पार्किंग
- अंडरग्राउंड केबलिंग
- ड्रेनेज पानी अंडरग्राउंड
- रोड सेफ्टी और पार्किंग
ये प्रोजेक्ट कंपलीट
प्रोजेक्ट का नाम खर्च (करोड़ में)
- स्मार्ट टॉयलेट 1.18
- स्मार्ट स्कूल 5.87
-दून इंटीग्रेटेड कमांड 290.97
एंड कंट्रोल सेंटर
-बैंडविड््थ डीआईसीसीसी 13.89
-क्रेच बिल्डिंग, वर्किंग वूमने 0.88
हॉस्टल, ईसी रोड
-मॉर्डन लाईब्रेरी कॉम्पलैक्स 5.75
-इलेक्ट्रिक, हाईब्रिड 12.25
इलेक्ट्रिक बस
- स्मार्ट वाटर मैनेजमेंट 19.13
- वाटर एटीएम पीपीपी मोड 0.00
- मोमेंटल फ्लैग 0.09
कार्य का नाम निर्माण(परसेंटेज में)
स्मार्ट रोड 50
वाटर सप्लाई 95
सीवर 60
ड्रेनेज 70
चाइल्ड फ्रेंडली वर्क 40
ग्रीन बिल्डिंग 20
वाटर सप्लाई स्कीम का चल रहा ट्रायल
एजीएम केपी चमोला ने बताया कि वाटर सप्लाई स्कीम के तहत ओवर हेड टैंक बन चुके हैं। 206 ट्यूबवेलों का अपग्रेडेशन का काम भी पूरा हो चुका है। पाइप लाइन के इंटरकनेक्शन काम आखिरी स्टेज में है। आजकल ट्रायल चल रहा है। इस माह के आखिरी तक वाटर सप्लाई पूरी तरह कंप्लीट हो जाएगी।
सोनिका, डीएम एवं सीईओ स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट
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