दून में सड़क पर बिजली के तारों के जाल जहां ट्रैफिक सिस्टम को बिगाड़ रहे हैं वहीं बिजली की खुली तारें हादसों को बुलावा दे रहे हैं। बरसात के दिनों में पानी में करंट तेजी से दौड़ता है। ऐसे में बरसात से पहले बिजली के तारों को ठीक किया जाना चाहिए था

- बरसात में सड़क पर खुली पड़ी बिजली वायर से फैल सकता है करंट
- जिम्मेदार विभाग बने लापरवाह, पब्लिक को सता रहा डर

देहरादून (ब्यूरो): बिजली विभाग से लेकर नगर निगम और एमडीडीए बरसात का मौसम शुरू होने के बाद भी चैन की नींद साए हुए हैं। इस संबंध में कई लोगों ने संबंधित विभागों से शिकायत भी की है, लेकिन अधिकारियों ने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया। दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट की टीम ने शहर में कई जगहों पर पड़ताल की, तो कई जगहों पर बिजली की तारें खुली मिली, जिनसे करंट का खतरा बना हुआ है। इसके लिए किसी की गवाही की जरूरत नहीं है फोटो खुद-ब-खुद सब कुछ बयां कर रही है।

हादसे का शिकार हुई महिला
दिल्ली में रोड पर खुले बिजली के तार से एक महिला की मौत के बाद दून में भी लोगों को यह डर सताने लगा है। दून में भी जगह-जगह बिजली के पोल और जमीन पर पर नंगी तारें मौत को दावत दे रही हैं। ध्यान देने वाली बात यह है कि बिजली की नंगी तारें एक-दो जगह नहीं, बल्कि शहर में तमाम जगहों पर हैं। सड़कों से लेकर आम रास्तों पर तारें खुली तारें देखी जा सकती है, जो बरसात में किसी की भी जान ले सकती है।

बरसात में बढ़ जाता करंट का खतरा
दो रोज पहले दिल्ली में सड़क पर चलती एक महिला को करंट लग गया। वजह सड़क पर लगे स्ट्रीट पोल से लटकी बिजली की तार थी। जलभराव के चलते पानी में करंट आ गया और महिला इसकी चपेट में आ गई। इसके बाद प्रशासन जागा और सड़क पर खुली पड़ी बिजली की तारों को दुरुस्त करने का काम शुरू कर दिया। अफसर तब चेते जब महिला की जान चले गई। समय रहते बरसात से पहले तार ठीक की जाती, तो महिला की जान न जाती। यही हाल दून का भी है। यहां भी अफसर शायद किसी की मौत का इंतजार कर रहे हैं। शायद दिल्ली की तरह दून भी तभी जागेगा।

29 हजार स्ट्रीट लाइट हैं सिटी में
दून में तकरीबन 29 हजार स्ट्रीट लाइटें हैं। स्ट्रीट लाइटों का अधिकांश रखरखाव नगर निगम के पास है। कुछ स्ट्रीट लाइटों का जिम्मा एमडीडीए के पास भी भी है। कहीं स्ट्रीट लाइटों की तारें सड़क पर खुली पड़ी है, तो कहीं पोल से ढक्कन टूटे हुए हैं ओर तारें नंगी हैं। बरसात करंट लगने का खतरा बढ़ जाता है।

केस 1: आढ़त बाजार में फुटपाथ पर लगे बिजली पोल पर मीटर जमीन पर लगाया गया है। बिजली मीटर की तार आगे से नंगी है और जमीन पर लटक रही है। करंट की चपेट से बड़ा हादसा हो सकता है।

केस 2: यह सीन जाखन में सड़क किनारे फुटपाथ के साथ एमडीडीए पार्क का है, जहां जमीन पर सतरंगी लाइट लगाई गई थी, लाइट किसी ने गायब कर दी और उसके तार नंगे सड़क पर हादसे को न्योता दे रहे हैं।

केस 3: राजपुर रोड पर स्ट्रीट लाइट के पोल का बाक्स टूटा पड़ा है, जिससे बिजली की तारें बाहर लटक रही है। ये तारें नंगी हो रखी है। इनके ऊपर लगा टेप सड़ गल गया है। बरसात में इस पर करंट दौडऩे पर हादसा हो सकता है।

नगर निगम की लापरवाही नगरवासियों पर भारी पड़ सकती है। क्या नगर निगम के अधिकारी-कर्मचारियों को सड़कों पर बिजली की नंगी तारें नहीं दिख रही है। जब हादसा होगा क्या तभी संज्ञान लिया जाएगा।
आरएस रौतेला, रिटायर्ड इंजीनियर

जब किसी की जान चले जाएगी, क्या तभी सरकारी विभाग चेतेंगे। बिजली के मामले में लापरवाही नहीं होनी चाहिए। ये मामला गंभीर है। नगर निगम को इस पर तत्काल एक्शन लेना चाहिए।
अर्जुन सिंह रावत, सोशल एक्टिविस्ट

इस तरह की अभी तक कहीं कोई शिकायत नहीं मिली है। यदि शहर में बिजली के तार खतरा बने हैं, तो उनका संज्ञान लिया जाएगा। कुछ जगहों पर पड़ताल की गई, जिसमें सभी लाइनें डेड पाई गई। फिर भी कहीं इस तरह की शिकायत है, तो उस पर तत्काल एक्शन लिया जाएगा।
मनुज गोयल, नगर आयुक्त
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Posted By: Inextlive