यदि आप दून में घर बनाना चाहते हैं और किसी कारणवश आपके नक्शे में अड़चन आ रही है और आप मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण एमडीडीए में लंबित मानचित्र को पास कराने के लिए चक्कर काट रहे हैं तो आपको निराश होने की जरूरत नहीं है।

- एमडीडीए ने 4 शमन कैंपों में बतौर शुल्क कमाए 5 करोड़ रुपये

देहरादून ब्यूरो (ब्यूरो): एमडीडीए में हर शनिवार को शमन कैंप लगाया जा रहा है, जिसमें आपका काम चंद समय में हो जाएगा। कैंप में जेई से लेकर वीसी तक सब मौजूद रहने से हाथों-हाथ नक्शा पास करने की सुविधा है। बस आप कैंप में अपनी फरियाद रखें और स्कीम का लाभ उठाएं। खास बात यह है कि इसमें निर्माण होने वाले ही नहीं, नये पुराने सभी आवासीय और कमर्शियल भवनों के नक्शे पास किए जा रहे हैं। इससे लोगों को बड़ी राहत मिल रही है।

घर बैठे करा सकते नक्शा पास
शमन कैंप में आप यदि एमडीडीए दफ्तर नहीं पहुंच सकते हैं तो आप आर्किटेक्ट के माध्यम से ऑनलाइन आावेदन करा सकते हैं। इसके बाद भूमि के लैंडयूज आदि की जांच करके आपको फोन और ई-मेल के जरिए पैसा जमा करने के लिए इनफॉरमेशन भेजेगा। जिसे ऑन लाइन ट्रांजेक्टशन के साथ ही आरटीजीएस या डीडी के माध्मय से एमडीडीए के खाते में जमा करा सकते हैं। इसके बाद तत्काल नक्शा पास हो जाएगा।

नए सर्किल रेट पर पास किए जा रहे नक्शे
शमन कैंप में हर तरह के नक्शे पास हेा रहे हैं। घरेलू हो या कमर्शियल भवन, सभी तरह के नक्शों को शमन कैंप में माध्यम से निस्तारित किया जा रहा है। नए नियमों के तहत ही नक्शे पास किए जा रहे हैं। इसमें नियमों में शिथिलीकरण की कोई गुजाइश नहीं है। नए सर्किल रेट पर सेटलमेंट किया जा रहा है।

हर सटरडे को लग रहा कैंप
नक्शों के त्वरित निस्तारण के लिए एमडीडीए के वीसी बंशीधर भगत के निर्देश पर हर सटरडे को शमन कैंप लगाए जा रहे हैं, जो जोनलवाइज लगाए जा रहे हैं। दून के सभी 12 सेक्टर कैंप में शामिल हो गए हैं। आज अगले सटरडे को परवादून क्षेत्र की बारी है।

30 मामले निपटाए
आज के कैंप में पछवादून से संबंधित सभी प्रकार के आवास, गैर आवासीय नक्शे पास किए गए। संबंधित सेक्टर सहायक अभियंता के अवकाश पर रहने से कुछ नक्शे पास नहीं हो पास, जिनका निस्तारण अगले कैंप में होगा। आज पास किए गए नक्शो से बतौर शुल्क के रूप में एमडीडीए को 1.12 करोड़ रुपये का राजस्व मिला है। इस दौरान वीसी बंशीधर तिवारी समेत सचिव मोहन सिंह बर्निया, संयुक्त सचिव रजा अब्बास, सभी अधिशासी अभियंता, सेक्टर सहायक अभियंता, अवर अभियंता और वाद लिपिक आदि मौजूद रहे।

100 से अधिक मामले निस्तारण, 5 करोड़ कमाए
अब तक 100 से अधिक नक्शों को शमन कैंप के माध्मय से निस्तारित किया गया है। ये नक्शे लंबे समय से लंबित चल रहे थे। एक कैंप में करीब 20 से 30 नक्शे पास किए जा रहे हैं। जिनमें प्रत्येक कैंप में एक करोड़ से ऊपर का राजस्व एमडीडीए को मिल रहा है। अब तक 4 कैंप लग चुके हैं, जिसमें आवेदकों से 5 करोड़ रुपये से अधिक बतौर शुल्क के रूप में एमडीडीए को मिले हैं।

ओटीएस के नक्शे भी कैंप में पास
एमडीडीए ने पिछले साल दो माह के लिए वन टाइम सेटलमेंट (ओटीएस) स्कीम लागू की थी। इसमें नियम शिथिलीकरण किया गया था। पुराने सर्किल रेट पर नक्शों का सेटलमेंट किया गया। इसमें अपनाई जा रही प्रक्रिया में काफी वक्त लग रहा था। सितंबर 2022 में ओटीएस स्कीम बंद कर दी गई। जिसके बाद कोई योजना नहीं थी। नए वीसी बंशीधर तिवारी ने आते ही शमन कैंप के माध्मय से नक्शों को पास करने का निर्णय लिया, जिसका लोग बड़े स्तर पर लाभ उठा रहे हैं।

5.00 करोड़ मिला चार शमन कैंपों में बतौर शुल्क
- 1.60 करोड़ राजस्व मिला पहले कैंप में
- 1.20 करोड़ दूसरे कैंप में
- 1.08 करोड़ तीसरे और
- 1.12 करोड़ चौथे कैंप में

वर्तमान में एमडीडीए के पास कोई स्कीम नहीं थी। लोग लंबे समय से दफ्तर के चक्कर लगा रहे थे। इसके लिए शमन कैंप लगाने का निर्णय लिया गया। इसमें जहां लोगों को तत्काल नक्शे पास करने की सुविधा मिल रही है वहीं एमडीडीए को भी नक्शों के एवज में बड़ा राजस्व मिल रहा है।
बंशीधर तिवारी, वीसी, एमडीडीए
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Posted By: Inextlive