नेहरूग्राम में 5 बीघा सरकारी भूमि पर गुपचुप प्लाटिंग
- पब्लिक ने खोला भू-माफिया के खिलाफ मोर्चा, सरकारी भूमि बचाने को छेड़ी जंग
- क्षेत्रवासियों ने सीएम-डीएम से मामले का संज्ञान लेकर जल्द कार्रवाई की उठाई मांग
बिजली घर बनाने का भी हैं पर प्रस्ताव
नगर निगम के वार्ड-68 के अंतर्गत बनियर रामकिशन चौक के पास की यह भूमि पूर्व में कुल 18 बीघा थी। इस भूमि का कुछ हिस्सा पूर्व में जिला होम्योपैथिक कार्यालय के लिए आवंटित कर दिया, जबकि कुछ भूमि खेल मैदान, मंदिर आदि के लिए ग्राम पंचायत की बैठक में दे दी गई। मौके पर करीब 5 से 6 बीघा भूमि अवशेष थी। इस भूमि पर बिजली घर बनाने का भी प्रस्ताव लंबे समय से चला आ रहा है। हालांकि, अधिकारियों की अनदेखी के कारण सरकारी भूमि को निजी प्लाङ्क्षटग की जद में ले लिया गया है और भूमि पर प्लांटिंग शुरू कर दी गई है।
प्रदर्शनकारियों के मुताबिक हाथीबड़कला निवासी एक व्यक्ति की इस क्षेत्र में 40 से 50 बीघा भूमि थी। हालांकि, वह व्यक्ति अब तक अधिकार से अधिक करीब 60 बीघा भूमि बेच चुका है। बताया जा रहा है कि भूमाफिया ने अपने हिस्से की भूमि पर प्लाङ्क्षटग करते समय कोई रास्ता नहीं दर्शाया, जबकि सरकारी भूमि को रास्ते के रूप में दर्ज कर दिया। इसका नक्शा भी नागरिकों के हाथ लगा है। जिससे यह कहा जा रहा है कि सरकारी भूमि को निजी प्लाङ्क्षटग का रास्ता दिखाकर बेचने की तैयारी कर ली गई है। मंडे को सीएम-डीएम से मिलेंगे
संडे को भोमाफिया के विरुद्ध प्रदर्शन करने के साथ श्रीसिद्ध विहार जनकल्याण समिति ने सरकार और प्रशासन के समक्ष इस मामले को उठाने का निर्णय लिया है। तय किया गया कि समिति के पदाधिकारी क्षेत्र के लोगों के साथ सरकारी भूमि को बचाने के लिए मंडे को सीएम पुष्कर ङ्क्षसह धामी के साथ ही डीएम सोनिका, एमडीडीए उपाध्यक्ष बंशीधर तिवारी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दलीप ङ्क्षसह कुंवर से मुलाकात करेंगे।
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