अवैध प्लॉटिंग का अड्डा बना सहस्रधारा
- एमडीडीए ने एक साल में करीब 750 बीघा अवैध प्लाटिंग की ध्वस्त
- राजपुर और मसूरी रोड से लगे इलाकों में भी खूब फल-फूल रहे जमीन के अवैध धंधेबाज
लालच देकर फंसाते हैं पब्लिक को
जमीन के अवैध कारोबार में जुटे बिल्डर और प्रॉपर्टी डीलर पब्लिक को लालच देकर फंसाते हैं। आस-पास चल रहे जमीन के भाव से कम दरों पर प्लॉट, दुकान, मकान, फ्लैट बेचकर चले जाते हैं। कई बार अवैध प्लॉटिंग पकड़े जाने पर लोग डीलर के चक्कर लगाते रहते हैं।
सहस्रधारा, राजपुर और मसूरी रोड के ज्यादा मामले
सहस्रधारा क्षेत्र अवैध कारोबारियों का सबसे बड़ा अड्डा बना हुआ है। यह क्षेत्र काफी पॉश माना जाता है। पर्यटन के लिहाज से यह क्षेत्र काफी मशहूर है। इस क्षेत्र में सबसे अधिक हाउसिंग प्रोजेक्ट चल रहे हैं। कई सरकारी दफ्तर यहां हैं। कई सेलीब्रिटीज भी इन क्षेत्रों में जमीन और फ्लैट खरीद चुके हैं। बताया जा रहा है कि उत्तर प्रदेश, दिल्ली, मुंबई, हरियाणा और पंजाब के लोग पार्टनर्शिप में कई-कई बीघा के चक खरीद रहे हैं। यही लोग बाद में जमीन के आस-पास कब्जे और अवैध प्लॉटिंग करके यहां की जनता को ठगने का काम कर रहे हैं।
सहस्रधारा जमीनों के भाव सातवें आसमान पर हैं। इन इलाकों में सर्किल रेट से कई गुना रेट है, जो आम आदमी के बजट से बाहर है। यहां पर 25 हजार से लेकर 40 हजार प्रति गज के हिसाब से जमीन बिक रही है। इसलिए अवैध प्लॉटिंग करके ये डीलर लोगों को थोड़ा सस्ते का लालच देकर फंसाते हैं। राजपुर और मसूरी रोड के आस-पास भी 30 से 55 हजार रुपये प्रति गज है। जमीन के ऊंचे रेट होने से यहां अवैध कारोबार के मामले सबसे अधिक हैं।
जोहड़ी में 11 बीघा प्लॉटिंग की ध्वस्त
अवैध प्लॉटिंग को लेकर एमडीडीए लगातार कार्रवाई कर रहा है। आज भी एमडीडीए ने मसूरी से लगे जोहड़ी गांव रोड पर गुच्चूपानी में 11 बीघा की अवैध प्लॉटिंग ध्वस्त की। एमडीडीए के सहायक अभियंता अभिषेक भारद्वाज ने बताया कि जोहड़ी में शंकर गिरी नाम के व्यक्ति ने बिना स्वीकृति के प्लॉटिंग कर रहा था, शिकायत पर टीम मय फोस के साथ मौके पर पहुंचा। संबंधति कागजात न दिखाने पर प्लॉटिंग स्थल को जेसीबी से ध्वस्त कर सीज किया गया। 23 जुलाई को भी कैनाल रोड पर अवैध रूप से 14175 वर्ग मीटर भूमि पर समतलीकरण और पुश्ता निर्माण किया जा रहा था, इस मामले में खनन के दो अधिकारियों समेत एमडीडीए के दो सुपरवाइजरों को सस्पेंड किया गया था।