आमतौर पर माना जाता है कि देहरादून में स्मैक की सप्लाई बरेली से होती है। पुलिस को भी कई बार इस बात के सबूत मिले हैं। लेकिन अब एक चौंकाने वाला तथ्य यह भी सामने आया है कि बरेली के साथ ही सहारनपुर से भी दून में स्मैक की सप्लाई की जा रही है। सहारनपुर से सप्लाई इतनी ज्यादा है कि एक गांव के कई लोग कुछ ही दिनों में अमीर बन गये हैं। दरअसल पुलिस के हाथ सहारनपुर का ऐसा स्मैक पेडलर लगा है जिसके पास के 12 लाख रुपये मूल्य की स्मैक पकड़ी गई। पूछताछ में इस पेडलर से स्मैक तस्करी को लेकर कई जानकारियां पुलिस का दी। तस्करी के आरोपी को एसएसपी की प्रेस कॉन्फेंस में पेश किया गया।

देहरादून ब्यूरो। एसएसपी दिलीप सिंह कुंवर के अनुसार चौकी प्रभारी आईएसबीटी के नेतृत्व में पुलिस टीम बीती रात हरिद्वार रोड के पास से चेकिंग कर रही थी। शक होने पर एक व्यक्ति को रोककर चेक किया गया तो उसके पास से 124.80 ग्राम स्मैक बरामद हुई। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर थाना पटेलनगर में एनडीपीएस एक्ट के तहत केस दर्ज कर दिया। आरोपी की पहचान आरिफ मलिक पुत्र अनवर मलिक, निवासी ़ ग्राम थापुल, बिहारीगढ, सहारनपुर, यूपी के रूप में हुई।

गांव के कई लोग बन गये अमीर
पूछताछ में आरोपी आरिफ ने बताया कि उसके गांव के कई लोग स्मैक तस्करी के धंधे में लिप्त हैं। उन्होंनेे स्मैक की तस्करी कर बहुत कम समय में ही काफी पैसा कमा लिया है। पहले भी उसके गांव के कुछ लोग देहरादून में स्मैक की तस्करी करते थे, जिन्हें देहरादून पुलिस ने ही स्मैक तस्करी के आरोप में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। जमानत पर आने के बाद उन्होंने उसे बताया कि देहरादून में काफी संख्या में स्कूल-कॉलेज हैं। उनमें काफी संख्या में बाहर के स्टूडेंट पढ़ाई करते हैं। उन्हें स्मैक की सप्लाई कर काफी मुनाफा कमाया जा सकता है।

लालच में आकर धंधा शुरू
आरिफ ने पुलिस को यह भी बताया कि कम समय में ज्यादा पैसा कमाने के लालच में उसने अपने गांव के ही एक व्यक्ति शमशेर पुत्र मोबीन से स्मैक खरीदी थी और देहरादून में बेचने आया था। इस स्मैक को बेचकर वह अच्छी-खासी रकम बना सकता था। पुलिस ने उसके पास से 124.8 ग्राम स्मैक बरामद की। अन्तर्राष्ट्रीय बाजार में इस स्मैक की कीमत करीब 12 लाख रुपये बताई जा रही है।

Posted By: Inextlive