पिछले चार दिनों से टेंपरेचर में भारी बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है। मंडे को पारा 40 डिग्री तक छू लिया जिससे पंखे फ्रीज ओर कूलर सब दिनरात चलने लगे है। इससे बिजली की खपत काफी बढ़ गई है। राज्य में बिजली की खपत 54 मिलियन यूनिट तक पहुंच गई।

- 30 लाख यूनिट तक बढ़ी खपत, राज्य में बिजली की कटौती शुरू
- बिजली की उपलब्धता और खपत में है करीब 7 एमयू का अंतर

देहरादून (ब्यूरो): इससे पूर्व 52 एमयू तक बिजली की खपत का रिकॉर्ड दर्ज है। बिजली की डिमांड रिकॉर्ड स्तर से ऊपर पहुंचने से बिजली संकट खड़ा हो गया। गर्मी बढऩे से हांलांकि ग्लेशियर भी तेजी से पिघल रहे हैं, जिससे राज्य में जल विद्युत परियोजनाओं से पावर प्रोडक्शन बढ़ा है, लेकिन उससे अधिक बिजली की डिमांड बढ़ी है। उत्तराखंड को ऊर्जा प्रदेश कहा जाता है और ऊर्जा प्रदेश को दिल्ली, यूपी और पंजाब से बिजली खरीदनी पड़ रही है। दरअसल राज्य में बिजली की एक्स्ट्रा खपत डिमांड से 30 लाख यूनिट से अधिक बढ़ गई है।

करीब 7 मिलियन की है कमी
ऊर्जा निगम से राज्य और बाहरी स्रोतों से मिल रही बिजली के बावजूद 7 मिलियन यूनिट बिजली की कमी हो रही है। निगम बाजार से बिजली की शॉर्ट टर्म खरीद कर रहा है। पीक आवर में महंगी बिजली की खरीद की जा रही है। बिजली की मांग पूरी न होने पर ऊर्जा निगम ने शहरों से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में दो से लेकर चार घंटे तक बिजली कटौती की है।

रिकॉर्ड स्तर पर पहुंची डिमांड
पिछले साल जून माह में सर्वाधिक बिजली की खपत 52 एमयू तक पहुंची थी, लेकिन इस बार यह रिकार्ड मिड मई में ही छू गया था। जून में यह आंकड़ा पार हो गया है। बताया जा रहा है कि यदि गर्मी इसी तरह आग उगलती रही, तो हालात काफी बिगड़ जाएंगे। हालांकि ऊर्जा निगम के अफसरों का कहना है कि फिलहाल केंद्र से मिलने वाली अतिरिक्त बिजली से पर्याप्त बिजली है। शॉर्ट टर्म बिजली खरीद कर राहत देने का प्रयास किया जा रहा है।

बिजली कटौती से बढ़ी परेशानी
पहले तो झुलसती गर्मी पड़ रही है और ऊपर से बिजली कटौती हो रही है। इससे कंज्यूमर्स पर दोहरी मार पड़ रही है। कई जगहों पर पीक आवर में कटौती की जा रही है। बिजली की एकाएक बढ़ी खपत को पूरा करना ऊर्जा निगम के लिए चुनौती बन गया है।

बिजली की डिमांड और उपलब्धता
25 लाख के लगभग है बिजली कंज्यूमर्स
54 मिलियन यूनिट पहुंच गई डिमांड
47 मिलियन यूनिट है कुल उपलब्धता
19 मिलियन यूनिट मिल रही केंद्र से
18 मिलियन यूनिट का हो रहा राज्य में उत्पादन
08 मिलियन यूनिट मिल रही गैस प्लांटों से
07 मिलियन यूनिट तक है रोजाना कमी

राज्य में 12 जून को पावर प्रोडक्शन पर एक नजर
प्रोजेक्ट प्रोडक्शन
छिबरो 2.934
खोदरी 1.476
ढकरानी 0.555
ढालीपुर 0.779
कुल्हाल 0.483
तिलोथ 1.872
धरासू 4.561
चीला 1.986
रामनगर 1.789
खटीमा 0.697
पथरी 0.480
मोहम्मदपुर 0.151
गलोगी 0.015
दुनाऊ 0.002
पिलंगांव 0.043
उर्गम 0.000
कार्लीगंगा-1 0.060
व्यासी 0.711
कार्लीगंगा-2 0.085
टोटल 18.678
(बिजली प्रोडक्शन मिलियन यूनिट में)

फिलहाल केंद्र से अतिरिक्त बिजली मिल रही है, जिससे स्थिति नियंत्रण में है। बिजली की खपत कभी ज्यादा बढ़ रही है, जिससे व्यवस्था थोड़ा गड़बड़ा रही है। कटौती का कम से कम हो इसके प्रयास किए जा रहा है। चारधाम में लगभग 24 घंटे बिजली आपूर्ति की जा रही है।
एमआर आर्या, चीफ इंजीनियर (गढ़वाल), ऊर्जा निगम, देहरादून
dehraun@inext.co.in

चारधामों में 24 घंटे बिजली
ऊर्जा निगम ने चारधाम गंगोत्री, यमुनोत्री, बद्रीनाथ और केदारनाथ में 24 घंटे बिजली का दावा किया जा रहा है। ऊर्जा निगम के चीफ इंजीनियर एमआर आर्या ने बताया कि चारधाम को निर्बाध बिजली मुहैया कराई जा रही है, ताकि टूरिस्ट्स को परेशान न उठानी पड़े। वह खुद चारधाम की बिजली व्यवस्था पर लगातार नजर बनाए हुए है।

Posted By: Inextlive