बसों का टोटा, चारधाम यात्रा में होगी दिक्कत
- यात्रा के लिए चाहिए 1500 बसें, 1250 बसें ही अवेलेबल
देहरादून :22 अप्रैल से प्रदेश में चारधाम यात्रा शुरू होने वाली है। रोडवेज के बेड़े में 1151 बसें है। जिनमें 301 बसें ऐसी है जो पहाड़ों में चलती हैं। रोडवेज अगर चारधाम के लिए इन बसों को संचालन के लिए भेज देते हैं तो अन्य पहाड़ी रूट्स पर चलने वाली बसों के संचालन पर असर पड़ेगा। जबकि, 100 नई बसों को खरीदा जाना है। लेकिन, अब तक टेंडर तक नहीं हो सका हैं। रोडवेज के बेड़े में इतनी बसें
पर्वतीय मार्ग - 301
मैदानी मार्ग - 600
अनुबंधित बसें- 250
कैसे होगी 170 बसों की व्यवस्था
रोडवेज के अधिकारियों के अनुसार लगातार बसों की तकनीकी दिक्कत होने पर उसे रोक दिया जाता है। जिससे दूसरे रूटों के बसों को संचालन के लिए बुलाना पड़ता है। ऐसे में यात्रा के दौरान बसों की आपूर्ति कर पाना संभव नहीं हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार परिवहन विभाग ने यात्रा के लिए 170 अन्य बसों की व्यवस्था करने को कहा है। जिस पर रोडवेज ने 100 बसों का स्पेयर में रखने का आश्वासन दिया है। बीते साल भी रोडवेज ने 100 बसों को स्पेयर रखने का आश्वासन दिया लेकिन, 50 से ज्यादा की भी व्यवस्था नहीं कर पाया।
परिवहन मंत्री के अनुसार चारधाम यात्रा के शुरू होने से पूर्व रोडवेज के ड्राइवर को एक दिन की ट्रेनिंग दी जाएगी। उन्हें कैंप के माध्यम से व्यवहार कुशल बनाने के साथ पैंसेजर की जान की रक्षा के लिए किसी भी तरह की लापरवाही न करने के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा। वर्जन:-
चारधाम यात्रा के लिए हर स्तर से तैयारी की जा रही हैं। यात्रियों को सुविधा हो इसके लिए अधिक से अधिक वाहनों की व्यवस्था होगी। यात्रा मार्ग में पैंसेजर को परेशानी न हो इसके लिए वेटिंग रूम बनाए गए हैं। इस पर भी छोटी सी गलती सभी पर भारी न पड़ें इसके पूरे इंतजाम किए जाएगें।
चन्दन रामदास, परिवहन मंत्री उत्तराखंड